Story in hindi | Hindi kahani
Story in hindi, Hindi kahani, एक ठग की नयी हिंदी कहानी, दोस्तों ये कहानी एक बहुत ही बड़े ठग की है. जिसने एक आदमी को ठगा था और फिर बहुत ही बड़े चतुराई से अपने आपको बचाना भी चाहता था. तो कैसे क्या हुआ इस आदमी के साथ और किस तरह से वो बच पाया , इस सबसे बड़े ठग से. तो अब हम आपको बतायेगे इस कहानी के सार के बारे मैं जो की इस प्रकार है
एक ठग की नयी हिंदी कहानी : story in hindi
Story in hindi, Hindi kahani, एक औरत थी जिसका नाम था आरोही. वह बहुत बड़ी ठग थी . अपनी चालाकी से लोगों को ठगना उसके लिए बाएं हाथ का खेल था .वह चुटकियों में लोगों को बेवकूफ बना देती थी .एक बार वह एक गली से गुजर रही थी कि उसे एक सभ्य पुरुष आता हुआ दिखाई दिया . उस व्यक्ति ने किसी मित्र का पता उससे पूछा . but बातों बातों में आरोही ने जान लिया कि वह एक धनी व्यापारी है और व्यापार के सिलसिले में कहीं बाहर जा रहा है . (Story in hindi)
आरोही ने स्वयं को उस मित्र की बहन के रूप में प्रस्तुत किया और पता बताने के बहाने गलियों में इधर उधर घुमाने लगी. कुछ ही देर में व्यापारी को आरोही की बातों से यकीन हो गया कि वह उसके मित्र की बहन है और अपने धन का एक बड़ा थैला उसका हाथ में पकड़ा दिया . दोनों साथ साथ चल रहे थे तभी एक पतली सी गली के घर को दिखाकर आरोही गली में घुस गई . व्यापारी भी गली में घुस गया . (Story in hindi)
एक घर का दरवाजा खुला देख आरोही उसमें घुस गई और व्यापारी भी अंदर चला गया . घर में घुस कर आरोही कहीं नजर नहीं आई . व्यापारी ने अपने मित्र को आवाज लगाई, परंतु वहां कुछ दूसरे लोग निकलकर आ गए . उस नाम का कोई व्यक्ति वहां नहीं रहता था . व्यापारी ने बताया कि एक स्त्री उसे मित्र की बहन बताकर यहां लाई है, but लोगों ने व्यापारी को झूठा, बदमाश, लुटेरा समझकर पीटना शुरू कर दिया . (Story in hindi)
फिर भी व्यापारी को आरोही कहीं दिखाई नहीं दी और वह पिट कर आरोही को ढूंढ़ता हुआ वापस आ गया . उसे उसने रुपयों से भरा थैला जो पकड़ा दिया था, परंतु आरोही कहीं नहीं मिली . दरअसल, आरोही घर में घुसते ही दरवाजे की बगल में खड़ी हो गई थी और व्यापारी के भीतर घुसने पर तथा लोगों से बातचीत करने के बीच मौका पाकर धन लेकर चुपचाप खिसक गई थी . अब आरोही ने एक बड़े बिज़नेसमेन को लूटने की योजना बनाई . उसने अच्छे अच्छे कपड़े खरीदकर पहने और बाजार में बग्घी पर बैठकर निकल गई . (Story in hindi)
बिज़नेसमेन की दुकान पर एक स्त्री की गोद में बच्चा देखकर उसे खिलाने लगी . बच्चा उसकी गोद में आ गया . आरोही ने कहा कि वह सामने वाली दुकान में कुछ जेवर खरीदने जा रही है, तब तक बच्चा उसके पास ही खेलता रहेगा . बच्चे के मां बाप सामने की दुकान पर ही थे, आरोही को बच्चे को साथ ले जाने की अनुमति दे दी . मां बाप ने देखा कि आरोही बिज़नेसमेन की दुकान में जा रही है और उन्होंने सामने की दुकान से उसे अंदर जाकर बैठते देखा तो सोचा कि बच्चे को अभी ले लेंगे . (Story in hindi)
भीतर जाकर आरोही खुद को बहुत बड़ा रईस बताकर बिज़नेसमेन से महंगे-महंगे ढेरों आभूषण देखने लगी . कुछ ही देर में आरोही ने कहा कि उसके पति अगली दुकान पर हैं, वह उन्हें जेवर पसन्द करवाकर अभी लाती है . बिज़नेसमेन ने जेवर ले जाने को मना कर दिया तो आरोही ने कहा ठीक है, मेरा बच्चा आपके पास यहीं पर है और मेरी बग्घी आपकी दुकान के सामने खड़ी है . बिज़नेसमेन ने सोचा कि औरत अपना बच्चा लेने तो जरूर आएगी, आरोही को जेवरों के डिब्बे ले जाने की इजाजत दे दी . कुछ देर तक आरोही के न आने पर बिज़नेसमेन को फिक्र होने लगी . इतने में बच्चा रोने लगा . सामने की दुकान से मां-बाप दौड़े आए और बच्चे को गोद में उठाने लगे . बिज़नेसमेन गुस्से में बोला, तुम लोग यह क्या करते हो. (Story in hindi)
बच्चे की मां को तो आने दो . मां बाप के समझाने पर भी बिज़नेसमेन नहीं माना . परंतु बच्चा उनके पास जाकर चुप हो गया तो बिज़नेसमेन को मानना पड़ा . फिर उन्होंने बग्घी वाले से पूछा कि उनकी मालिकिन कहां है और कितनी देर में आएगी. बग्घी वाले ने बताया कि एक स्त्री ने किराए पर यह बग्घी ली थी और अंदर बिज़नेसमेन की दुकान पर गई थी . वह उसी स्त्री का इंतजार कर रहा है . इतनी जांच-पड़ताल करते बहुत देर हो चुकी थी और आरोही जेवर लेकर बहुत दूर तक जा चुकी थी .
