Very short story in hindi | Short story in hindi with moral
तीन प्रेरणादायक लघु हिंदी कहानी : very short story in hindi, यह कहानी है एक शूरवीर की जिसने ऐसे काम किए थे जिसके बाद लोग उन्हें बहुत पसंद करने लग गए थे शूरवीर जब छोटा था तभी से यह सोचता था कि मैं समाज के लिए बहुत अच्छे काम करूंगा but जब छोटा था (short story in hindi with moral) तब यह नहीं जानता था कि उसे यह काम कैसे करना चाहिए
तीन प्रेरणादायक लघु हिंदी कहानी :- very short story in hindi
very short story in hindi, शूरवीर जब छोटा था तो उसने अपने पिताजी से पूछा कि मुझे ऐसे कौन से काम करने चाहिए जिससे कि लोगों का भला हो सके तब उसके पिताजी ने कहा कि तुम्हें लोगों की भलाई के लिए बहुत अच्छे काम करने चाहिए जब तुम अच्छे काम करते हो तो लोग भी तुम्हें अच्छा आदमी ही मानेंगे छोटा होने के कारण शूरवीर बिल्कुल भी समझ नहीं पा रहा था कि अच्छे काम कौन से होते हैं जिनसे लोग खुश होते हैं जब शूरवीर थोड़ा बड़ा हुआ तो वह समझने लगा कि अच्छे काम होते हैं जिससे दूसरों का भला हो सके शूरवीर और बढ़ा हुआ हो और वह समझदार भी बन गया था.
बच्चों के ज्ञान की कहानी
एक दिन शूरवीर अपने गांव के रास्ते से जा रहा था तभी उसने रास्ते में बहुत बड़ा पत्थर देखा वह पत्थर को देख रहा था कि सभी लोग उससे बचकर निकल रहे थे but उसे कोई भी हटा नहीं पा रहा था तभी एक बूढ़ा आदमी उस पत्थर के पास आया और उससे बचकर निकलने लगा तभी शूरवीर वहां पर आया और उसने वह पत्थर हटा दिया बूढ़ा आदमी बोला कि मैं अपनी कितनी भी ताकत लगा लूं but इस पत्थर को नहीं हटा सकता था और तुमने मेरे लिए यह काम किया यह बहुत ही अच्छा काम है शूरवीर ने कहा कि मुझे जीवन में अच्छे काम करने हैं जिससे दूसरों का भला हो सके.
इसलिए मैं यह सोचता हूं कि अगर सभी लोग यह सोचने लगे तो दुनिया में सभी का भला हो सकेगा बूढ़े आदमी ने कहा कि जो दूसरों की भलाई करता है उसका हमेशा ही भला होता है और वही सच्चा शूरवीर कहलाता है, शूरवीर में यह अचानक बदलाव उस बूढ़े की वजह से आ गया था वह समझ चूका था की जीवन में हमे अच्छे काम भी करने चाहिए जो हमे हमेशा ही अच्छाई की और ले जाते है जिनके बाद हमे बहुत कुछ मिल सकता है.
Moral of the story :-
शूरवीर को समझ में आ गया था कि सच्चा काम और अच्छा काम कौन सा है तभी से सब की मदद करनी शुरू कर दी. शूरवीर की लघु कहानी, very short story in hindi, very short story in hindi with moral, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे.
