Raja rani ki kahani
राजा का बेटा, raja rani ki kahani, एक राजा (raja ki kahani) था उसके सात रानी थी सात रानियों के एक-एक बेटा हुआ पर जो सबसे छोटे रानी थी उसको कुछ भी नहीं बाकी की रानियां सबसे छोटी रानी को हर समय ताना मारती रहती थी कि इसके कोई बच्चा ही नहीं है.
राजा का बेटा राजा का बेटा हिंदी कहानी : Raja rani ki kahani
Raja rani ki kahani, एक दिन सबसे छोटी रानी ने एक लड़के को गोद ले लिया और उसे अपने बच्चे की तरफ आने लगी “राजा” उसे कभी अपना बच्चा, बेटा नहीं मानते थे कहते थे यह तो दूसरे का है धीरे-धीरे सभी रानियों के बच्चे बड़े हो गए छह रानियों के राजकुमार बाहर जाने लगे कि वह कुछ पैसा कमा सकते हैं सबसे छोटी रानी का बेटा बोला मा मुझे भी भैया के पास जाना है उसकी मानेगा तुझे तेरे भाई नहीं ले जायेंगे पर वह जिद करने लगा और वह भी चला गया सारे राजकुमार अच्छे अच्छे नौकरी पर लग गए पर सबसे छोटा जो बेटा था उसको किसी ने कहीं नौकरी नहीं दी.
आखिरी काम की कहानी
वह एक कुम्हार के यहां चला गया जो बर्तन बनाता था इतने कम इतने काम समस्य में उसे कुछ काम दे दो कुम्हार ने कहा था तुम क्या काम कर सकते हो लड़का बोला मैं कुछ नहीं कर सकता हूं कुम्हार ने कहा ठीक है हमारे दो बच्चे हैं तुमको देखभाल करना जब हम घर से बाहर बर्तन बेचने के लिए जाए तो तुम हमारे बच्चों की देखभाल करना छोटा लड़का बहुत तेज और चालाक था उसने कहा ठीक है एक दिन जब कुम्हार शहर बर्तन बेचने के लिए गया तो लड़के ने उन बच्चों से पूछा बताओ तुम्हारी मां के सारे जेवर और पैसे कहां रखे हैं.
बच्चों ने कहा हम नहीं बताएंगे छोटा लड़का बोला अगर तुम मुझे नहीं बताओगे तो मैं तुम्हें कुछ भी खाने पीने नहीं दूंगा बच्चों ने डर के मारे बता दिए छोटे लड़के ने सारे जेवर को घास में लपेटकर एक घोड़े को खिला दिए, घोड़ा कुम्हार के घर ही रहता था कुछ दिनों बाद उस लड़के ने कहा अब मुझे अपने घर जाना है थोड़े दिन की छुट्टी दे दो कुम्हार ने कहा ठीक है तुमने इतने दिन हमारे घर काम किया बताओ क्या लोगे उसने कहा मुझे कुछ नहीं चाहिए बस मुझे यह घोड़ा दे दो कुम्हार कहा ठीक है
सब कुछ बह जायेगा हिंदी कहानी
घोड़ा लेकर वह वापस अपने महल में आ गया उसके बाकी के भाई बहुत सारा पैसा और जेवर कमा कर लाये है उसकी मां ने कहा बेटा तू यह घोड़ा क्यों लेकर आया है छोटे लड़के ने कहा मां तू आंगन को गोबर से लेप और उसने आटे से एक गोली बना रानी ने ऐसा ही किया उसके बाद उसने घोड़े को एक हल्की सी डंडी मारी और घोड़े ने अपने पेट से सारे जेवर धीरे-धीरे निकालने शुरू कर दिए
यह देखकर उसके सारे भाई चौंक गए उसने कहा है यह तो ऐसा घोड़ा लाया है जो पैसे देता है अब छोटा लड़का रोज धीरे धीरे कुछ पैसे निकालते जो कि उसने घास में लपेटकर उसको घोड़े को खिलाए थे थोड़े दिन बाद उसके बड़े भाई बोले तुम हमसे कितना भी पैसा ले लो पर यह घोड़ा मुझे दे दो, छोटे लड़के ने कहा ठीक है तुम अपना सारा राज और उसके पैसे जेवर मुझे दे दो और बदले में यह घोड़ा ले लो सारे भाई मान गए क्यों भाई अपने घर जाकर अपनी मां से बोले आंगन लेप हो और आटे की गोली बनाओ क्या हो रानी होने ऐसा ही किया
परीक्षा का परिणाम
