Story in hindi for class 6

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Story in hindi for class 6

कक्षा 6 की कहानी, story in hindi for class 6, यह कहानी हमे यही बताती है की हमे आपस में झगड़ा नहीं करना चाहिए, बल्कि समस्या को दूर करना चाहिए. यह कहानी कक्षा 6 के बच्चों की है उस समय कक्षा 6 में लगभग 50 लड़के पढ़ते थे (hindi kahani) उस क्लास में चार बहुत ही अच्छे दोस्त हैं जो कि साथ में बैठने की कोशिश करते थे

कक्षा 6 की कहानी :- story in hindi for class 6

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story in hindi for class 6

But 3 लड़कों की सीट होने के कारण उनमें से एक लड़का पीछे बैठता था हर बार अपने 3 friends से पीछे बैठ कर बात करता था लेकिन कभी-कभी वह आगे भी बैठ जाया करता था because चारों एक सीट पर नहीं आते थे कक्षा में अध्यापक पढ़ा रहे थे but लड़के ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया है कि teacher उसे लगातार देख रहे थे उनकी पढ़ाई पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा था और अपने  तीनों दोस्तों से दोस्तों से बात करने की कोशिश कर रहा था

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वह तीनों दोस्त कभी कभी पीछे मुड़कर देखते थे अध्यापक देख रहे थे teacher ने पिछले लड़के को खड़े होने को कहा और कहा कि जो भी अभी पढ़ाया गया है वह तुमने ध्यान से नहीं सुना इसलिए तुम कक्षा से बाहर जाकर खड़े हो जाओ वह लड़का चुपचाप class से बाहर जाकर खड़ा रहा और जब तक class चलती रही है लड़का खड़ा रहा दूसरी समय की कक्षा में वह अंदर आकर बैठ गया और अपने दोस्तों से कहने लगा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं चलेगा मैं  पीछे बैठता हूं और जब भी मैं बात करने की कोशिश करता हूं तो अध्यापक मुझे देख लेते हैं

 

हमें ऐसी योजना बनानी चाहिए जिससे कि हम बारी-बारी से एक दूसरे कि सीट को बदल सके नहीं तो मैं बहुत ज्यादा बार पीछे ही बैठता हूं और तुम तीनों हमेशा आगे बैठते हो यह नहीं चलेगा तीनों कहने लगे कि हम चारों दोस्त हैं इसमें हमें सोचना नहीं चाहिए तुम अगर अब बीच में बैठना चाहते हो तो आकर बैठ सकते हो हम इसे कोई पीछे बैठ जाया करेगा और ऐसा ही होगा because हम चारो एक साथ नहीं बैठ सकते सभी दोस्त छुट्टी होने के बाद घर जाने लगे और रास्ते में बात करते हुए जा रहे थे कि आज तुम्हारी तीनों की वजह से मुझे बाहर खड़ा रहना पड़ा और मुझे बात करने का भी मौका नहीं मिल पाया था

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जब मैं बात कर रहा था तो teacher मुझे देख रहे थे इसलिए उन्होंने मुझे बाहर खड़ा कर दिया और तुम्हारी वजह से ही मैं बाहर खड़ा रह हूं कहने लगे कि हम चारों दोस्त हैं हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए कल तुम आगे बैठ जाना हम में से कोई एक पीछे बैठ जाएगा लेकिन उन तीनों में से पीछे कौन बैठेगा यह बात कल होनी थी जब सुबह चारों दोस्त स्कूल आए तो कहने लगे कि अब मैं आगे बैठ लूंगा लेकिन तीनों में से कोई भी पीछे बैठने को तैयार नहीं था because तीनों को बात करने की बहुत आदत थी

 

वैसे भी यह जानते थे जो पीछे बैठेगा वह बात नहीं कर पाएगा क्योंकि 3 लोग आगे बैठेंगे और इससे वह कभी भी बात नहीं कर पाएंगे इस तरह सभी में झगड़ा होने लगा और कहने लगे कि हम में से कोई भी पीछे बैठने को तैयार नहीं है और तुम आगे बैठने को तैयार हो ऐसा कैसे हो सकता है पीछे बैठने वाले ने कहा कि मैं बहुत दिनों से पीछे बैठ रहा हूं और अब मेरा भी मन करता है कि मैं आगे बैठा हूं और तुम में से किसी एक को पीछे आना पड़ेगा नहीं तो हम बात नहीं कर पाएंगे

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अगर ऐसा ही चलता रहा तो फिर teacher मुझे देख लेंगे तो फिर मुझे बाहर खड़ा कर देंगे और इस तरह तो कुछ भी नहीं होगा उस दिन सभी दोस्तों में आपस में झगड़ा हो गया कोई पीछे बैठने को तैयार नहीं था इसलिए किसी ने भी किसी से बात नहीं की और जब छुट्टी हुई तो चारों अपने अपने घर चले गए

