kahaniya in hindi
समय की पहचान
kahaniya in hindi, कॉलेज के दिन जब भी याद आते है तो बस ऐसा लगता है की वो दिन फिर से लोट आये पर ऐसा होता नहीं है एक बार समय निकल जाए तो वापिस नहीं आता है यह कहानी भी इसी आधार पर है की समय बहुत ही उपयोगी होता है पर सभी इस बात को जानते है फिर भी इसका उपयोग क्यों नहीं करते है,
जब कॉलेज के दिन होते है तो सभी यही सोचते है की अभी मस्ती कर ले फिर कहा मौका मिलेगा बात भी सही है लेकिन सभी काम जरुरी होते है जहा पर पढ़ाई है वही पर मस्ती भी है यही पर हर इंसान की सोच काम करती है हर चीज ज़रूरी है पर सही तालमेल होना बहुत ही ज़रूरी है
दो दोस्त कॉलेज में पड़ते थे दोनों अच्छे मित्र भी थे पर एक पढ़ने में होशियार दूसरा थोड़ा कमजोर ऐसा क्यों था आप सभी जानते है या तो अभी मस्ती कर लो या फिर बाद में रोहन जो पढ़ने में होशियार और दूसरा संजीत हमेशा मस्ती पढ़ाई को जैसे उसने मजाक ही समझ रखा था
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रोहन हमेशा कहता था की समय पर पढ़ लो तो अच्छे नंबर से पास हो जाओगे पर संजीत कहता था की जब एग्जाम होंगे तब देखा जाएगा अभी से क्यों अपने सर में दर्द किया अभी का समय सिर्फ घूमना और मौज करना रोहन के बहुत बार समझाने पर भी नहीं समझा संजीत.
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रोहन एक दिन संजीत को पुस्तकालय में ले गया और कहने लगा की यहां पर सब लोग पढ़ने आते है और अपने एग्जाम की तैयारी करते है तभी वो सब अच्छे नंबर से पास होते है संजीत ने पहले कभी भी पुस्तकालय में कदम नहीं रखा था उसे तो बड़ा अजीब लग रहा था
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संजीत कहता है की इतनी सारी किताबे इनकी क्या ज़रूरत है हमे तो बस थोड़ी किताबे देख कर ही सर दर्द होने लगता है ये तो किताबो का जाल है यहां तो पल भर ठहरना ही मुश्किल है रोहन के कहा की अब आ गए हो तो कुछ देर पढ़ लो पर रोहन को छोड़ संजीत बाहर आ गया
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कुछ दिन बाद एग्जाम होने वाले थे रोहन तो पहले ही सब कुछ पढ़ चूका था पर संजीत को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था क्योकि वह कुछ भी नहीं पढ़ा था अब एकदम कैसे याद हो सब कुछ रोहन ने कहा की अब समझ में आया की पढ़ना कितना ज़रूरी है अब बताओ एग्जाम में क्या करोगे संजीत ने कहा की वो एग्जाम के दिन देखेंगे रोहन कहता है की अब तुम्हे कुछ देखना है जब एग्जाम सर पर है
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कुछ दिन बाद सभी एक्साम समय पर पुरे हुए और रिजल्ट घोषित हो गया रोहन फर्स्ट क्लास से पास हो गया और संजीत बड़ी मुश्किल से दो सब्जेक्ट में पास हो पाया शायद ये उसकी लापरवाई से हुआ था रोहन ने कहा की मेने तुम्हे कितना कहा था पर तुमने कभी नहीं सुना रोहन अगली क्लास में चला गया
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kahaniya in hindi, रोहन के ये शब्द संजीत के दिमाग में बैठ गए और नेक्स्ट ईयर संजीत भी पास हो गया शायद रोहन की बात संजीत की समझ में आ गयी थी समय पर काम करना कितना ज़रूरी है ज़िंदगी हो या रेस का मैदान सभी को समय से चलना पड़ेगा तभी जीत पाओगे अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये
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