पर एक बार घोड़े ने पैसे नहीं दिए, सारे पैसे तो छोटा लड़का निकाल चुका था राजकुमार घोड़े को बजाने लग गया लेकिन उसने उन्हें एक भी रुपया नहीं दिया मार मार कर उसे उन्होंने अधमरा कर दिया और अपनी बेवकूफी पर पछताने लगे, जब यह सारी बात “राजा” को पता चली तो उसने सबसे छोटे राजकुमार को ही अपना कहा अपनी जगह “राजा” बना दिया और कहा यही राज्य को चलाएगा. यह कहानी हमे यही बताती है की जीवन में ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिससे किसी को कोई भी परेशानी हो,
अच्छे काम करे :-
क्योकि अगर ऐसा होता है तो अच्छा नहीं होता है हमे हमेशा ही अच्छे काम करते हुए आगे बढ़ना चाहिए यह बात अगर हम सभी करते है तो जीवन बहुत अच्छा होगा, राजा का बेटा, raja rani ki kahani, raja ki kahani, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो जरूर शेयर करे
रानी की खोज हिंदी कहानी
“राजा” अभी बहुत परेशान लग रहे थे क्योंकि जब “राजा” ने देखा कि रानी कहीं भी नजर नहीं आ रही है जबकि वह महल से कहीं भी बाहर नहीं गई है तो “राजा” की परेशानी बहुत अधिक बढ़ गई थी उन्होंने अपने सेनापति को बुलाया और कहा कि रानी की तलाश की जाए क्योंकि रानी बहुत देर से हमें नजर नहीं आ रही है
अंधे को मिली सजा की कहानी
जबकि सैनिकों का कहना है कि अभी तक भी रानी राज महल से बाहर नहीं गई है “राजा” की चिंता बहुत अधिक बढ़ गई थी क्योंकि रानी अभी तक मिल क्यों नहीं रही थी कुछ देर बाद सेनापति आते हैं और कहते हैं कि रानी महल में ही हो सकती हैं क्योंकि बाहर रानी अभी तक भी नहीं गई है लेकिन महल में भी वह नजर नहीं आ रही है जब से सुबह हुई है तब से रानी नजर क्यों नहीं आ रही है सभी रानी की तलाश कर रहे थे लेकिन रानी किसी को भी कहीं पर नहीं मिल रही थी
खोजते हुए काफी देर हो गई थी और इस तरह “राजा” ने निर्णय लिया कि उन्हें सभी सैनिकों को राज महल के अंदर बुला लेना चाहिए और हर कोने में तलाश करनी चाहिए कुछ देर बाद “राजा” के बहुत सारे सैनिक महल में आ चुके थे और रानी की तलाश कर रहे थे क्योंकि रानी अभी तक नहीं मिल रही थी “राजा” की चिंता बढ़ती जा रही थी कि यह कैसे हो सकता है कि राजमहल से जाए बिना ही रानी गायब हो गई है ऐसा कैसे हो सकता है कोई भी इस बात का पूरी तरह से पता नहीं लगा पा रहा था
एक पिता की कहानी
लेकिन रानी की तलाश बहुत तरीके से की जा रही थी जिससे की रानी जल्दी ही मिल जाए कुछ देर बाद ही “राजा” ने देखा कि उनकी छत पर एक पैगाम पड़ा हुआ था उसमें लिखा था कि अगर तुम रानी को वापस लाना चाहते हो तो तुम्हें धन देना होगा और यह धन बहुत अधिक होगा अगर तुमने यह धन नहीं दिया तो रानी कभी भी वापस नहीं आएगी “राजा” ने वह पैगाम पढ़ लिया था और उसके बाद सेनापति को बुलाया और पूछा कि यह कैसे हो सकता है कि रानी इस महल से अचानक गायब हो गई और यह पैगाम हमें मिला है
हमें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है कि यह कैसे हो सकता है इतना अधिक पहरा होने के बाद भी रानी महल से बाहर कैसे गई और जो उसे लेकर गया है वह किस तरह लेकर गया है राजा को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था यह बात सुनकर सेनापति को भी बहुत हैरानी हो रही थी क्योंकि ऐसा कैसे हो सकता है कोई भी आदमी रानी को किसी भी तरह से महल से बाहर नहीं ले जा सकता सेनापति बताते हैं कि यह असंभव है लेकिन “राजा” ने कहा कि यह संभव हो चुका है रानी महल से बाहर जा चुकी है और जो हमें पैगाम भेजा है