 

किसी ने भी आपस में बात नहीं की because झगड़ा बहुत ज्यादा बढ़ चुका था सभी दोस्त शाम को एक पार्क में खेलने आया करते थे क्योंकि वह साथ में पढ़ते थे इसलिए साथ में ही खेलते थे जब है चारों शाम को पार्क में आए तो किसी ने भी किसी से बात नहीं की because उनकी सुबह ही आपस में लड़ाई हो गई थी और वह किसी से भी बात नहीं कर रहे थे

 

यह सब एक लड़का खड़ा हुआ देख रहा था जो कि उनके साथ कभी कभी खेला करता था वह देख रहा था कि चारों दोस्त आए हुए तो है लेकिन किसी से भी बात नहीं कर रहे हैं और ना ही खेल रहे हो चुपचाप खड़े हुए हैं उनके पास आया और कहने लगा कि क्या बात है आप लोग को आपस में बात नहीं कर रहे जबकि आप तो साथ में खेलते हैं और मुझे लगता है कि

 

आप साथ में ही स्कूल जाते हैं उनमें से एक लड़का बोला है कि आज सुबह हमारी आपस में लड़ाई हो गई है क्योंकि हम तीनों एक सीट पर बैठते हैं और एक दोस्त को पीछे बैठना होता है वह दोस्त कह रहा था कि हम मुझे आगे बैठना है और तभी हम तीनों में से कोई भी पीछे बैठने को तैयार नहीं था और इस बात पर हमारा आपस में झगड़ा हो गया

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तभी वह लड़का कहने लगा कि तुम तो छोटी सी बात पर आपस में झगड़ा कर रहे हो

जबकि तुम तो बहुत अच्छे दोस्त हो इस problem का हल बहुत आसानी से निकाला जा सकता है

अगर तुम थोड़ा सोचते तो यह समस्या जो भी खत्म हो सकती थी

but वह कहने लगा कि तुम ना उस time इस बात पर ध्यान नहीं दिया

लेकिन मैं तुम्हें इसका एक उपाय बताता हूं

जिससे किसी को भी परेशानी नहीं होगी और फिर आराम से बैठ जाएंगे

सभी चारों दोस्त उसकी ओर देखने लगे उसने लगे कि problem का हल इस लड़के के पास है

तो हमें इस problem का हल को सुनना चाहिए

 

उसके बाद लड़के ने बताया है कि तुम्हें तीनों को एक साथ नहीं बैठना चाहिए

बल्कि एक दोस्त को पीछे चले जाना चाहिए इस तरह दो दोस्त आगे बैठ जाएंगे तो पीछे,

किसी को भी परेशानी नहीं होगी और इस तरह कोई भी किसी से झगड़ा नहीं करेगा

जब यह बात चारों ने सुनी तो वे खुश हो गए

क्योंकि उनकी problem का समाधान मिल चुका था

अब वह दो आगे और दो पीछे बैठने लगे

इस तरह चारों दोस्तों की समस्या बिल्कुल समाप्त हो चुकी थी

अगर किसी को भी इसी तरह की परेशानियां सामने आती है

तो वह उस समस्या का हल आसानी से ढूंढ सकता है और अपनी दोस्ती को हमेशा बरकरार रख सकता है.

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जीवन में अच्छे दोस्त होने बहुत जरुरी है तभी हम सभी समस्या को दूर कर सकते है इसलिए दोस्ती हमेशा सभी के काम आती है अपनी डसती को हमेशा ही बरकरार रखना चाहिए, कक्षा 6 की कहानी, (story in hindi for class 6) अगर आपको यह कहानी (hindi kahani) पसंद आयी है, तो आप इसे सहरे जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बताये, 

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वह “कक्षा -6” में पढ़ता है, उसका नाम सुनील है, सुनील बहुत अच्छा लड़का है, वह हमेशा अपनी जिम्मेदारी को समझता है, सुनील के माता पिता इस बता को नहीं जानते है की उनका लड़का बहुत समझदार है, शायद उन्होंने इस बता पर गौर नहीं किया होगा, एक दिन की बात है, सुनील अपने स्कूल जा रहा था, वह देखता है की एक बूढ़ा आदमी अपने सिर पर एक टोकरी रखकर जा रहा है, उसके बहुत कम फल थे, वह बूढ़ा बहुत अधिक नहीं चल रहा था, वह कुछ देर बाद बैठ जाता है,

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सुनील को लग रहा था, वह बूढ़े आदमी से इस बारे में बात कर सकता था, वह जल्दी जल्दी बूढ़े के पास जाता है, क्योकि उसे स्कूल भी जाना था, वह उस बूढ़े आदमी के पास जाता है, वह उनसे कहता है की आप ठीक है, क्योकि मुझे लग रहा है की आप बीमार है, आप चल भी नहीं पा रहे है, वह बूढ़ा आदमी सुनील को देखता है वह देखता है, की वह लड़का स्कूल के कपड़े पहने हुआ है, वह स्कूल जा रहा था, वह बूढ़े बाबा कहते है की तुम स्कूल जाते हो, सुनील कहता है की में “कक्षा -6” में पढ़ता हु,

