masterji moral stories in hindi
मास्टर जी की कहानी
moral stories in hindi, एक गांव में एक मास्टर जी थे, वो एक छोटे से स्कूल में पढ़ते थे, गांव ज्यादा बड़ा नहीं था, सभी लोग वही रहते थे, कभी ऐसा होता था की कोई आदमी शहर जाता था, नहीं तो वो अपना समय अपने गांव में ही बिताते थे, सभी लोग मास्टर जी की बात मानते थे, उस गांव में लोग ज्यादा पढ़े हुए नहीं थे,
इसलिए वो मास्टर जी की बात मानते थे, मास्टर जी को जो अच्छा नहीं लगता था वो गांव के लोग नहीं करते थे, उसी गांव में एक ज़मींदार रहता था, वह हर किसान पर अपना हुक्म चलाता था, गांव वाले उस ज़मींदार से बहुत परेशान थे, गांव वालो को बहुत सा कर्ज ज़मींदार को चुकाना था, इसलिए गांव वाले परेशान रहते थे,
एक दिन गांव वाले मास्टर जी के गए क्योकि उन्हें पता था की ज़मींदार से मास्टर जी ही बात कर सकते है, गांव वालो ने कहा की मास्टर जी आप हमारे लिए ज़मींदार से बात करे की इस बार फसल अच्छी नहीं हो रही है, हम सभी अगले साल ज़मींदार का सारा कर्ज चुका देंगे, मास्टर जी को पता था की ज़मींदार मुश्किल ही बात को मानेगा,
लेकिन जब गांव वाले इतना कह रहे है तो कोशिश करने में क्या जा रहा है, मास्टर जी ज़मींदार के यहां पर गए और गांव वालो की बात सामने रखी, ज़मींदार ने कहा की मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है की फसल हुई है या नहीं बल्कि मुझे तो अपना पैसा चाहिए जो मेने उन्हें जरुरत पड़ने पर दिया था, मास्टर के समझने पर भी वह ज़मींदार नहीं माना था, मास्टर जी वहा से चला आया था,
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जब मास्टर जी ने यह बात बताई तो सभी गांव वाले परेशानी में पड़ गए थे, एक रात की बात है, ज़मींदार अपने घर नहीं था, उसे किसी काम से शहर जाना पड़ा था, बहुत तेज बारिश हो रही थी, ज़मींदार की पत्नी मास्टर जी के पास आयी और बोली की उसके लड़के की तबियत बहुत खराब हो गयी है, और ज़मींदार भी यहां पर नहीं है, अब वह क्या कर सकती है,
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मास्टर जी गांव में से कुछ लोगो को बुलाया और ज़मींदार के लड़के को लेकर शहर की और चल पड़े थे बारिश बहुत तेज थी, उसकी तबियत भी बहुत खराब थी, लेकिन गांव वालो ने सब कुछ भुला कर उसके लड़के को शहर ले गए और उसका इलाज़ करवाया, ज़मींदार जब वापिस आया तो उसे सब कुछ पता चल गया था,
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ज़मींदार ने मास्टर जी को बुलाया और उनका धन्यवाद किया, ज़मींदार को यह भी पता चला की गांव वालो ने भी बहुत मदद की थी, इसलिए ज़मींदार ने गांव वालो से भी माफ़ी मांगी और कहा की जब भी आपके पास पैसा होगा आप हमारा कर्ज चुका देना, दोस्तों हम लोग सभी इंसान ही है हमे दुसरो की तक़्क़्लीफ़ को भी दूर करना चाहिए, हम कितनी भी परेशानी में हो हमे मदद जरूर करनी चाहिए,
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