Story in hindi 2024
Story in hindi 2024, अगर हम भगवान् के प्रति सच्ची भक्ति रखते है, तो हमे उनकी कृपा भी मिलती है, इसलिए हमेशा सच्चे मन से भक्ति करनी चाहिए, यह बहुत समय पहले शरू हुआ था, उसे अपनी भक्ति पर पूरा विश्वास था, उसका कहना यही था, की भगवान् हमेशा मदद करते है, मगर उनकी जो सच्चे मन से सेवा करते है, सबका भला करते है, उनकी भगवान् जरूर मदद करते है,
मगर उस व्यक्ति की पत्नी शोभा को ऐसा नहीं लगता था, क्योकि उसने बहुत कुछ देखा था, वो परेशानी में बहुत अधिक रही है, इसलिए उन्हें विश्वास नहीं था, व्यक्ति आया और कहने लगा की हमारी प्राथना भगवान् एक दिन जरूर सुनेगे, मगर शोभा को ऐसा नहीं लगता है, क्योकि उसका कहना था की अगर ऐसा होता तो हमे सब कुछ मिल जाता मगर ऐसा नहीं है,
भक्त की हिंदी कहानी : story in hindi
अपनी पत्नी की बातो को सुनकर वह हमेशा शोभा को यही कहता था की ऐसा नहीं सोचना चाहिए, हमे भगवान् पर पूरा विश्वास रखना चाहिए मगर तुम सोचते नहीं हो, अगर हम अपने मन में ऐसा ही सोचते रहेंगे तो कभी भी भगवान् से हमे सहायता प्राप्त नहीं होगी, उनकी बाते सुनकर पत्नी ने कहा की तुम्हे पता नहीं किसका इंतज़ार है, अगर भगवान् को मदद करनी होती तो वह हमारी अब तक मदद कर चुके होते मगर ऐसा नहीं है, हमे आज तक सभी परेशानी को सहना पड़ा है,
जिंदगी में बदलाव कहानी
यह कोई कम परेशानी नहीं है, भगवान् मुझ पर तो खुश नहीं है, लेकिन तुम तो भगवान् के भक्त हो, तुम्हे कृपा क्यों नहीं मिल रही है, तुम्हे परशानी क्यों उठानी पड़ रही है, तुम्हे तो यह सोचना चाहिए मगर अपनी पत्नी की बातो पर कोई ध्यान नहीं दिया, वह अपने काम पर चला गया था, वह मंदिर के पास ही काम करता था, उसका काम मंदिर की सफाई करना आदि था, वह परेशानी से बहुत दुखी था मगर कुछ नहीं कर सकता था, वह हमेशा सोचा करता था, की भगवान् पता नहीं कैसे दीखते होंगे, वह यही चाहता था की भगवान् उसके साथ में भोजन करे,
सही मार्ग कौनसा है हिंदी कहानी
मगर ऐसा होना संभव नहीं था, लेकिन उसे लगता था, की अगर भगवान् उससे खुश हुए तो ऐसा हो सकता है, वह मंदिर के बहार सफाई कर रहा था, तभी एक बूढ़ा आदमी बहुत ज्यादा तक जाने के कारण ही मंदिर की सीढ़ियों पर बैठ गया था, उसको वहा पर बैठा देख वह आदमी उसके पास आया और पूछा की आप बहुत ज्यादा परेशान दिखाई दे रहे हो, तभी वह आदमी बोला की मेने दो दिन से कुछ नहीं खाया है, मुजगे बहुत ज्यादा कमजोरी आ गयी है, इसलिए थक गया हु, वह आदमी कहने लगा की ऐसा क्यों हुआ था,
पौराणिक हिंदी कथा
वह बूढ़ा आदमी कहने लगा की में सबकी सेवा करके ही कुछ पैसे कमा लेता हु, लेकिन मेरी तबियत ठीक नहीं थी इसलिए मुझे कोई भी काम नहीं मिला था, जिसके कारण में बहुत दुखी हु, आदमी को बहुत बुरा लग रहा था, की मंदिर के पास एक भूखा बैठा है, वह कहने लगा की आप मेरे साथ में चलिए में आपके लिए कुछ खाने का प्रबंध करता हु, वह उस बूढ़े को अपने साथ घर ले गया था. घर पहुंचा और अपनी पत्नी को कहा की खाना तैयार कर लेना आज हम दो लोग खाने आये है, पत्नी ने कुछ नहीं कहा और खाना तैयार करने लग गयी थी,
कुछ देर बाद ही खाना बन गया था, वह आदमी उस बूढ़े आदमी के लिए खाना ले आया था. उसके बाद दोनों ने खाना खाया और वह बूढ़ा आदमी कहने लगा की आज दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं करता है सभी अपने बारेमे सोचते है, मगर आज आपने मुझे खाना खिलाया है, तुम बहुत अच्छे आदमी हो, वह कहने लगा की ऐसा नहीं है, आप भूखे थे, मेने खाना खिलाया इसमें कोई भी बात नहीं है, अगर में भूखा होता तो क्या आप मुझे खाना नहीं खिलाते, वह बूढ़ा आदमी कहने लगा की तुम्हारा मन साफ़ है, इसलिए तुम्हे सब कुछ अच्छा नज़र आता है,