साधु बाबा का अनोखा प्रश्न लघु हिंदी कहानी :- short story in hindi with moral
साधु बाबा अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहे थे, तभी उन्होंने सभी शिष्यों को देखा उन्हें अब लग रहा था, की सभी शिष्य उनकी और ध्यान नहीं दे रहे थे तभी उन्हें एक ख्याल आया साधु बाबा सभी शिष्यों से कहते है, की मुझे एक प्रश्न का जवाब चाहिए, अगर तुम यह बता सकते हो तो तुम्हे इनाम मिल सकता है, सभी शिष्य उनकी और देखने लगते है, साधु बाबा कहते है की में तुम सभी से यह पूछता हु की क्या तुम बता सकते हो, की सही और गलत में कितना अंतर होता है,
यह सुनकर सभी साधु बाबा की और देखने लगते है क्योकि कोई भी नहीं जानता है की इस प्र्श्न का जवाब क्या हो सकता है, साधु बाबा कहते है पहले तुम मुझे यह बताओ की सही और गलत को हम कैसे समझते है, तभी हम सभी इस प्रश्न का जवाब देख सकते है, कोई भी शिष्य कुछ नहीं कहता है, क्योकि उन्हें तो यह समझ नहीं आ रहा था की सही और गलत को कैसे समझते है, साधु बाबा कहते है की में तुम्हे समझाता हु की यह क्या है, सभी शिष्य ध्यान से सुनते है,
बीरबल ने बचाया अकबर को नयी कहानी
साधु बाबा कहते है की सही और गलत जब हम किसी को दूर से देखते है, तो हमे लगता है की वह क्या बात कर रहे है, हम समझने की कोशिश करते है अपने अपने तर्क लगाते है जब हम किसी की बात को छुपकर सुनते है तो हमे वह बात समझ आती है, हम विश्वाश कर लेते है मगर हमे समझना चाहिए की सुनी हुई बात पर यकीन बहुत कम करना चाहिए जब तक आप देख कर विश्वाश नहीं कर लेते है तब तक सुनी बातो पर विस्वाश नहीं करना चाहिए इसलिए दोनों के बीच बहुत ही कम अंतर होता है,
लालच बुरी बला है कहानी
very short story in hindi, very short story in hindi with moral, उसके बाद साधु बाबा कहते है की जीवन में अगर आप लोग ध्यान से बातो को नहीं सुनते है, तो जीवन में होने वाली घटनाओ को नहीं समझ सकते है यह प्रश्न मेने इसलिए पूछा था क्योकि आप लोग ध्यान नहीं दे रहे थे, उसके बाद सभी शिष्य ध्यान से बताओ को सुनते थे, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे
दो दोस्तों की लघु कहानी :- Short story in hindi with moral
very short story in hindi, जब दोनों दोस्तों को यह पता चला कि जंगल में उन्हें बहुत सारा धन मिल सकता है, तो उन्होंने जंगल में जाने के लिए फैसला किया, वह दोनों दोस्त इस बारे में सोच रहे थे कि उन्हें बहुत सारा धन मिल सकता है, Because उन्होंने एक आदमी की बात सुनी थी वह कह रहा था कि जंगल में बहुत सारा धन छुपा हुआ है, अगर वह धन मिल जाए तो उससे वह बहुत कुछ कर सकते हैं,
यह तो नहीं पता कि धन कितना है but अगर उन्हें धन मिल सकता है तो इससे आगे आने वाले जीवन को बहुत अच्छा बना सकते हैं इसलिए वे दोनों दो जंगल की ओर जाते हैं but वह इस बात को नहीं जानते हैं कि जंगल में उन्हें धन किस जगह पर मिलेगा Because उन्होंने धन के बारे में सुना हुआ था यह धन कहां छुपा है यह उन्हें नहीं पता है इसलिए इस बारे में उन्हें सोचना होगा और धन की खोज करनी होगी दोनों जंगल की ओर गए तो उन्होंने किसी के बात करने की आवाज सुनी
बीरबल की समस्या भी दूर हुई कहानी