मेहनत का फल हिंदी कहानी
वह रानी को ले लेकर चला भी गया है और तुम्हें इस बात की खबर भी नहीं है “राजा” ने सोचा कि अगर रानी को वापस लाना है तो धन तो देना ही होगा इसलिए राजा ने बहुत सारा धन छत पर रख दिया और कहा कि रानी को वापस कर दीजिए और यह सारा धन लेकर चले जाइए “राजा” छत से नीचे आ जाते हैं और सोचते हैं कि जल्दी ही रानी वापस आ जाएगी क्योंकि वहां बहुत सारा धन वहां पर रख दिया था और कुछ देर बाद ही छत पर हलचल होती है और एक आदमी है बहुत सारा धन लेकर चला जाता है
सेनापति छत की तरफ जाते हैं और देखते हैं कि छत पर कौन है तभी उनकी नजर एक आदमी पर जाती है जो धन लेकर जा चुका था और रानी महल के अंदर थी यह बात समझ में नहीं आ रही थी कि रानी अचानक आ गई थी और वह धन लेकर चला भी गया तभी रानी ने बताया कि वह तो महल से बाहर गई नहीं थी रानी ने बताया कि वह आदमी आया और उसको एक कमरे में छुपा दिया जिसके बाद वह मुझसे सभी बातें पूछ रहा था मैंने उसे सब कुछ बता दिया उसके बाद पता चला कि वह आदमी एक चोर था जो कि वह सारा धन देकर चला गया था
भिखारी और राजा की कहानी
इस तरह “राजा” को कुछ भी समझ में नहीं आया था कि वह अपने दिमाग का इस्तेमाल करके हमारा बहुत धन लेकर चला गया है “राजा” को कुछ पता नहीं चला था राजा इस बात का पता नहीं लगा पाए थे कि वह आदमी कौन था लेकिन वह इतना समझ चुके थे कि हमारे सेनापति और बहुत सारे सैनिक भी उसके आगे बेकार हो चुके थे वह हमारा धन भी लेकर चला गया रानी को वापस भी छोड़ दिया और वह रानी महल से बाहर भी नहीं गई थी और यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि “राजा” कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था
उन्हें लग रहा था कि उनकी सुरक्षा कमजोर पड़ रही है जिस पर उन्हें ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर वह ध्यान नहीं देंगे तो इस तरह राजा की सामने बहुत सारी मुसीबत आती रहेगी, उसके बाद “राजा” ने अपनी सुरक्षा पर ध्यान दिया था उन्हें इस बात का पता था की कोई भी समस्या आने पर उन्हें हमेशा तैयार रहना होगा,
रानी का बेटा हिंदी कहानी
raja ki kahani, राजा युद्ध में गए थे मगर “राजा” युद्ध हार गए थे जिसकी वजह से उन्हें पकड़ लिया गया था यह बता जब रानी को पता चली तो वह अपने बेटे को लेकर महल से चली गयी थी अगर वह ऐसा नहीं करती तो शायद उन्हें भी पकड़ लिया जाता, रानी अपने साथ एक बहुत बड़ा हीरा ले गयी थी जोकि “राजा” ने रानी को दिया था, उनके पास अधिक धन भी नहीं था, वह क्या कर सकते थे, रानी का बेटा कहता है की हम किस जगह पर रह सकते है, पिताजी को पकड़ लिया गया है,
अपने मन के राजा की कहानी
हमारे महल पर भी किसी और “राजा” का अधिकार हो गया है रानी कहती है की यह दुःख की घडी है, हमे शांत ही रहना होगा तभी बेटा कहता है की यह आपके हाथ में क्या है रानी कहती है यह हीरा है, मगर रानी इसकी कीमत नहीं जानती थी, रानी कहती है की यह तुम्हारे पिताजी ने दिया था, यह महल से में लेकर आयी हु मगर इसका प्रयोग हम नहीं कर सकते हमे इस बात का ध्यान रखना है की यह किसी को पता नहीं चलना चाहिए, लेकिन रानी कहती है की मुझे इसकी कीमत जाननी है,