लेकिन दुनिया ऐसी नहीं है, जैसा तुम सोचते हो, सभी लोग अपने बारे में सोचते है, और उन्हें लगता है की वह सही है, मगर वह सही नहीं है, क्योकि जो कोई भी दूसरे के बारे में सोचता है वह सही सोचता है, अपने बारे में तो सभी सोचते है, क्या कोई दूसरे के दर्द के बारे में सोचता है, क्या उसे पता है की कोई कितना दुखी है, लेकिन कोई नहीं देखता है, वह आदमी बोला की आप आराम कर ले आप थक चुके है, वह बूढ़ा आदमी आराम करने लग गया था,
कुछ देर बाद वह आदमी उठा तो उसने देखा की वह बूढ़ा आदमी कहा चला गया है, अपनी पत्नी से पूछा की वह बूढ़ा आदमी कहा गया है, पत्नी ने कहा की मेने उसे जाते हुए नहीं देखा है, पत्नी ने पूछा की वह कौन था उसने बताया की मुझे आज वह मंदिर की सीढ़ियों पर बैठा हुआ मिला था, पत्नी ने कहा की तुम किसी को भी लेकर आ जाते हो, तुम्हे सोचना चाहिए की हम उसे नहीं जानते है, और तुम उसे लेकर आ गए थे, उस आदमी ने देखा की एक थैला रखा हुआ था, उसके अंदर बहुत सारे सोने के सिक्के थे,
मगर यह किसके हो सकते है, पत्नी ने कहा की यह उस बूढ़े के हो सकते है, वह आदमी भी सोचने लगा की वह इतने अमीर थे, मगर वह मुझसे कुछ और ही कह रहे थे, आदमी बोला की हमे उनके यह सिक्के रख देने चाहिए हो सकता है की वह इसे लेने यहां पर आये ऐसा सोचकर रात को दो सो गए थे, उसके बाद उस आदमी को सपना आया की में तुमसे मिलने आया था, तुम्हारे साथ भोजन भी किया था, तुम परेशान थे इसलिए मेने कुछ सिक्के तुम्हारे लिए छोड़े है,
सही मार्ग कौनसा है हिंदी कहानी
जिसकी जरूरत तुम्हे है, उनका इस्तमाल कर लेना, तभी उसकी आँखे खुलती है, वह अपनी पत्नी को सारी बात कहता है, पत्नी यह सब सुनती है, और कहती है की भगवान है और सबकी मदद करते है, में ऐसा नहीं सोचती थी मगर मुझे अब यकीन हो गया है, सच्चे भक्त की बाते हमेशा भगवान् सुनते है, इसलिए अपने जीवन में अच्छे कार्य जरूर करे, अगर आप भी भक्ति के मार्ग पर चलते है. तो आपको भी भगवान से मदद जरूर मिल सकती है. आपको यह भक्त की हिंदी कहानी, (story in hindi) कैसी लगी, हमे जरुरी बताये और अगर आपको लगता है की यह बात सही है तो आप इस कहानी को जरूर शेयर करे.
Read More Hindi Story :-
Read More-समय-समय की हिंदी कहानी
Read More-यकीन नहीं होता हिंदी कहानी
Read More-एक गांव का पेड़ कहानी
Read More-दादा जी की बातें हिंदी कहानी
Read More-सोने के सिक्के की कहानी
Read More-अच्छी मुलाकात की कहानी
Read More-जरूर सोचिये हिंदी कहानी
Read More-बढ़ई की नयी सीख कहानी
Read More-समय का सही उपयोग कहानी
Read More-अनोखी भाषा की हिंदी कहानी
Read More-आज का दिन हिंदी कहानी
Read More-कुछ भी नहीं है एक कहानी
Read More-ये दूरियां हिंदी कहानी
Read More-बरसात के दिन आये कहानी
Read More-आप क्या करते हो हिंदी कहानी
Read More-बदलते विचार की हिंदी कहानी
Read More-एक कहानी सोचना जरुरी है
Read More-जीवन की सफलता की कहानियां
Read More-सही दिशा में सपनों की कहानी
Read More-अकेले ही चलते रहे हिंदी कहानी
Read More-एक सच्चे दोस्त की कहानी
Read More-उड़ती हुई रेत की कहानी
Read More-कला का ज्ञान हिंदी कहानी
Read More-मेहनत बेकार नहीं जाती कहानी
Read More-जीवन में कामयाबी की कहानी
Read More-सीखने की कला हिंदी कहानी
Read More-यादगार पल की हिंदी कहानी
Read More-परेशानियों का सामना हिंदी कहानी
Read More-विचित्र हिंदी कहानियां
Read More-सब-कुछ संभव है कहानी
Read More-पहाड़ी की दूरिया हिंदी कहानी
Read More-कबीले के पास की गुफा हिंदी कहानी
Read More-जीवन के सही मूल्यों की कहानी
Read More-राजकुमारी और तितली की कहानी
Wow Bahut Achhi Kahani Hai or Ye Such Hai Bhagwan hote Hai or Aate Hai magar kisi KO Nhi Pta Ki unke Saath Bhagwan Bhojan Kiye Hai or Jo Log Bhagwan Ke Sache bhakt Ho Wahi Jeevan Me Bahut Aage Nikalte Hai Jai Shiv Shankar Bholenath Baba /.
Or mai Ek Ladki Hu Mera Bhi Bahut sapna Hai kash wo sapna Bhagwan pura Kare Mera Ager mai unke Liye achi hu toh.