अब आरोही को अगले शिकार का इंतजार था .एक दिन उसने एक योजना बनाकर अच्छे पकवान व मिठाई बनाई . फिर साधारण कपड़े पहनकर खेतों में काम करने चली गई . उधर से उसने एक राहगीर को धन ले जाते देखा तो कुछ विचार कर उससे मीठी भाषा में बोली, भैया, इतनी गर्मी में कहां जा रहे हो. वह बोला, शहर जा रहा हूं . अपनी दुकान के लिए कुछ माल खरीदना है . भैया अभी तो बड़ी धूप हो गई है, यहीं पास में मेरा घर है, वहां चलकर पानी पीकर चले जाना .वह व्यक्ति राजी हो गया तो आरोही ने हाथ में एक बिल्ली लेकर जोर से कहा, जाओ, घर पर रसोइए से कहना मेहमान आए हैं . (Story in hindi)
उसका अकेले का नहीं मेहमान का भी खाना बनाए . हां, खाने में कढ़ी-चावल जरूर हो . मिठाई में हलवा और गुलाब जामुन जरूर हों . यह कहकर आरोही ने बिल्ली को जमीन पर छोड़ दिया . बिल्ली बहुत तेज भागा और कुछ ही सेकंड में आंखों से ओझल हो गया .थोड़ी देर बातचीत के बाद आरोही राहगीर के साथ घर की कर चल दी . घर जाकर आरोही ने राहगीर को घड़े का ठंडा पानी पिलाया और वे सब पकवान राहगीर के आगे रख दिए जो उसने बिल्ली को बताए थे . राहगीर यह सब देखकर हैरत में पड़ गया . (Story in hindi)
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इतने में आरोही भीतर के कमरे से बिल्ली को हाथ में लेकर आ गई और भोजन करते समय राहगीर से बातें करने लगी . राहगीर को बिल्ली देखकर लालच आ गया . वह सोचने लगा कि उसे भी अपनी दुकान से घर कितनी ही खबर भिजवानी होती है . यह बिल्ली उसके बहुत काम आएगा . वह आरोही से बोला, मैं यह बिल्ली खरीदना चाहता हूं . आरोही बोली, यह तो बहुत काम का बिल्ली है . मैं इसे नहीं बेच सकती . मेरे पास एक यही तो बिल्ली है जो मेरी देखभाल करता है . मैं इसे तुम्हें कैसे दे सकती हूं राहगीर आरोही की खुशामद करने लगा – मेरे पास पांच सौ अशर्फी हैं, तुम इस बिल्ली के बदले में सौ अशर्फी ले सकती हो . (Story in hindi)
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आरोही नहीं मानी, तो धीरे धीरे 400, फिर 700 अशर्फी तक बात पहुंच गई . राहगीर को अब बिल्ली का सौदा सस्ता लगने लगा कि बरसों तक नौकर का काम करेगा . राहगीर ने सोचा कि मैं दुकान का सामान फिर खरीद लूंगा, इस बार तो मुझे बिल्ली ही खरीदना है .वह पांच सौ अशर्फी तक देने को तैयार हो गया तो आरोही बोली, खूब सोच समझ लो, मैं एक बार मोलभाव करके चीज वापस नहीं लेती . राहगीर ने कहा, ठीक है, और वह 600 अशर्फी देकर बिल्ली लेकर चला गया . अपने गांव जाकर उसने गांव के बाहर से ही बिल्ली को छोड़ते हुए जोर से कहा – घर जाकर कहना, मैं थोड़ी देर में आ रहा हूं . (Story in hindi)
मक्के की रोटी सरसों का साग बना लें . फिर वह रास्ते में कुछ काम करता हुआ आधे घंटे में घर पहुंचा तो वहां बिल्ली पहुंचा ही नहीं था, न ही उसकी पसंद का खाना बना था .उस राहगीर को बहुत गुस्सा आया कि आखिर बिल्ली गया कहां. वह अपने जिस मित्र को बताता कि वह ऐसा बिल्ली लाया था, वही उसका मजाक बनाता . उसने सोचा, लौटकर उस औरत की अक्ल ठिकाने लगाई जाए, जिसने ठग लिया था .वह आरोही के घर पहुंचा तो बिल्ली देखकर चौंक गया . आरोही अपनी ठगी जानती थी . उसने एक जैसे कई बिल्ली पाल रखे थे . वह जानती थी कि राहगीर वापस जरूर आएगा . राहगीर ने ज्यों ही क्रोधित होकर बिल्ली के बारे में पूछा .