इसके लिए तुम्हे यह बाजार में लेकर जाना चाहिए, क्योकि वही से इसकी कीमत का पता चल जायेगा तुम्हे यह बात भी ध्यान रखनी है की यह तुम्हे बेचना नहीं है, वह बेटा बाजार में हीरा लेकर जाता है मगर वह इस हिरे की कीमत किससे जान सकता है, यह बात सोच रहा था उसके बाद वह लोहार के पास जाता है उससे कहता है की आप इसकी कीमत बता सकते है लोहार कहता है की यह कांच का टुकड़ा है बिलकुल बेकार है, इसकी कोई भी कीमत नहीं है
एक पत्रकार की कहानी
उसके बाद वह उसे सब्जीवाले के पास लेकर जाता है वह देखता है लड़के से कहता है की यह तो बेकार ही है मगर तुम चाहो तो इसके बदले कुछ सब्जी ले सकते हो, वह लड़का चला जाता है उसके बाद वह सुनार के पास जाता है सुनार सोचता है की कम कीमत में वह इसे ले सकता है वह उसकी कीमत कुछ हजार बताता है वह लड़का उस जगह से भी चला जाता है जब वह लड़का अपने घर आ रहा था तभी उसे रस्ते में एक हिरे का व्यापारी मिलता है, उस लड़के से वह हीरा गिर जाता है
raja rani ki kahani, raja ki kahani, हिरे का व्यापारी उसे उठा लेता है उसे देखता है वह लड़का कहता है की आप इसकी कीमत बता सकते है वह व्यापारी कहता है की इसकी कीमत तुम जानना चाहते हो, वह लड़का कहता है, की मुझे पता करना है की यह कितना कीमती है वह व्यापारी कहता है, की यह बहुत कीमती है इसकी कीमत एक कोई भी अंदाज़ा नहीं है मगर इतना में कह सकता हु यह करोडो का बिक सकता है उसके बाद वह लड़का घर चला जाता है रानी उससे पूछती है की तुम्हे पता चल गया है, की इसकी कीमत कितनी है, वह लड़का कहता है की यह हिरा सब कुछ खरीद सकता है, उसके बाद वह उस हिरे को रख देते है, वह समझ गए थे यह उनके काम आगे आ सकता है
राजा का बेटा दूसरी हिंदी कहानी
Raja rani ki kahani, “राजा” ने अपने बेटे को देखा और सोचने लगा कि मेरा बेटा बड़ा हो गया है और इसकी जिम्मेदारियां भी बहुत अधिक बढ़ गई हैं राजा अपने बेटे के पास आता है पूछता है कि तुम्हें राज्य की सभी जिम्मेदारियों को निभाना होगा और सभी जरूरी काम करने होंगे “राजा” का बेटा कहता है कि आप चिंता ना करें मैं सभी कार्य को आराम से कर लूंगा आप निश्चिंत हो जाइए,
संत के स्वप्न की कहानी
“राजा” को लग रहा था कि मेरा बेटा अब सब कुछ करने के लिए तैयार है अब मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है 1 दिन राजा किसी काम से बाहर गए हुए थे तभी सेनापति राजा के बेटे के पास आते हैं और कहते हैं कि हमारे राज्य पर कभी भी हमला हो सकता है इसलिए हमें सावधान हो जाना चाहिए “राजा” का बेटा कहता है कि आप चिंता नहीं कीजिए हम जल्दी ही इस योजना पर काम करना शुरू कर देंगे राज्य पर हमला होने से पहले ही राजा के बेटे ने सेनापति को कहा कि हमें यह पता लगाना होगा कि उनके पास कितनी सेना है और हम उनका मुकाबला कैसे कर पाएंगे
सेनापति ने अपने गुप्तचर को भेजा और इस बारे में पता करने के लिए कहा तभी उन्हें पता चला कि उनके पास सेना बहुत ही कम है जिससे कि वह उस सेना को आराम से हरा सकते हैं युद्ध शुरू हो गया तो “राजा” के बेटे ने युद्ध में बहुत अच्छा काम किया था जिसकी वजह से उनकी सेना जीत हासिल कर चुकी थी अब उन्हें किसी भी बात की चिंता नहीं थी सेनापति बहुत खुश हो गए थे कि राजा के बगैर भी राजा का बेटा सब कुछ करने के लिए तैयार है इसलिए इस राज्य पर अब किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने वाली है
