मेरी अलग भाषा स्टोरी इन हिंदी, meri alag bhasha stories in hindi

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Meri alag bhasha stories in hindi | Bhasha story in hindi

मेरी अलग भाषा स्टोरी इन हिंदी : meri alag bhasha stories in hindi, आपकी भाषा (bhasha story in hindi) मुझे समझ नहीं आ रही है, आप किस जगह से आये है क्या आप हमारी भाषा जानते है वह तो हमे देखे ही जा रहा था यह पहली बार इस गांव में आया है.

मेरी अलग भाषा स्टोरी इन हिंदी :- Meri alag bhasha stories in hindi

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meri alag bhasha stories in hindi

मगर इसकी भाषा कुछ लग नज़र आती है यह तो हमारी भाषा भी समझ नहीं रहा है वह गांव की और बढ़ रहा था मगर सभी लोग उसकी और देखते थे क्यों भी उसकी भाषा नहीं समझ रहा था वह क्या कहना चाहता था अगर कुछ समझ में आये तो बात भी की जाए. वह उनके साथ ही आगे बढ़ रहा था उसके साथ कुछ भी सामान नहीं था तभी उसने देखा की कुछ लोग खाना खा रहे है वह उनकी और जाता है.

 

अचानक ही पेड़ पर चढ़ जाता है :-

उनका खाना लेता है खाना शुरू कर देता है, शायद उसे भूख लगी थी, सभी लोग उसे देखते है, क्योकि वह कुछ भी समझ नहीं रहा था वह कहना खा लेता है उसके बाद सभी उसे देखते रहते है, क्योकि वह कहना खा कर अचानक ही पेड़ पर चढ़ जाता है यह देखकर सभी सोचते है की यह आदमी है या कोई बंदर है क्योकि बहुत तेजी से पेड़ पर चढ़ गया था

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कुछ लोग उसकी बाते करते थे कुछ उसकी जानकारी के लिए उसे देख रहे थे मगर किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे थे, जब सभी सोने गए तो वह सो नहीं रहा था वह तो पेड़ पर बैठा था यह पेड़ पर कैसे सो सकता है उसकी भाषा समझ नहीं आती है और ऊपर से उसका व्यवहार भी कुछ अलग था रात हो गयी थी सभी सो चुके थे मगर वह तो कभी दूसरे पेड़ पर था कभी तीसरे पेड़ पर था वह कौन था कोई नहीं जानता था मगर उसकी हरकत अब समझ आ रही थी शायद वह जंगल में ही बड़ा हुआ है     

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व्यवहार ही जंगली लगता है :-

सुबह हो गयी थी सभी लोग उठ गए थे मगर वह आदमी कही नज़र नहीं आ रहा था वह कहा चला गया था कुछ भी पता नहीं था मगर वह आदमी उसकी तलाश कर रहे थे मगर कुछ बाते भी की जाती है की वह आदमी जंगल से आया है उसका पूरा व्यवहार ही जंगली लगता है हमे ऐसा लगता है की वह जंगल से आया है तभी तो पेड़ पर रहता है वह हमारी भाषा नहीं समझता है हम उसकी भाषा नहीं समझते है अब उससे बात करना ही बेकार लगता है क्योकि जब उसे समझ ही नहीं आता है तो क्या किया जा सकता है

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कुछ देर बाद वह आता है उन्हें फिर से देखता है सभी कहते है की इसके खाने का इंतज़ाम किया जाए हमे लगता है की भूख लगी होगी कुछ देर बाद खाना आता है वह खाने को खाता है और पेड़ पर चढ़ जाता है सभी लोग यही बात करते है की इसे तो वापिस जंगल ही भेज देना चाहिए यह किसी काम का नहीं है उसी समय गांव में एक बाबा आते है वह बहुत पहुंचे हुए बाबा होते है वह बहुत कुछ बता सकते है सभी बाबा का आदर करते है उन्हें खाना देते है