 

वह बूढ़े बाबा कहते है की मेरी तबियत कुछ दिन से ठीक नहीं है, लेकिन अगर में काम नहीं करूँगा तो मुझे खाने को नहीं मिलेगा इसलिए कमा करना तो बहुत जरुरी है, यह सुनकर सुनील कहता है की आपके घर में कौन कौन है, वह बूढ़ा आदमी कहता है की में तो अकेला ही हु, यह सुनकर सुनील कहता है की इसलिए आपको काम पर जाना होता है, लेकिन इससे तो आपकी तबियत और अधिक खराब हो जायेगी, यह सुनकर बूढ़ा आदमी कहता है, अगर में काम नहीं करूँगा तो और कौन करेगा

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सुनील कहता है की आपको आराम करना चाहिए जब आप ठीक हो जाए फिर काम कर लेना सुनील की बातो से उस बूढ़े को हंसी आती है, लेकिन वह कुछ नहीं कर सकता था, सुनील कहता है की अगर आपको भूख लगी है, तो आप मेरा खाना खा सकते है, यह सुनकर बूढ़ा आदमी कहता है की मुझे अभी भूख नहीं है, सुनील कहता है की में अभी स्कूल जा रहा हु आप अपना ख्याल रखना यह सुनकर आज बूढ़े आदमी को लग रहा था आज कोई तो है, जिसने उसकी तकलीफ को पूछा था, शायद इस दुनिया में कोई नहीं है,

 

जो मुझसे यह बात पूछता, लेकिन सुनील की बातो से अब पता चल गया था, यह लड़का जीवन में जरूर कुछ बनेगा, वह बूढ़ा सुनील के स्कूल के पास ही बैठ जाता है जब स्कूल की छुट्टी होती है, सुनील स्कूल से बाहर आता है, वह देखता है की बूढ़ा आदमी  वही पर बैठा हुआ है,, सुनील उनके पास जाता है, वह कहता है की आप अभी भी यही पर है, आपको घर चले जाना चाहिए था क्योकि आपकी तबियत ठीक नहीं है, वह बूढ़ा आदमी कहता है की यह कुछ फल बचे है, अगर यह भी बिक जाए तो अच्छा होगा, सुनील उनके पास ही बैठ जाता है,

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सुनील कहता है की जब तक आप घर नहीं जाते है तब तक में भी घर नहीं जा सकता हु, यह सुनकर वह बूढ़ा आदमी कहता है की ऐसा नहीं कहते है की तुम्हे घर जाना चाहिए, तुम्हारे माता पिता इंतज़ार कर रहे होंगे, अगर तुम घर नहीं पहुंचते हो तो उन्हें बुरा लग सकता है, लेकिन सुनील बात नहीं मान रहा था, कुछ देर बाद उनके फल बिक जाते है, वह बूढ़ा आदमी कहता है की अब मुझे घर जाना ही होगा, क्योकि मुझे खाना भी खाना है, सुनील कहता है की आप किस जगह पर रहते है,

 

वह बूढ़ा आदमी कहता है की तुम्हे घर नहीं जाना है, क्योकि तुम्हे अभी तक घर पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन तुम तो मेरा इंतज़ार कर रहे थे, सुनील कहता है, की मुझे आपके घर जाना है, आपका घर देखना है, वह बूढ़े आदमी के साथ जाता है उनका घर देखता है वह टूटी हुई झोपडी थी, सुनील को बहुत दुःख होता है, उनके पास अधिक साधन भी नहीं है,, वह इस जगह पर कैसे रहते है, सुनील उन्हें अपने साथ चलने को कहता है, क्योकि यह जगह सही नहीं है,

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जब सुनील घर गया तो उसे बहुत देर हो गयी थी, सुनील की माता कहती है तुम अपने साथ किसे लाये हो, सुनील सब कुछ बता देता है, उनके साथ क्या हुआ था, यह अकेले ही रहते है उसके बाद सुनील की माता कहती है की अब से यह यही पर ही रहेंगे, क्योकि इनका कोई भी नहीं है, यह सब कुछ सुनील की वजह से हुआ था, अगर सुनील उनके बारे में बात नहीं करता तो शायद उनकी कभी भी मदद नहीं होती, भले ही सुनील “कक्षा -6” में पढ़ता है, फिर भी वह उन सभी काम को करता है, जिनके बारे में लोग सोचते भी नहीं है, अगर आपको यह story in hindi for class 6, hindi kahani पसंद आयी है, तो शेयर करे,

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