दो मूर्खों की कहानी
कुछ दिन बाद जब “राजा” वापस लौटे तो उन्हें पता चला कि राज्य पर हमला हुआ था और राजा के बेटे ने आराम से सब कुछ कर लिया था उन्हें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा Because उनका बेटा बड़ा हो गया है और वह सभी जिम्मेदारियों को आसानी से संभाल सकता है राजा इस बात से खुश थे और “राजा” को यह लग रहा था कि उनका बेटा अब बहुत अच्छा है और सभी को अच्छी तरह समझने लगा है हमें उसे राजगद्दी पर बैठा देते हैं वह सारी जिम्मेदारियां उसे ही देते हैं
Because समझते हैं कि उनका बेटा सभी जिम्मेदारियों को पूरा कर पाएगा यह कहानी हमें यही बताती है कि जीवन में कितनी भी परेशानी आ जाएं but हम उनका मुकाबला आसानी से कर सकते हैं इसलिए जीवन में परेशान होने की जरूरत नहीं होती अगर आपको यह Raja rani ki kahani, Raja ki kahani पसंद आई है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें भी बताये है
राजा के बेटे की तीसरी नयी कहानी
Raja rani ki kahani, “राजा” रानी से कहते है की हमे लगता है की हमे अपने बेटे को समझाना चाहिए, Because अगर वह नहीं समझता है तो इससे हमारे राज्य पर परेशानी आ सकती है, Because वह हमारा राज्य को देख सकता है but वह तो अपना समय दुसरो के साथ बिता रहा है वह आने वाले समय पर ध्यान नहीं दे रहा है जोकि चिंता का विषय बन रहा है रानी कहती है की हमे जल्द ही कुछ करना होगा, शायद तभी वह समझ सकता है,
सफल किसान एक कहानी
वह अपने बेटे से मिलते है but आज भी वह किसी की बात नहीं सुनता है “राजा” देखते है की यह अच्छी बात नहीं है, Because हमारा बेटा ध्यान नहीं दे रहा है अगर वह ऐसा ही करता है तो हमे सोचना होगा, अगली सुबह “राजा” अपने बेटे की शादी करने की बात सोचते है, but यह कितना सही हो सकता है, यह बात “राजा” को पता नहीं है, वह रानी से बात करते है रानी को यह विचार अच्छा लगता है but इसका प्रभाव बेटे पर कैसा होगा वह नहीं जानते थे, राजा कुछ समय बाद उसका विवाह कर देते है
सच्चे दोस्त की कहानी
Raja rani ki kahani, यह बदलाव राजा ने अपने बेटे में कभी भी नहीं देखा था वह अचानक ही बदल गया था शायद वह सब कुछ समझ गया था उसका व्यवहार बदल गया था ऐसा क्या हुआ था यह बात कोई भी नहीं जानता था मगर ऐसा लग रहा था की शायद विवाह के बाद सब ठीक हो गया है रानी को जब यह पता चला तो उन्हें बहुत ख़ुशी हुई थी, Because उसका बेटा अब समझ गया था की उसे क्या करना है जीवन में बदलाव के बहुत से कारण हो सकते है मगर जो बदलाव हमारे जीवन को अच्छा बनांते है वह बहुत अच्छे होते है,
Related Posts:-
दानवीर सुखदेव सिंह की कहानियां
सच्चे मन की प्रार्थना की कहानी
सच्चे मन की प्रार्थना की कहानी
वो सोता और खाता था हिंदी कहानी
Thank you so much for keeping these stories alive! Keep posting, I know not much comments or visits are disheartening, but good things are not for everyone!
आपने कमेंट की इसके लिए आपका बहुत बहुत ध्यानवाद, अगर आपको कोई भी और जानकारी चाहिए तो आप हमे लिख सकते है,