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शेर हमला करता है :-

बाबा सभी से बात करते है मगर कुछ आवाज आती है जिसके बारे में कोई नहीं जानता है जब बाबा देखते है तो सामने शेर आता है शेर को देखकर सभी लोग भाग जाते है बाबा कहि भी जा नहीं सकते है वह खड़े रहते है तभी शेर उनकी और बढ़ता है जैसे ही शेर हमला करता है तो शेर के सामने अचानक वह आदमी पेड़ से कूदकर आता है बाबा भी सोचते है की यह कौन है जो अचानक आ गया है यह तो शेर से डर भी नहीं रहा है

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वह शेर का सामना करता है वह शेर से काफी देर तक लड़ाई करता है वह बाबा वही पर खड़े होकर देखते है मगर वह समझ जाते है की यह कोई साधारण इंसान नहीं है, क्योकि कोई भी शेर का सामना नहीं कर सकता है वह शेर कुछ देर बाद ही जंगल में चला जाता है, बाबा सब कुछ देखते रहते है वह कुछ बात समझ जाते है सभी गांव वाले आते है और बाबा के पास आकर कहते है की यह आदमी कुछ लग है यह जंगल से आया है यह बात सुनकर बाबा कहते है मुझे लगता है की यह आदमी कुछ अलग है

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सभी लोग समझ गए :-

आज से यही गांव की रक्षा करेगा क्योकि यह सब कुछ कर सकता है यह कोई साधारण इंसान नहीं है यह तो तुम सभी के लिए रक्षक बनकर आया है भले ही यह हमारी बात नहीं समझता है मगर यह जानता है की सभी की रक्षा करना बहुत जरुरी होता है अब सभी लोग समझ गए थे की यह हमारी भाषा नहीं जनता है मगर यह हमारे लिए ही यहां पर आया है उस दिन के बाद वह उसी गांव में ही रहने लगा था

 

यह कहानी हमे यही कहती है की हमारी भाषा (bhasha) कोई भी हो मगर हम सभी एक है हमारी जरूरत एक है हमे भी सबकी मदद करनी चाहिए तभी हम जीवन में आगे बढ़ सकते है, मेरी अलग भाषा की कहानी, meri alag bhasha stories in hindi, bhasha story in hindi, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे.

खरगोश की भाषा हिंदी कहानी :- Bhasha story in hindi

एक दिन वह लड़का अपने घर से दूर कुछ फल लेने गया था,

उसका घर गांव में था, लेकिन वह बहुत ही गरीब लड़का था,

लेकिन लड़के का व्यवहार बहुत अच्छा था, सभी की बात मानना,

उनके बताए गए काम को करना लड़के को बहुत पसंद था,

गांव में सभी लोग इस बात को जानते थे, वह गरीब है,

लेकिन मन से वह अमीर है,

वह लड़का जब फल लेने गया था, उसने जंगल में भेड़िये को देखा था, वह भेड़िया किसी का पीछा कर रहा था,

वह लड़का भी उसके पीछे जाता है, वह लड़का देखता है,

ह भेड़िया एक खरगोश का पीछा करता है,

वह लड़का उसे बचा लेता है, वह भेड़िया भाग जाता है, वह लड़का सोचता है,

अगर यह खरगोश यहां पर रहता है, उस पर वह भेड़िया हमला कर सकता है,

इसलिए वह उसे अपने साथ में रखता है, वह फल तोड़ लेता है,

 

वह घर आता है :-

उसके बाद अपने घर जाने लगता है, वह लड़का उससे बात करता है, मगर वह लड़का समझ जाता है, यह हमारी भाषा नहीं जानता है, फिर भी वह लड़का उस खरगोश से बात करता हुआ जाता है, जब वह घर आता है, उसकी माता कहती है, तुम किसे साथ में लाये हो, माता कहती है, यह तो खरगोश है, तुम इसे यहां पर क्यों लाये हो, वह लड़का सब कुछ बता देता है,

 

माता समझ जाती है, लड़के ने खरगोश को बचाया है, वह खरगोश को गाजर देते है, क्योकि वह जानते है, की खरगोश को गाजर पसंद है, वह गाजर को खाने लगता है, लड़का कहता है, माता हम इसकी भाषा नहीं जानते है, मगर फिर भी मुझे लगता है, हम इस खरगोश से बात कर सकते है, माता कहती है, जिसे हम प्यार करते है, उसकी भाषा हमे समझ आ जाती है, इसलिए जानवरो से प्यार करना चाहिए,

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