Horror novels in hindi | suspense novels in hindi
उस रात का डर : horror novels in hindi, suspense novels in hindi, उस रात बारिश में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था जब बहुत तेज बारिश हुई तो गाड़ी वही पर रोकनी पड़ी गाड़ी को ऐसी जगह पर खड़ा किया था की बारिश बहुत ही कम पड़े पर बारिश भी कम कहा थी लगातार पड़ रही थी तभी दूर खड़े आदमी पर नज़र गयी वो आदमी बारिश में लगातार भीग रहा था उसके पास कुछ भी नहीं था वो एक रैनकोट पहने हुए था
उस रात का डर : horror novels in hindi
horror novels in hindi, उसकी शक्ल बारिश में दिखाई भी नहीं दे रही थी न जाने वो कौन होगा जो बारिश में खड़ा है शाम का वक़्त था अब रौशनी भी कम हो गयी थी ऊपर से भरी बारिश हो रही थी जिसके कारण कुछ भी दिखाई देना भूत मुश्किल था लगभग अभी पंद्रह मिनट बीते थे वो आदमी थोड़ा इधर उधर देखता था शायद किसी को तलाश कर रहा था
वो रास्ता भी सुनसान था एक या दो ही गाडी यहां से गुज़र रही थी अब बारिश थोड़ी कम हुई और अब गाड़ी को स्टार्ट किया ही था की जब उस आदमी पर नज़र गयी तो वो वहा पर नहीं था ऐसा कैसे हो सकता था की एक दम वो अचानक से चला जाए खेर अब गाड़ी चल पड़ी थी और रस्ते पर बूत पानी था बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी
एक घंटे के बाद कुछ दुरी पर एक ढाबा आ गया सोचा की यही पर थोड़ी चाय भी पी ली जाए अब आगे का पता नहीं है की कितनी दुरी पर रुकना होगा अब जैसे ही चाय पीने गए तो वो आदमी अंदर बैठा था बड़ा अजीब सा लग रहा था की ये एकदम से वहा से यहां कैसे आ गया
उस पर से अपनी नज़र दूर करके चाय पीने लगे एक घूंट चाय पी कर उसकी और फिर देखा तो वो वहा पर नहीं था ये सब क्या हो रहा है अब कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कभी दीखता है कभी नहीं, ऐसे कैसे हो सकता है चाय पीने के बाद जब अपनी गाड़ी की और गए तो देखा की वो आदमी गाडी के पास खड़ा था उसे देख कर अब थोड़ा डर लग रहा था
जैसे ही गाड़ी के पास गए तो वो आदमी कहने लगा की मुझे यही पास में जाना है आप अगर थोड़ी मदद कर देंगे न चाहते हुए भी उसकी मदद करने की हां कह दी, और वो गाड़ी में बैठ गया गाड़ी स्टार्ट हो गयी और हम चल पड़े रस्ते बस यही ख्याल आ रहा था की इससे क्या पूछो और इसके बारे में जानता नहीं हू, (horror novels in hindi)
उस आदमी से यह बात पूछना भी मुश्किल हो रहा था की मेने तुम्हे वहा पर देखा था कुछ दूर चलने पर उस आदमी ने कहा की यही गाड़ी रोक दो मुझे यही पर ही आना था पर देखने पर वहा कुछ भी नज़र नहीं आ रहा था ये आदमी यहां कहा पर रहता है जैसे ही पूछना चाहा वो आदमी बिना गाडी खोले गायब हो चुका था,
horror novels in hindi, suspense novels in hindi, अब ऐसे देख वहा से भागने में ही भलायी थी अब कुछ भी सोचना बेकार था कुछ समझ नहीं आ रहा था कौन था वो आदमी और क्यों यहां पर था इस बारे में आज भी यही सवाल खड़ा है रस्ते में हम सभी लोग मदद कर ही देते है पर कभी ऐसा हो सकता है इसलिए हमेशा ध्यान रखे.
उस रात का डर दूसरी कहानी
horror novels in hindi, उस रात घर पर आने में बहुत देर हो गयी थी, रात के समय में घर पहुंचना अधिक अच्छा नहीं था but ऑफिस से निकलते हुए ही बहुत देर हो चुकी थी, मुझे अच्छे से याद है उस वक़्त लगभग रात के ग्यारह बजे होंगे Because जब हम चले थे तो हमे पता है की मेने उस वक़्त समय देखा था सभी अपने घर पहुंच गए थे but मेरी कार अचानक खराब होने से मुझे अधिक देर हो गयी थी,
कुछ समय बाद ही कार ठीक हो गयी थी और ठीक करने वाला एक आदमी मुझे रस्ते में मिल गया था उसने मेरी मदद की थी, अगर वह नहीं होता तो शायद मुझे नहीं पता है की में समय से घर जाता, but उसकी वजह से में घर पहुंच गया था हमारा घर दूसरी मंजिल पर था जिस जगह पर हम रहते थे उस जगह पर और भी लोग रहते थे, जब ऊपर चढ़ने के लिए सीढिया का प्रयोग किया तो उस जगह पर कोई खड़ा था, उसे आँखे चमक रही थी, उसकी और देखकर बहुत डर लग रहा था वह कौन हो सकता है, मुझे पता नहीं था, (horror novels in hindi)
horror novels in hindi, suspense novels in hindi, वह मेरी और बढ़ रहा था अब मेरी हिम्मत ऊपर जाने की नहीं थी, में बाहर आ गया था but सबसे हैरानी की बात है की जब वह बाहर आया तो सिर्फ एक धुँआ ही था, जब अंदर जाकर देखा तो कुछ भी नज़र नहीं आ रहा था यह बता बहुत अजीब लग रही थी, but उस दिन का डर भी कम नहीं था but उस दिन के बाद फिर वह नज़र नहीं आया था उस वक़्त क्या था जब वह नज़र आया था यह बात मुझे समझ नहीं आती है, but जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है यह बात समझ आ गयी थी,
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