धनवान आदमी हिंदी कहानी, hindi story in hindi

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Hindi story in hindi

Hindi story in hindi, एक गांव में एक के आदमी रहता था और वह आदमी बहुत ही धनवान था और धीरे-धीरे उसका धन इतना बढ़ गया था कि वह भी अपने धन पर पूरा अहंकार करता था क्योंकि वह जानता था कि पूरे गांव में कोई भी उससे बड़ा आदमी नहीं है.

धनवान आदमी हिंदी कहानी :- hindi story in hindi

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वह धनी बहुत था और दूसरों को नीचा दिखाया करता था धन का अहंकार इतना बढ़ गया था कि घर में भी सभी लोग उसके परेशान होने लगे और कहने लगे कि इतना घमंड अच्छा नहीं होता है भले ही तुम्हारे पास पूरी संपत्ति है लेकिन तुम्हें दूसरों को भी ध्यान से देखना चाहिए. उनकी मदद करनी चाहिए पर इस आदमी पर इस बात का कोई असर नहीं पड़ा और वह किसी की भी बात नहीं मानता था धीरे-धीरे रोज रोज घर में लड़ाई शुरू हो गई झगड़े शुरू हो गए और घर का पारिवारिक माहौल भी बिगड़ता ही जा रहा था

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क्योंकि लोग उसे समझा रहे थे लेकिन वह आदमी मानने को तैयार ही नहीं था जब भी वह आदमी बाहर जाता था अपने धन की और अपने आप की बढ़ाई जरूर करता था लोग उसे परेशान होने लगे थे और घर में भी आकर कहता था कि मैं महान हूं मैं सबसे बड़ा आदमी हूं

इस बात को लेकर घर में हमेशा झगड़े होते थे झगड़े इतने बढ़ गए कि अब एक दूसरे को लोग देखते ही गुस्सा करने लगते थे  या यह ऐसा कहा जा सकता है कि एक दूसरे को बिल्कुल भी ना पसंद करने लगे थे और यह माहौल देखकर उस आदमी को कुछ दिन बाद एहसास हुआ कि यह तो बहुत ही गलत हो रहा है

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रोज लड़ाई होती हैं पहले ऐसा नहीं होता था घर में सुख शांति नहीं आ रही ऐसा सोचकर वह एक साधु महाराज जी के पास गए और कहने लगे कि मेरे घर में बहुत ही लड़ाई झगड़े हो रहे हैं मैं बड़ा परेशान हो गया हूं

इस पर साधु महाराज ने पूरी बात पूछी तो पता लगा कि यह तो सब लीला धन की है तुम धनवान बन गए हो और अपने से बड़े किसी को भी नहीं समझ रहे हो तुम्हें भी अपना व्यवहार वैसा ही करना पड़ेगा जैसा कि सामान्य लोगों का होता है

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hindi story in hindi, hindi kahani, तभी तुम्हारे घर में यह कलह ही समाप्त हो पाएगी फिर उस आदमी ने यह घमंड करना बिल्कुल ही छोड़ दिया और घर में सुख शांति फिर दोबारा आ गई दोस्तों याद रखें कि घमंड कभी भी किसी को आगे नहीं बढ़ने देता यह हमेशा पीछे ही ले जाता है इसलिए दूसरों का माहौल भी खराब ना करें और अपना भी खराब ना करें.

क्या धन से सब कुछ मिलता है हिंदी कहानी :- Hindi kahani 

यह कहानी बहुत छोटी है. मगर हमे एक बात पर सोचने को जरूर कहती है. क्या धन सब कुछ है. एक आदमी के पास धन नहीं था, वह सोचता था. जब भी उसके पास धन होगा. वह बहुत कुछ कर सकता है. लेकिन जब तक धन नहीं था. वह खुश था. सभी काम आसानी से कर सकता था. उसे जो भी धन मिलता था. उसमे बहुत खुश था. लेकिन वह सोचता था. जब उसके पास बहुत धन होगा. वह और भी अधिक सुखी होगा.

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एक दिन वह परेशान था. क्योकि उसके पास धन नहीं आ रहा था. वह जो सोच रहा था. वह भी पूरा नहीं होता है. एक दिन उसके पास साधु जी आते है. वह उन्हें देखता है. उसके बाद सोचता है. आज मेरे सवाल के जवाब यही दे सकते है. वह उनका स्वागत करता है. उन्हें भोजन देता है. अब वह अपना सवाल रखता है. मेरे पास धन कब आएगा. साधु जी ने कहा की तुम्हे धन की बहुत जरूरत है. वह आदमी कहता है. अगर मेरे पास धन आ जाए. में बहुत अधिक खुश हो सकता हु. साधु जी कहते है. तुम्हे नींद आती है. वह आदमी कहता है.

छोटी सी बात हिंदी कहानी

hindi story in hindi, hindi kahani, तमें बहुत आराम से सोता हु. बहुत अच्छे से भोजन करता हु. लेकिन मेरे पास धन की कमी है. इसलिए वह धन जुड़ता नहीं है. यह सुनकर वह साधु जी कहते है. तुम्हे धन की जरूरत नहीं है क्योकि तुम्हारे पास बहुत अधिक धन है. तुम आराम से सोते हो. आराम से कहते हो. धन आने के बाद यह सब कुछ चला जाता है. यह सुनकर आज वह आदमी सोचता है. मुझे अब नहीं लगता है. धन की बहुत अधिक जरूरत है. इसलिए यह बात जरुरी होती है. आपको धन की कितनी जरूरत है. आप आराम से भोजन करे और आराम से नींद प्राप्त करे. यह जरुरी है.

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