वह कौन थे जो बात कर रहे थे वह कुछ दूरी पर जाकर उन्हें देखते हैं और सोचते हैं कि यह कौन लोग हैं तभी उन्हें पता चलता है कि है दोनों लोग चोर हैं और यहां पर अपना धन छुपा रहे हैं अब उन्हें पता चल जाता है कि यह धन उन्होंने यहां पर इकट्ठा किया होगा क्योंकि यह दोनों चोर हैं और यहां पर अपना धन छुपाते हैं हमें यह धन ले जाना चाहिए but दूसरा दोस्त कहता है कि हमारे लिए यह धन नहीं है Because यह चोरी का धन है इसलिए धन अपने पास नहीं रख सकते मुझे भी यह बात ठीक लग रही थी क्योंकि हो सकता है कि यह दोनों ने गांव वालों से लिया हो
इसलिए हमें यह धन गांव वालों को वापस कर देना चाहिए यह सोचकर उस धन को लेते हैं और गांव में चले आते हैं तभी वह गांव वालों से पूछते हैं कि इस गांव में किस-किस के घर में चोरी हुई थी यह सुनकर सभी कहते हैं कि तुम्हें इस बात से क्या मतलब तुम यह क्यों पूछ रहे तभी वह कहता है कि अगर खोया हुआ धन मिल जाए तो कितना अच्छा होगा यह सुनकर सभी लोग खुश हो जाते हैं और अपने बारे में बता देते हैं कि हमारे पर चोरी हुई थी
राजा और नगर में दावत कहानी
very short story in hindi, very short story in hindi with moral, सभी को धन वापस कर दिया जाता है और इस तरह वह दोनों दोस्त जो कि बहुत अच्छे दोस्त हैं सोचते हैं कि हमने एक अच्छा काम किया शायद हमें धन नहीं मिला but हमें उन लोगों की मदद कर दी जो कि हमें अपने जीवन में सभी की मदद करते हुए जाना चाहिए,
किसान और साधु की मोरल कहानी :- Short story in hindi with moral
वह किसान बहुत परेशान लग रहा था. वह बहुत गरीब था. क्योकि उसने सेठ से कर्ज भी लिया था. वह कुछ नहीं कर सकता था. एक दिन वह भगवान से कहता है. अपने मुझे कुछ नहीं दिया है. में बहुत परेशान रहता हु. मेरे परिवार को खाना भी नहीं मिलता है. शायद आपको यही सब कुछ अच्छा लगता है. मेरा जीवन समस्या से जुड़ा हुआ लगता है. कुछ समय बाद किसान को आवाज आती है.
शायद दरवाजे पर कोई आया है. वह किसान देखता है. एक साधु बाबा आये है. वह भोजन की मांग कर रहे है. लेकिन किसान को बहुत गुस्सा आ रहा था. वह साधु से कहता है की मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ भी नहीं है. हर रोज मुझे तंग करने आ जाते हो. तुम्हे कोई काम नहीं है. साधु जी कहते है शायद तुम परेशान लगते हो. इसलिए पहले तुम्हे शांत होना होगा. यह सुनकर किसान कहता है. अगर तुम यहां से जल्दी से नहीं गए तो मेरा गुसा बढ़ता जाएगा. वह साधु कहता है की में तुमसे मिलने आया था. लेकिन मुझे नहीं लगता है.
राजकुमारी और कछुवे की कहानी
तुम्हे मेरी जरूरत है. वह साधु गायब हो जाता है. शायद वह भगवान आये थे. क्योकि वह किसान अपनी समस्या को भगवान से कह रहा था. अब किसान को अपनी गलती पर बहुत पछतावा हो जाता है. क्योकि वह अपने गुस्से के कारण भगवान से बात भी नहीं कर पाया था. यह मोरल कहानी हमे यही कहती है. भले ही हमारे सामने समस्या आयी है. लेकिन यह ठीक बात नहीं है. की आप अपने गुस्से पर भी काबू नहीं कर पाते है.
इसलिए जीवन में अपने गुस्से पर काबू करना चाहिए. क्योकि अगर आप ऐसा कर सकते है. उसके बाद आप अपने जीवन की आधी से अधिक समस्या को दूर कर सकते है. हमे उम्मीद है. आपको यह सभी कहानी पसंद आयी है. आप इन्हे शेयर भी कर सकते है.
Read More Story Hindi :-
Bahuth hi achchi kahani hai