Darawni kahaniya | Rahasya real story
Darawni kahaniya, rahasya real story, भूत या रहस्य एक कहानी, वो जंगल जिसके बारे में शायद किसी को भी पता नहीं था उसमे अजीब-अजीब घटनाये होती थी जिसका ज्ञान किसी को भी नहीं था और होता भी कैसे जब किसी ने ऐसा महसूस ही नहीं किया था but अभी भी इसके बारे में पता नहीं लग पाया है
भूत या रहस्य एक कहानी : darawni kahaniya, Rahasya real story
तीन दोस्त उस जंगल में गए सिर्फ एक रात ही उन्हें काटनी थी इसलिए उन्होंने ने अपने खाने के लिए सभी जरुरी चीजे जिनकी उन्हें जरूरत थी अपने साथ में ले ली और तीनो दोस्त जंगल की और चल पड़े जंगल में रास्ता भूलना कोई बड़ी बात नहीं थी इसलिए उन्होंने रास्ते पर जाते समय निशान लगा लिए थे जब तीनो जंगल में जा रहे थे आपस में बाते कर रहे थे की कोई जानवर तो सामने नहीं आ जायेगा पर उनमे से एक ने बोला की मेने पता किया था इस जंगल में जानवर तो नहीं है पर हो सकता है की बिच्छू आदि हो इस बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी है
तीनो जब जंगल में पहुंच गए तो एक ऐसी जगह तलाश करने लगे जेहा पर वो अपना एक कैंप लगा सके और अपने खाने के लिए कुछ बना सके वो अपने साथ कुछ समान लेकर भी आये थे जिससे उन्हें पूरा एहसास हो सके की वो जंगल में रात का अनुभव ले सके बहुत ढूढ़ने पर एक जगह बिलकुल साफ़ मिल गयी जहा पर वो कैंप लगा सके but पानी थोड़ी दूरी पर था इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है की पानी कुछ दूरी पर है एक बार पानी भर के रख लेंगे बार-बार जाना नहीं पड़ेगा
रात आधी ही हुई थी की कुछ आवाज आने लगी पर यह आवाज कुछ अजीब थी तीनो की आँखे खुल गयी और आवाज ऐसी लग रही थी की कही पास से आ रही थी पर यह आवाज किसकी है यह समझ नहीं आ रहे थी बहुत ध्यान लगाने पर भी आवाज का पता नहीं लग रहा था तभी उनमे से एक की नज़र पड़ी उनके पास में एक पेड़ था जो की बीच में से आधा काटा गया पर जब वह लोग यहां पर आये थे तो पेड़ सही था और इतनी देर में पेड़ को क्या हो गया कुछ पता नहीं चल रहा था तभी उनकी नज़र अपने कैंप पर गयी ऐसा लग रहा था की कैंप को कोई खीच रहा है
but कैंप को कौन खींच रहा है सभी लोग कैंप से बहार आ गए और उन्हें महसूस हुआ की कोई उनके पास से गुजरा है अजीब बात है हमारे अलावा यहां पर कौन है तभी अचानक कैंप में आग लग गयी पर कैम्प में तो कुछ नहीं था अब सभी को डर लग रहा था, सभी लोग रात में ही वह से भागे अब कोई सवाल नहीं था अब सिर्फ जाना ही था तभी बारिश शुरू होने लगी बारिश के होते ही वो आवाज फिर से आने लगी ऐसा लग रहा था की किसी को पानी से डर लग रहा है अब वो यही सोच रहे थे की जितना जल्दी हो सके यहां से निकला जाए
darawni kahaniya, rahasya real story, तभी वह नदी भी आ गयी जिसको पार करके वो लोग वहा पर आये थे और तीनो लोग सही सलामत बहार आ गए पर उन्हें ये कभी पता नहीं चला की जंगल में कौन था और उन्हें डर किस्से लग रहा था दुनिया में जंगल और समुन्दर इनमे क्या छिपा है ये कोई नहीं जानता है पता नहीं कौन कब किसके सामने आ जाए अपना ख्याल रखे और ऐसी जगह पर न जाए अगर आपको यह darawni kahaniya, rahasya real story, पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये.
एक बुढ़िया की आत्मा डरावनी हिंदी कहानी :- darawni kahaniya
जब भूत की बात आती है तब डर की बात जरूर होती है, यह इसलिए भी होता है क्योकि जो नज़र नहीं आता है उससे बहुत डर लग्गता है यह कहानी मोहन की है, मोहन ने पहले कभी भूत नहीं देखा था, उसे पता भी नहीं था, की वह भूत को देख सकता है वह साफ़ साफ़ तो देख नहीं पाया था, मगर हां उसने भूत को देखा था, वह भूत की बात पर विश्वाश भी नहीं करता था, क्योकि उसे यकीन नहीं था, वह उस रस्ते से जा रहा था,
जिसके बारे में बताया जाता था, की उस रास्ते पर एक बुढ़िया की आत्मा है, वह इन बातो पर यकीन नहीं करता है इसलिए वह उस रस्ते जा रहा था, वह जानता था, की कोई भूत नहीं है, लोग सिर्फ बाते करते है, यहां पर कोई भूत नहीं है, जब वह उस रास्ते से जाता है एक आवाज आती है, यह आवाज उस झाडी से आयी थी, जोकि हिल भी रही थी, ऐसा लगता था, उस जगह पर कोई है, मोहन रुक जाता है, वह देखता है की यहां पर कोई है, या कोई जानवर है, मगर कुछ नज़र नहीं आता है,
वह आगे बढ़ने लगता है उसके मन में यह भी ख्याल नहीं आता है की यहां पर कोई भूत हो सकता है, इस बार उसके पास की झाडी हिली थी, वह रुक गया था, जब वह उस झड़ी को देखता है, तो उसे आज वह नज़र आ गया था, जिसके बारे में वह जानता भी नहीं था, वह सफ़ेद रंग का भूत जोकि नज़र नहीं आता है, बल्कि एक सफ़ेद परछाई नज़र आती है, वह सोचता है यह कौन है, इसके तो पार भी देखा जा सकता है, यह भूत ही हो सकता है,
darawni kahaniya, rahasya real story, मोहन को लगता है यह उस बुढ़िया की आत्मा है जिसके बारे में लोग बाते करते है कुछ समय बाद रोने की आवाज आती है, मोहन और अधिक डर गया था, अब उसे कुछ ठीक नहीं लग रहा था, जब मोहन भागता है तो वह गिर जाता है क्योकि उसका पैर किसी ने पकड़ लिया था, आज वह उस डर का सामना कर रहा था, जिसके बारे में वह सोचता भी नहीं था, वह घर आ जाता है, आज उसे यकीन हो गया था, भूत होते है, क्योकि उसने आज उसे देखा था, उसका डर भी सही था, इसलिए यह जरुरी नहीं है, जो नज़र नहीं आता है वह होता नहीं है,
Read More Ghost Story :-
Horror real spirit stories in hindi
Mirror bloody mary real story in hindi
Ghost story of bloody mary in hindi