Story in hindi | Hindi stories
story in hindi, गांव के जमींदार ने सभी लोगों को परेशान कर रखा था गांव के सभी लोग अपनी खेती करते थे व साथ में उस जमींदार के लिए अपनी खेती में से कुछ हिस्सा भी दे देते हैं क्योंकि जमींदार ने सभी को यह ऐलान करवा रखा था, (hindi stories) कि हर व्यक्ति अपनी फसल के बाद मुझे हिस्सा देगा सभी लोग बहुत ही मजबूरी में काम कर रहे थे.
Story in hindi : सच्ची ईमानदारी की कहानी
story in hindi, Because जमींदार उस वक्त बहुत बड़ा आदमी हुआ करता था इसलिए सभी लोग डर के मारे यह काम कर रहे थे but एक किसान उनमें से ऐसा था जो इस बात को मानने को बिल्कुल भी तैयार नहीं था उसका कहना यह था कि but हमारे पास फसल में से कुछ हिस्सा जमींदार के पास चला जाएगा तो इससे हमें खाने में बहुत समस्या होगी Because मेरी खेती बहुत छोटी है उसमें से भी हमारा गुजारा बहुत मुश्किल से हो पाता है और उस पर वह जमीन ना हमसे हिस्सा लेने के बाद कहता है मैं यह काम नहीं करूंगा
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बहुत से गांव वाले से समझा रहे थे कि अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो तुम पर बहुत जुल्म करेगा जिस से तुम्हें बहुत problem होगी अगर हमारी बात मान लेते हो तो आराम से तो रह सकते हो but किसान इस बात को मानने को तैयार नहीं था जब इस बात का पता जमींदार को लगा तो उसके साथ से मिलने आया और कहने लगा कि तुम्हे मेरी बात क्यों मंजूर नहीं है
जबकि सभी लोग इस बात को मानने को तैयार हैं फिर किसान ने अपनी समस्या बताई कि मेरे पास थोड़ी सी जमीन है इसमें से भी but आप ले लोगे तो मेरा गुजारा कैसे होगा जमींदार के साथ एक मुनीम काम करता था वह जमींदार से कहने लगा कि अगर एक आदमी ऐसा कर रहा है तो आपको समझ लेना चाहिए कि यह बहुत ही “ईमानदार” आदमी है but इसकी बात नहीं मानी जाएगी तो हो सकता है इसकी पक्ष में बहुत सारे गांव वाले खड़े हो जाएं
इसलिए आपको इसे छोड़ देना चाहिए इससे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है but जमींदार कहने लगा कि but मैंने ऐसा किया तो सभी लोग धीरे-धीरे ऐसा ही करने लगेंगे और मुझे कुछ भी नहीं दे पाएंगे मुनीम ने कहा कि ऐसा नहीं होगा हम सब को समझा देंगे इसके पास बहुत ही थोड़ी खेती है जो कि यह कहता है
इसलिए हम भी इसकी सजा को माफ कर देंगे और इससे कुछ भी नहीं लेंगे उस दिन के बाद उस आदमी से किसी ने भी उसकी खेती से हिस्सा नहीं लिया और अपनी खेती करता रहा एक “इमानदार” आदमी बहुत कुछ कर सकता है इसलिए जीवन में “ईमानदार” बनो और हमेशा आगे बढ़ते रहो. सच्ची ईमानदारी की हिंदी कहानी, story in hindi, hindi stories, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे और हमे भी बताये.
ईमानदारी के सही मायने को समझे हिंदी कहानी :- story in hindi
हम दो दिन से भूखे है, हमारे पास खाने को कुछ भी नहीं है, हम दोनों अच्छे दोस्त है, मगर अब मुझसे भूखा नहीं रहा जाता है, मुझे ऐसा लग रहा है, अगर मेने खाना नहीं खाया तो हमारा जीवित रहना बहुत मुश्किल है, महेश इस बात को जानता था, की उसका दोस्त कमजोर पड़ रहा है, लेकिन जब तक उन्हें कोई काम नहीं मिल जाता है, उन्हें खाना कैसे मिल सकता है, यह बात भी उसके दोस्त को समझनी चाहिए था
लेकिन महेश का दोस्त यह बता नहीं समझ रहा था, अगला दिन भी आ गया था, वह दोनों काम की तलाश में जाते है, उसके बाद भी महेश को कोई काम नहीं मिल रहा था, वह अपनी कोशिश कर रहा था मगर महेश का दोस्त अब भूखा नहीं रह सकता था, उसे रास्ता में एक आदमी का पर्स मिल जाता है, वह उसे लेकर आता है, उसके बाद शाम को जब महेश आता है वह देखता है की उसके दोस्त के पास बहुत सारे पैसे है, मगर यह कहा से आये है, महेश अपने दोस्त से इस बारे में पूछता है,
महेश का दोस्त कहता है, उसे यह रस्ते में मिल गया था, अब वह इन पेसो से अपने लिए खाना लाएगा मगर महेश को यह ठीक नहीं लग रहा था, क्योकि यह धन उनका नहीं था, किसी आदमी का था, महेश कहता है की हमे इन पेसो से कुछ भी नहीं लाना है पता नहीं है, जिसका यह पर्स है, वह आदमी अपने पर्स के लिए परेशान हो रहा होगा, हम उसके पेसो का इस्तमाल नहीं कर सकते है महेश वह पर्स लेता है उस पर उस आदमी का पता भी था, महेश उसे वापिस करने जाता है, जब महेश उस पते पर जाता है, वह आदमी बहुत अमीर था,