आरोही बोली, तुमने बिल्ली को अपना पता बताया था. राहगीर बोला, नहीं . तो आरोही ने कहा – तभी बिल्ली यहां वापस आ गया, इसे ले जाओ . राहगीर को आरोही की बात जंच गई और उसने बिल्ली ले लिया . राहगीर इस बार एक मित्र को भी साथ लाया था . उन दोनों ने देखा कि आरोही के आंगन में एक पेड़ लगा है, जिसमें पैसे ही पैसे लगे हैं और आरोही ने उसमें से 3-4 पैसे तोड़े और घर के भीतर चली गई . दोनों मित्रों को पैसों का पेड़ देखकर लालच आ गया . वे आरोही से बोले, यह कौन सा पेड़ है . (Story in hindi)
आरोही ने हंसते हुए कहा, तुम्हें किस चीज का लगता है. दोनों मित्र बोले, पैसों का . आरोही हंसने लगी . दोनों ने कुछ देर बाद देखा कि उसमें पैसे और भी ज्यादा हो गए थे . वे सोचने लगे कि जैसे नई कलियां फूल बनती जाती हैं, वैसे ही नए पैसे उगते जा रहे हैं .वे आरोही से वह पेड़ मांगने लगे . आरोही ने साफ इन्कार कर दिया . राहगीर सोचने लगा कि यदि यह पेड़ मिल जाए तो व्यापार का सारा घाटा पूरा हो जाएगा और पेड़ लेने की जिद करने लगा .
दोनों मित्रों ने अपने साथ लाया सारा धन देकर पेड़ खरीद ही लिया . but शर्त के मुताबिक आरोही ने पेड़ में पहले से लगे सारे पैसे तोड़ लिए . दोनों मित्र पेड़ लेकर घर पहुंचे . but घर तक पहुंचते पहुंचते पेड़ मुरझा गया . उन लोगों ने उस पेड़ की खूब सेवा की, पानी दिया . परंतु न पेड़ हरा हुआ, न ही उसमें पैसे निकले . ढूंढ़ने पर आरोही का कहीं पता न लगा, वह वहां से दूर जा चुकी थी .वह एक सराय में ठहरी . एक दिन 17-18 साल के लड़के को रुपयों का लालच देकर अपने साथ मिला लिया . बाजार से दो तरह के सुंदर डंडे खरीदे और योजना बनाकर रात को एक डंडे से उस लड़के को जोर जोर से मारने लगी . (Story in hindi)
शोर सुनकर अनेक लोग दौड़े आए . लोगों ने देखा कि लड़का कुछ ही देर में अधमरा सा होकर गिर पड़ा . आरोही चिल्ला-चिल्लाकर कह रही थी. मेरा कहना नहीं मानता, बोल अब मानेगा . सबने सोचा कि अपने बेटे को कहना न मानने के कारण मार रही है . आखिर भाव बढ़ाते बढ़ाते वह 600 अशर्फी देने को तैयार हो गया . आरोही ने नखरे दिखाते हुए वह दोनों डंडे किसान को दे दिए . अगले दिन किसान ने अपनी पत्नी की खूब पिटाई की तो वह अधमरी होकर गिर गई . (Story in hindi)
Story in hindi, Hindi kahani, किसान की पत्नी को बहुत दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा . किसान ने आरोही को बहुत ढूंढ़ा, परंतु वह चकमा देकर कहीं दूर जा चुकी थी .इसलिए कहा गया है कि किसी की अनजान बातों में यूं ही नहीं आना चाहिए, कौन जाने वह तुम्हें ठग ही रहा हो. तो दोस्तों आप लोगो को इस ठग महिला की ये कहानी कैसी लगी , हमे जरूर बताये. हम तो यही कहेगे की कभी भी किसी भी इंसान को कभी भी ठग नहीं करना चाहिए, Because ठग होने वाला भी एक इंसान ही होता है.
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