Achi kahaniya | Rochak kahaniya | New kahaniya
achi kahaniya, rochak kahaniya, new kahaniya, एक दिन एक ऋषि मुनि अपने रास्ते पर जा रहे थे जिस रास्ते के ऋषि मुनि जा रहे थे वहां पर एक स्वर्ण मुद्रा का एक सिक्का पड़ा हुआ था स्वर्ण मुद्रा के सिक्के को देखकर ऋषि मुनि रूक गए और उन्हें उठा कर अपने पास रख लिया और सोचा कि मैं सिक्के का क्या करूंगा
Achi kahaniya : राजा और ऋषि मुनि की अच्छी कहानी
यह स्वर्ण मुद्रा का सिक्का में किसी गरीब को दे दूंगा जिससे उसका भला होगा यह स्वर्ण मुद्रा का सिक्का हमारे किसी काम का नहीं है यह हमें दान में ही देना चाहिए और उसे लेकर वह अपने घर आ गए ऋषि मुनि को काफी ढूंढने पर भी ऐसा कोई गरीब नहीं मिला जो सिक्के का अधिकार रख सकता था, तो ऋषि मुनि बड़े परेशान हो गए और सोचने लगे कि मैं यह किस को दूं फिर एक दिन ऋषि मुनि नहा-धोकर अपने द्वार पर खड़े थे तभी उनके सामने से एक सेना जा रही थी और उस सेना का राजा दूसरी सेना पर हमला करने के लिए जा रहा था
तभी उसकी नजर ऋषि मुनि पर पड़ी और राजा ने अपनी सेना को रोका और ऋषि मुनि का आशीर्वाद ले लेते हैं आशीर्वाद लेने से हम जंग जीत जाएंगे राजा आशीर्वाद लेने के लिए ऋषि मुनि के पास गए और फिर ऋषि मुनि का आशीर्वाद लियाऋषि मुनि ने सोचा कि मैं यह स्वर्ण मुद्रा का सिक्का राजा को दे देता हूं जैसे ही ऋषि मुनि ने स्वर्ण मुद्रा का सिक्का राजा को दिया तो राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ कि ऋषि मुनि महाराज मुझे सिक्का क्यों दे रहे हैं फिर राजा ने यह सारी बात पूछी कि आपने मुझे यह सिक्का क्यों दिया
Achi kahaniya | rochak kahaniya | new kahaniya
तभी ऋषि मुनि ने कहा कि आप दूसरे राज्य पर विजय पाने के लिए जा रहे हैं जब कि आपके पास तो पहले से ही इतना बड़ा राज्य है वह फिर भी आपको दूसरे राज्य की जरूरत आन पड़ी है इसका मतलब आप से गरीब आदमी मैंने कभी नहीं देखा हो गई है, इसलिए सिक्का मैंने आपको दे दिया अब राजा की बात समझ में आ गई थी कि जब हमारे पास सब कुछ होता है फिर भी हम औरे लेने की इच्छा अपने मन में रखते हैं यह हमें नहीं करना चाहिए.
Achi kahaniya : राजा और ऋषि मुनि की दूसरी अच्छी कहानी
राजा कहता है की हमे उस जगह को भी जीतना होगा, इसलिए राजा उस और अपनी सेना लेकर चला जाता है वही पर एक ऋषि मुनि अपना ध्यान लगाकर बैठे थे, तभी राजा उनके पास जाता है और कहता है की आप हमारे रास्ते में है इसलिए आपको जाना चाहिए, ऋषि मुनि अपनी आँखे खोलते है और कहते है की आप राजा है आप अपनी सेना को दुरी और से ले जा सकते है यह सुनकर राजा कहता है की तुम यह क्या बात कर रहे हो,
राजा अपने सेनापति से कहता है की इस ऋषि मुनि को यहां से दूर करे क्योकि यह हमारे काम में बाधा बन रहे है सेनापति ऋषि मुनि के पास जाते है और कहते है की अगर आप यहां से नहीं जाते है तो आपको यहां से दूर किया जा सकता है ऋषि मुनि कहते है की आप क्या करना चाहते है आप कुछ भी जीवन में अच्छा नहीं कर सकते है आपको बहुत अधिक धन की जरूरत है या हम कह सकते है की आप लालची है जो और भी जगह चाहते है यह थोड़ी सी जगह है आप इसे भी लेना चाहते है
Achi kahaniya | rochak kahaniya | new kahaniya
मुझे लगता है की आपको यह झोपडी चाहिए यह मेरे किसी काम की नहीं है आपको लगता है तो आप इसे भी ले सकते है शायद यह आपके काम आ जाए में तो कही और जाकर नयी झोपडी बना सकता हु यह सुनकर राजा को चाह नहीं लग रहा था क्योकि वह ऋषि मुनि की झोपडी को भी तोड़ना चाहता था राजा अपनी सेना को लेकर वापिस चला जाता है उसे लगता है की अगर हम बहुत लालच करते तो इससे शायद किसी और का नुक्सान हो सकता है अगर आपको यह Achi kahaniya, rochak kahaniya, new kahaniya, पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
Related Hindi Story :-