अकेले ही चलते रहे हिंदी कहानी, hindi kahani

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अकेले ही चलते रहे हिंदी कहानी (hindi kahani ) आपको पसंद आएगी क्योकि जब कोई नहीं होता है तो आपको ही सभी फैसले लेने होते है इसलिए जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहे है और किसी से भी उम्मीद करना से अच्छा है आप अकेले चले.

अकेले ही चलते रहे हिंदी कहानी : Hindi Kahani 

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यह कहानी जब शुरू होती है जब तालाब का पानी बरसात के कारण धीरे-धीरे बढ़ने लगता है पूरे गांव के पास एक तालाब था लेकिन वह तालाब बहुत ही गहरा था उसकी गहराई कोई भी नहीं नाप सका था कोई भी यह नहीं जानता था कि वह तालाब कितना गहरा है इसलिए उस तालाब से हमेशा लोग बचकर ही निकलते थे क्योंकि जो भी कोई उसके अंदर चला जाएगा वह वापस नहीं लौट पाएगा

 

गांव में लगातार बारिश हो रही थी बारिश के कारण कहीं पर भी चलना बहुत मुश्किल हो रहा था चारों ओर पानी ही भर रहा था बारिश को लगभग 1 दिन हो गया था तालाब का पानी लगातार बढ़ रहा था और वह पानी बह कर बाहर निकल रहा था लगातार बारिश के चलते हुए परेशानियां बढ़ चुकी थी क्योंकि पानी चारों ओर फैल गया था ऐसा लग रहा था कि गांव भी पानी में धीरे-धीरे डूब रहा है सभी लोगों की चिंताएं बढ़ रही थी क्योंकि बारिश रुक नहीं रही थी अब ऐसा लग रहा था कि बारिश जब रुकेगी तभी कुछ हद तक सभी लोग शांति पूर्वक बैठेंगे क्योंकि सभी के मन में हलचल हो रही थी

 

तालाब में से भी धीरे-धीरे पानी बाहर निकल रहा था क्योंकि वह बहुत अधिक पानी से भर गया था जिसके कारण मैं धीरे-धीरे बाहर पानी आ रहा था जब गांव वालों को लगा पानी बहुत अधिक हो चुका है और घर भी धीरे-धीरे उस पानी में डूबने लगा तो सभी लोग अपने घर की छतों पर बैठ गए. सभी लोग अब इस पानी से परेशान हो गए थे तभी लोगों ने कहा कि हमें राजा के पास जाना चाहिए राजा ही हमारी सारी समस्याओं का समाधान करेंगे लेकिन पानी इतना अधिक बढ़ रहा था कि उनका बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो रहा था

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इसलिए कुछ लोगों ने कहा कि सभी लोग ना जाकर कुछ लोग राजा के पास जाएंगे और इस समस्या का निवारण उनसे करवाएंगे उसके बाद सभी लोग इकट्ठे हुए और राजा के पास चलने लगे बारिश लगातार पड़ रही थी लोगों को आते हुए देख सैनिकों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया और पूछने लगे कि क्या काम है क्योंकि राजा अभी बहुत ही व्यस्त हैं वह किसी से भी नहीं मिल सकते सभी लोगों ने कहा कि हम इतनी बड़ी परेशानी लेकर आए हो राजा के पास हमारी परेशानी सुनने का वक्त नहीं है ऐसा कैसे हो सकता है आप राजा से बात कीजिए हमारी समस्या बहुत ही बढ़ चुकी है और गांव में लगातार पानी इतना बढ़ चुका है कि हमारा वहां पर रुकना बहुत ही मुश्किल हो रहा है

 

सैनिक ने कहा कि आप सभी यहां रुकिए मैं राजा से बात करके आता हूं अगर वह आप लोगों की समस्या सुनने के लिए तैयार होंगे तो मैं आप लोगों को अंदर बुला लूंगा सैनिक अंदर गया तो सैनिक ने देखा कि राजा अपने दोस्त के साथ बैठकर शतरंज का खेल खेल रहे हैं और उन्होंने सैनिक को वापस भेज दिया और कहने लगे कि हमें अभी समय नहीं है उन्हें कहना कि वह कुछ देर बाद यहां पर आए हो तभी मैं बात कर पाऊंगा सैनिक बाहर आया और सभी लोगों से कहने लगा कि राजा के पास आपसे मिलने का समय नहीं है सभी लोग यह बात सुनकर बहुत ही नाराज हो गए

