story in hindi
तकलीफ से भरी दुनिया कहानी, (story in hindi), इस दुनिया में सभी लोग परेशान रहते है, अगर हम किसी की परेशानी को थोड़ा भी कम कर सकते है, तो इससे अच्छा काम कोई भी नहीं होता है, यह अच्छी सोच सभी के अंदर होनी चाहिए, यह कहानी आपको पसंद आएगी,
तकलीफ से भरी दुनिया कहानी : story in hindi
उसका स्वभाव बहुत ही अच्छा था वह किसी की भी मदद करने से पीछे नहीं हटता था उसके बारे में जो भी व्यक्ति बोलता था हमेशा यही कहता था कि इससे अच्छा आदमी कोई भी नहीं होगा जब भी कहीं जाता था वह किसी को परेशानी में देखता था हमेशा उसकी मदद करने के लिए तैयार रहता था वह यह कभी नहीं सोचता था कि मुझे उस काम में कितनी परेशानी होगी
वह आदमी अपनी परेशानियों को भूलकर सबकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता था उसके बारे में कोई भी बुरा नहीं सोच सकता था क्योंकि उसने कभी भी किसी का बुरा नहीं किया था वह तो हमेशा ही भलाई के काम करता था एक दिन वह अपने गांव वापस आ रहा था रास्ते में उसे एक बूढ़ी अम्मा नजर आए वह अपने सिर पर कुछ सामान रख ले जा रही थी लेकिन बहुत ही मुश्किल से चल पा रही थी वह आदमी उस अम्मा की मदद करने के लिए उसके पास गया और कहा कि मैं आपका सामान ले जाता हूं बूढ़ी अम्मा ने कहा की है तुम मेरा सामान क्यों उठाना चाहते हो
वह आदमी कहने लगा कि मैं तो बहुत ही मुश्किल से किसी का भी दुख नहीं देख पाता और आप तो बूढ़ी अम्मा हो आपके पास सामान देखकर आप उसे लेकर चलने में बहुत परेशानी हो रही है इसलिए मैं आपकी मदद करने के लिए यहां पर आ गया हूं बुढ़िया ने कहा कि आज कल की दुनिया में तो कहने पर भी कोई काम नहीं करता तुमने तो बिना कहे मुझसे यह सब कुछ कह दिया उसके बाद में बुढ़िया मां का कुछ सामान अपने साथ ले लिया और साथ साथ चलने लगे बुढ़िया से पूछ रहा था कि तुम गांव में किसके यहां पर आई हो क्योंकि मैं तो गांव में सभी को जानता हूं
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बुढ़िया में कहने लगी कि मैं अपनी बेटी के यहां पर आई हूं और बहुत साल हो गए उससे मिले हुए मुझे उससे बात किये हुए भी काफी दिन हो गए हैं इसलिए मैंने सोचा कि मैं ही मिला आती हूं हो सकता है उसके पास समय नहीं हो आने के लिए, इसलिए मैंने सोचा कि मैं ही मिल कर आती हूं वह आदमी कहने लगा कि मैं आपका सामान उसी घर में रख दूंगा जहां पर आप जाना चाहती हैं बुढ़िया मां अब उस जगह पर पहुंच चुकी थी जहां पर उन्हें जाना था उसके बाद वह आदमी भी सामान लेकर उसी घर के अंदर गया सामान रखने के बाद से आदमी कहने लगा मुझे चलना चाहिए बुढ़िया मां ने कहा कि तुमने मेरे लिए बहुत बड़ी तकलीफ ली है
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इसलिए तुम ऐसे नहीं जा सकते आपको थोड़ी देर यहां पर बैठना होगा मुझसे बातें करनी होगी तभी आदमी कहने लगा कि मुझे भी अपने घर पर कुछ काम है इसलिए मुझे अभी तो चलना होगा बाद में मैं आपसे मिलने के लिए जरूर आ जाऊंगा बुढ़िया ने कहा की तुम जरूर आना मैं तुमसे मिलकर ही यहां से जाऊंगी तभी वह आदमी अपने घर वापस चला गया, आदमी अपने घर पहुंचा और तभी उसकी पत्नी ने कहा कि छोटू की तबीयत अचानक खराब हो गई है हमें उसे जल्दी ही डॉक्टर के पास ले कर जाना होगा वह आदमी छोटू को लेकर डॉक्टर के पास चला गया क्योंकि उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी
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उसके बाद जब वह छोटू को वापस लेकर आया तो छोटू की तबीयत अब ठीक नजर आ रही थी जब यह बात सभी गांव वालों को पता चली तो उसके घर पर सभी लोग आ गए वह देखने लगेगी छोटू को क्या हुआ है तभी आदमी कहने लगा कि उसकी तबीयत ठीक है तबीयत अचानक खराब हो गई थी जिसके कारण हमें जल्दी में जाना पड़ा इसमें परेशान होने की कोई भी जरूरत नहीं है जब सभी लोगों ने बात सुनी है तो वह सभी लोग छोटू को देखकर अपने अपने घर चले गए आदमी सुबह उठा और बुढ़िया मां से मिलने के लिए चला गया क्योंकि उससे मिलना भी जरूरी था
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क्योंकि उसने कहा था कि मुझसे मिलकर जाना और मुझे 2 दिन के लिए बाहर जाना है इसी वजह से अगर मैं उनसे नहीं मिल पाया तो शायद वह नाराज हो जाएंगे इसलिए मैं बुढ़िया मां से मिलने के लिए सुबह सुबह उसके घर पर पहुंचा वह घर के अंदर पहुंचा ही नहीं था वह घर के अंदर जाने ही वाला था की तभी उसे कुछ आवाजें सुनाई दे वह आवाज सुनकर बाहर ही खड़ा हो गया और वहीं पर रुक कर सोचने लगा कि आवाजें आ रही है तभी उसने ध्यान से जब बातों को सुना तो पता चला कि बूढ़ी अम्मा से पति और पत्नी लड़ रहे हैं बुढ़िया कह रहे हैं कि अब मैं कभी भी नहीं आऊंगी
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उस आदमी को पूरी बात तो पता नहीं चली लेकिन जैसे ही बुढ़िया बाहर आई तो उसने उस आदमी को देखा और बूढ़ी अम्मा की आंखों में आंसू देख कर वह आदमी कहने लगा कि आप मेरे साथ चलिए कोई भी बात हो इससे मुझे कोई लेना देना नहीं है आपको मेरे साथ चल नहीं होगा बूढ़ी अम्मा आदमी के घर चली गई है और बुढ़िया मां के लिए बहुत सारी व्यवस्था कराई उनके लिए खाना भी बनवाया है जिससे की उन्हें बिल्कुल यह न लगे कि वह यहां पर अजनबी है
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उस आदमी ने बुढ़िया से कुछ भी नहीं पूछा और बूढ़ी अम्मा ने देखा कि जीवन में ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे जो दूसरों की तकलीफ देखकर शायद उनकी ओर बढ़ लेते हैं उसके बाद बूढ़ी अम्मा ने कहा कि मुझे चलना चाहिए तभी वह आदमी कहने लगा कि मैं आपको आपके घर छोड़ देता हूं उसके बाद मैं मुझे जाना है वहां पर मैं चला जाऊंगा उसके बाद वह बूढ़ी अम्मा के साथ उनके गांव गया और वहां पर छोड़ कर अपने काम पर चला गया ऐसा आदमी मिलना बहुत मुश्किल होता है जो सब की तकलीफ है देखकर हमेशा दुखी होता है उनकी तकलीफ को दूर करने के लिए हमेशा तैयार रहता है.
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