महेश उस आदमी से मिलता है, वह उसे पर्स देता है उसके बाद उस आदमी को पूरी बात कहता है, वह आदमी अब समझ गया था, यह बहुत “ईमानदार” है, वह यह भी समझ गया था, की यह बहुत गरीब है इसलिए वह महेश को काम देता है, कुछ पैसे भी एडवांस में देता है, क्योकि वह उनकी हालत को समझ गया था, जिसके बाद महेश उन पेसो से खाना भी लेकर जाता है क्योकि अजा उन्हें तीन दिन हो गए थे उन्होंने कुछ भी नहीं खाया था, अब महेश का दोस्त कहता है, यह खाना तुम कहा से लाये हो,
story in hindi, महेश उसे सब कुछ बता देता है, महेश का दोस्त कहता है की क्या “ईमानदारी” में इतनी ताक़त होती है, आज तुम्हे काम भी मिल गया है, हमे खाना भी मिल गया है, महेश कहता है, “ईमानदारी” अगर हम सही से निभाते है तो भले ही शुरू में मुश्किल आ जाए मगर बाद में सब कुछ ठीक हो जाता है, उस दिन के बाद उनके अच्छे दिन शुरू हो गए थे, भले ही शुरू में उनकी समस्या बहुत अधिक हो गयी थी, मगर अब सब कुछ ठीक हो गया था, इसलिए जीवन सही मार्ग का चुनाव करे,
Story in hindi : ईमानदारी की दूसरी कहानी
story in hindi, वह बहुत “ईमानदार” था, वह जिस place पर काम करता था, वही पर एक सेठ रहता था, but वह सेठ यही सोचा करता था की आज की दुनिया में कोई भी ईमानदार नहीं नहीं हो सकता है, इसलिए उसे उस आदमी पर हमेशा शक होता है भले ही वह आदमी वहा पर काम करता था but उसे किसी भी बात का लालच नहीं था, वह अपने काम पर ध्याना देता था,
एक दिन सेठ काम पर जा रहा था, उसका पर्स नहीं मिल रहा था, वह सेठ कहता है की मेरा पर्स कहा है वह आदमी कहता है की मुझे आपके पर्स के बारे में कुछ भी पता नहीं है, but अब सेठ को उस आदमी पर शक हो जाता है, वह सेठ कहता है की तुमने जरूर मेरा पर्स लिया है, but तुम बताना नहीं चाहते हो इसलिए मुझे लगता है की तुम यहां पर नहीं रह सकते हो वह आदमी कहता है की आप मालिक आप जो करते है वह सही होता है but मेने आपका पर्स नहीं लिया है में यह बात सच में कह रहा हु, आप मेरी बात पर यकीन नहीं कर है
वह आदमी चल जाता है Because उसे लगता है की सेठ अब उनकी बात पर यकीन नहीं कर रहा है, वह सेठ मन में सोचता है की में सही था वह मेरा पर्स ले रहा था, उसने अभी तक मुझे यह भी नहीं बताया है की मेरा पर्स कहा पर रखा है वह सेठ अपने कपड़े को देखता है और पर्स उसी में से गिर जाता है अब सेठ को लगता है की यह पर्स तो मेरे पास ही था, और मेने उस आदमी पर श किया था , वह तो बहुत ईमानदार था, कभी कभी life में गलती हो जाती है but हमे आदमी की पहचान होनी चाहिए, story in hindi, hindi stories, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे और हमे भी बताये.
एक ईमानदार लड़के की कहानी, story in hindi
story in hindi, hindi stories, वह बहुत भूखा था उसे बहुत भूख लग रही थी मगर कोई भी खाना नहीं दे रहा था आज उसे पता चल गया था की जब इंसान भूखा होता है तो उसे कैसा लगता है आज उसे भूख का अहसास था अगर उसके पास कोई काम होता तो शायद वह भूखा नहीं रहता, मगर उसे अभी तक कोई काम नहीं मिला था, वह तो यही सोच रहा था की अगर कोई कमा मिल जाता तो बहुत अच्छा होता,
उसकी भूख कम हो जाती है वह एक आदमी को देखता है वह कुछ खा रहा था उसे कहते हुए देख वह सोचता है की शायद थोड़ा खाना भी मिल जाता तो बहुत अच्छा होता मगर वह मुझे खाना क्यों देगा, वह लड़का वही पर बैठ जाता है जब वह आदमी खाना खा कर दुकानवाले को पैसा देता है तो उसका पर्स गिर जाता है वह आदमी नहीं जानता था, की उसका पर्स गिर गया है, वह लड़का उस पर्स को लेता है देखता है की इसमें तो बहुत अधिक पैसा है, मगर वह उसका नहीं है, यह बात जानता है,
वह लड़का उस आदमी के पास जाता है वह उसे पर्स देता है वह आदमी कहता है की मुझे नहीं पता था, की यह पर्स गिर गया है तुम बहुत ईमानदार हो, जो मुझे यह पर्स दे दिया है नहीं तो कोई भी ऐसा नहीं सोचता है यह कहकर वह आदमी देखता है की वह लड़का अब बेहोश हो गया है वह उसे डॉकटर के पास ले जाता है तब पता चलता है की यह लड़का दो दिन से भूखा है इसने कुछ नहीं खाया है यह सोचकर वह आदमी उस लड़के के बारे में सोचता है, उसे अपने घर ले जाता है,
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story in hindi, hindi stories, उसे अपने पास रखता है क्योकि वह आदमी उस लड़के की कीमत जानता है यह बहुत अधिक महान है जो भूखा रहकर भी दुसरो की मदद करता है शायद बहुत कम लोग ऐसे होते है जो इस लड़के के जैसे हो सकते है, हमे भी उसी की तरह “ईमानदार” होना चाहिए, जीवन को सफल बनाने के लिए ईमानदार बहुत जरुरी है, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे,
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