darawna bhoot hi bhoot story
भूत ही भूत
darawna bhoot hi bhoot story, दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी जंगह के बारे मैं बताने जा रहा हु जहा पर केवल भूत ही भूत रहते है. उस जंगह पर कोई भी जाता नहीं है और जो जाता है वो कभी भी घर पर वापिस लौटकर नहीं आता है. ये जंगह आपके मध्य प्रदेश मैं है. जहाँ का मैं रहने वाला हु. मेरा नाम सूरज राठौर है और मैं भोपाल मध्य प्रदेश का रहने वाला हु. मैं पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हु और एक मल्टी नेशनल कंपनी मैं काम करता हु. जिस जंगह के बारे मैं आज मैं आपको बताने जा रहा हु , वो भोपाल से कुछ 3 किलोमीटर बाहर की साइड है. मेरा मतलब है की सिटी से बाहर जंगल की और है. इसलिए ज्यादातर लोग यहाँ पर नहीं जाते है.
तो अब मैं आपको यहाँ के बारे मैं एक कहानी बताने जा रहा हु, जिसे सुन आप यहाँ की सारी सच्चाई के बारे मैं जान जायेगे. एक दिन की बात है मैं अपने दोस्त रमेश के साथ इसी जंगल मैं घूमने के लिए गया हुआ था, तब तक मुझे इस जंगल के बारे मैं और यहाँ पर क्या होता है इसके बारे मैं कुछ ख़ास जानकारी नहीं थी और न ही मेरे दोस्त को ही पता था कुछ. तो हम दोनों ने घूमने और एक रात होल्ड करने का प्लान बनाया इस जंगल मैं. हम अपने साथ कुछ खाने का सामान और टेंट भी लेकर गए थे, ताकि हम वहा पर रात को आसानी से रुक सके. हमने खाने की तैयारी शुरू कर दी.
मैंने खाना बनाया और मेरा दोस्त पास मैं ही एक रिवर से पानी भर कर ले आया पीने के लिए. हम दोनों खाना खाकर सो गए. रात के लगभग 3.15 बजे होंगे की तभी मुझे किसी की आहट सुनाई दी , जैसे कोई चल रहा हो जंगल मैं. पहले तो मैंने सोचा की सायद कोई जानवर होगा, लेकिन जब दुबारा मुझे आवाज आयी तो मैंने रमेश को भी उठाया और क्या देखते है की हमे पेड़ो की ओट मैं एक नहीं बल्कि कुछ लगभग 10 से 12 लोग चलते हुए नज़र आ रहे थे. हमने सोचा की इतनी रात को जंगल मैं ये सब लोग आखिर मैं क्या कर रहे होंगे. तो हम दोनों दोस्त उनके पास गए और जैसे ही उनके पास पहुंचे तो हमने वो देखा जो हमे कभी भी नहीं देखना चाहिए था.
Read More-दहशत की एक रात कहानी
उन सभी लोगो के सिर कटे हुए थे यानी की उनके शरीर पर नहीं थे. हम तुरंत ही समझ गए की ये इंसान नहीं बल्कि शैतान है यानी की भूत है. जो की एक के पीछे एक चल रहे थे. रमेश के मुँह से एक दम निकला भूत ही भूत. ये सब देख मेरी आंखे तो फ़टी की फ़टी ही रह गयी. सांसे मनो थम सी गयी हो. वो हमे नहीं देख पा रहे थे लेकिन झाड़ियों के पीछे छुपे हम सब देख रहे थे. रमेश ने मेरी और इशारा किया की हम यहाँ से भाग चलते है, लेकिन मैंने उसे रोका की ये देखते है की ये सब आखिर मैं जा खा रहे है. और ये ही मेरी सबसे बड़ी भूल थी. क्योकि कुछ देर बाद उन्हें ये अहसास हो गया था की हम यहाँ पर है.
darawna bhoot hi bhoot story, वो सब रुक गए और हमारी ही और बढ़ने लग गए, अब हमे यकीं हो चला था की हमे ही मारने के लिए आ रहे है. हम वहा से अब भागने लग गए. भागते हुए मेरे दोस्त रमेश का पैर एक गड्ढे मैं जा फसा और वो गिर गया. मैं भाग कर कुछ आगे निकल चूका था. की तभी अचानक से मुझे मेरे दोस्त के चिल्लाने की आवाज आयी मैं उसकी और भगा और उसे अपने साथ में लिया फिर मैं वहा रुका नहीं और वहा से भाग निकला और भाग कर अपने घर वापिस आ गया. पहली बार मैंने भूत ही भूत देखे थे.
Read More-Mirror bloody mary real story in hindi
Read More-Ghost story of bloody mary in hindi
Read More-Queen bloody mary story in hindi
Read More-ब्लडी मैरी शीशे के अंदर
Read More-भूत का नाटक एक घोस्ट कहानी
Read More-एक दानव कुत्ते की कहानी
Read More-क्या सच मैं भूत होते है
Read More-कब्रिस्तान मैं वो इंसान
Read More-एक भूत की फोटो जब देखी
Read More-गोविन्द की भूतिया कहानी
Read More-भूत या रहस्य एक कहानी
Read More-कब्रिस्तान का रास्ता
Read More-भूत-प्रेत की सच्ची कहानी
Read More-तालाब का भूत एक सच्ची घटना
Read More-कमरा नंबर 201 की कहानी
Read More-काला जादू की सच्ची कहानी
Read More-खेत मैं प्रेत से सामना
Read More-लड़की का प्रेत एक कहानी
Read More-मैंने देखी जब एक छाया
Read More-पत्नी की आत्मा एक कहानी
Read More-गली नंबर 18 की कहानी