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कुछ लोग वहीं पर यह बातें करने लगे कि राजा हमारी समस्या नहीं सुन सकते हैं राजा के पास समय नहीं है और हम इतनी बड़ी परेशानी लेकर आए हैं हमारे राजा हमारे लिए कुछ नहीं कर पाएंगे इस तरह की बातें करते हुए गांव वाले वहीं पर कर रहे और राजा से मिलने का इंतजार करने लगे काफी समय बीत गया तो राजा ने कहा कि उन्हें अंदर बुलाओ राजा ने कहा कि अपनी समस्या बताई है सभी गांव वालों ने कहा कि गांव के अंदर पानी भर चुका है और कोई भी वहां पर रुकने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि पानी लगातार बढ़ता जा रहा है बारिश भी रुकने के लिए तैयार नहीं है राजा ने कहा कि यह तो कोई समस्या नहीं है जब बारिश रुक जाएगी तो समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी इसमें मैं क्या कर सकता हूं

 

सभी गांव वालों ने जब यह सुना राजा की ओर देखने लगे और सोचने लगे कि हमारे राजा हमारे लिए कुछ भी नहीं कर रहे हैं और कह रहे हैं कि हमें सब्र करना चाहिए अगर ऐसे ही चलता रहा और बारिश नहीं रुकी तो हम सभी गांव वाले अपने घर को खो देंगे और धीरे-धीरे गांव में पानी बढ़ता जा रहा है उनमें से एक उठा और राजा से कहने लगा कि अगर गांव में लगातार पानी बढ़ता रहा तो हम अपने घरों में कैसे रह पाएंगे आप हमारे रहने का कुछ इंतजाम कर दीजिए राजा ने कहा मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि मेरे पास इतनी जगह नहीं है कि मैं सभी गांव वालों को वहां पर रखता हूं

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आप लोग सभी बारिश के रुकने का इंतजार कीजिए जब बारिश रुक जाएगी पानी धीरे-धीरे निकल जाएगा तो आप अपने घरों में रह सकते हैं राजा किसी की भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं था क्योंकि वह कोई भी समस्या का निदान नहीं करना चाहता था गांव वाले सभी महल से निकलकर बाहर खड़े हो गए और बारिश के रुकने का इंतजार करने लगे कुछ गांव वाले गांव में ही थे जो कि पानी के बढ़ते हुए नहीं जा पाए थे वह इंतजार कर रहे थे कि बारिश कब रुकेगी

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आखिरकार कुछ समय बाद बारिश धीरे-धीरे कम होने लगी हो और कुछ देर बाद ही बारिश रुक गई बारिश रुकने के साथ ही एकदम से सूरज निकल आया और सूरज की किरणों को देखकर सभी लोग खुश हो गए क्योंकि पानी धीरे-धीरे नीचे चला जाएगा सभी गांव वाले धीरे-धीरे अपने गांव की ओर बढ़ते जा रहे थे और कह रहे थे कि ऐसा राजा हमें कभी नहीं मिलना चाहिए जो दूसरों की मदद नहीं कर सकता राजा कहलाने लायक भी नहीं है राजा से अच्छे तो हम सभी लोग हैं जो एक साथ मिलकर सारी समस्याओं से लड़ रहे हैं इसलिए किसी से समस्या का निवारण करवाने से अच्छा है खुद ही उन समस्याओं को अपने आप ही हटा लिया जाए और हमें अपने आप पर भरोसा होना चाहिए अगर हम अपने आप पर भरोसा करेंगे तो सभी काम आसानी से कर पाएंगे हमें किसी की भी जरूरत नहीं होती है क्योंकि अगर हम किसी का सहारा लेने की कोशिश करते हैं तो हो सकता है कि हमें वह सहायता ना मिल पाए इसलिए जीवन में हमेशा अकेले ही आगे बढ़ते रहें.

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