Hindi full story
Hindi full story, hindi story, एक नगर में एक व्यक्ति रहता था वह बहुत ही बुद्धिमान था क्योंकि उसने सभी शास्त्रों का ज्ञान ले रखा था लेकिन वह बहुत ही परेशान रहता था इतना ज्ञान होने के बाद भी उसकी परेशानियां बिल्कुल भी खत्म नहीं हो रही थी.
ध्यान और ज्ञान की कहानी : hindi full story
Hindi full story, वह इतना परेशान था वह अपने मन को भी एक जगह ठहरा नहीं सकता था वह बार-बार मन विचलित हो रहा था जब इंसान का मन हर जगह विचलित होता रहता है तब इंसान कभी भी अपने एक कामों को अच्छी तरह से नहीं कर सकता है यह सबसे बड़ा एक सत्य है,
इन परेशानियों से दूर होने के लिए वह एक बाबाजी के पास गए बाबा जी के पास जाकर वह आदमी बोला कि मुझे सभी शास्त्रों का ज्ञान है बाबा जी but मेरा मन फिर भी विचलित रहता है एक ऐसा उपाय बता दीजिए जिससे हमारा मन एक जगह ठहर जाए और हम अपने काम को अच्छी तरह से कर पाए
बाबाजी ने उसे सिर्फ इतना ही कहा कि तुम्हें ज्ञान की नहीं सिर्फ ध्यान की आवश्यकता है Because ज्ञान तो तुम ने पा रखा है but ध्यान तुम्हारे अंदर बिल्कुल भी नहीं अगर तुम ध्यान लगा कर बैठते हो तो तुम अपनी बहुत सारी शक्तियों को अपने पास रख लेते हो, Because ज्ञान होने से कभी भी मन का ठहराव नहीं होता है इसलिए ज्ञान को जितना हो सके आप बांटे अगर आप ज्ञान को जितना बांटते हैं
hindi full story, hindi story, आपका ज्ञान उतना ही मजबूत होता है और अगर आप ध्यान लगाते हैं तो आप अपने मन को भी नियंत्रित कर सकते हैं. बाबाजी की बात जानकर वह व्यक्ति अपने घर पर चला गया और अपने जीवन में खुशियां लाने के लिए ज्ञान को बांटता रहा और ध्यान का प्रयोग भी करता रहा.
साधु जी का ज्ञान हिंदी कहानी :- Hindi full story
साधु बाबा को बहुत प्यास लग रही थी, इसलिए वह पानी की तलाश में एक घर में जाते है, जब वह घर के बाहर आते हुए आदमी से पानी मांगते है, तो वह आदमी कहता है की अभी में जल्दी में हु आप किसी और घर में पाने मांग सकते है, यह सुनकर साधु जी आगे चले जाते है, उन्हें बहुत प्यास लगी थी, मगर गांव में कही भी नल नज़र नहीं आ रहा था, क्योकि वह उस गांव में पहली बार आये थे, उन्हें नहीं पता था, यहां पर पानी किस जगह पर मिल सकता है, दोपहर का समय हो रहा था,
साधु को बहुत तेज प्यास लगी थी, लेकिन अब क्या किया जा सकता था, वह एक घर में जाते है उनसे पाने मांगते है, वह घर वाले उन्हें पानी देते है, उसके बाद भोजन को भी पूछते है, लेकिन साधु मना कर देता है, क्योकि वह समझ जाता है, यह परिवार बहुत गरीब है, इन्होने मुझे पानी दिया है, अब भोजन को भी पूछ रहे है, जबकि इनके पास बहुत कम ही भोजन होगा, वह साधु आगे बढ़ जाते है, क्योकि उन्हें कुछ समय बाद आश्रम में पहुंचना था, वह कुछ समय बाद ही आश्रम आते है,
वह देखते है की एक आदमी आया हुआ है, वह उनका इंतज़ार कर रहा है, साधु बाबा उसे देखते है उसके बाद वह आदमी उन्हें देखता है, यह वही आदमी है, जिसने उन्हें पानी नहीं दिया था, शायद वह बहुत जल्दी में था, लेकिन फिर भी वह साधु बाबा उन्हें पानी देते है, क्योकि वह जानते है की वह बहुत दूर से आया है, कुछ समय बाद साधु बाबा का शिष्य उनके लिए कुछ फल लेकर आता है, यह देखकर वह आदमी आज सोचने लगता है की जब साधु बाबा उनके पास आये थे उसने पानी भी नहीं दिया था,
लेकिन यह तो मेरे लिए पानी और फल भी लाये है, जबकि मेने उनसे कुछ भी नहीं माँगा था यह देखकर वह आदमी उनसे माफ़ी मांगता है, वह कहता है, आपके अंदर बहुत दया है, मेने आपको पानी भी नहीं दिया था जबकि अपने मुझे पानी और फल दिए है, मुझे लगता है, आपसे बड़ा कोई भी दानी यहां पर नहीं है, मेरी गलती होने पर भी अपने मेरे साथ में बहुत अच्छा व्यवहार किया है, मुझे माफ़ कर दीजिये, साधु कहते है, हमे किसी की भी गलती याद नहीं रखनी चाहिए अगर हम ऐसा करते है तो हम जीवन में उससे घृणा ही करेंगे
जबकि किसी भी इंसान से घृणा करना अच्छी बात नहीं है, यही ज्ञान हमारे जीवन में होना चाहिए, उस दिन के बाद वह आदमी बिलकुल बदल चुका था, आज वह माफ़ करना और कभी गलती न करना का ध्यान रखता है जिससे वह भी जीवन में कुछ अच्छा कर सकता था, अगर आपको यह दोनों hindi full story, hindi story, पसंद आयी है, तो शेयर जरूर करे
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Yah kahaniyan behad Khoobsurat thi Aur bahut acchi bhi thi Shukriya
Thanks Lisa Sexsena
Very very knowledge boosting both tthe stories liked and request to have more such inspirational motivational stories.
Thanks S. V. Salodkar ji…