Kahaniya in hindi
kahaniya in hindi, हिंदी स्टोरी ये बात कुछ समय पहले की है जब सोहन को पहली बार नोकरी मिली, नोकरी मिलने से पहले सोहन अपने खर्चे को चलाने के लिए कुछ बच्चो को ट्यूशन दिया करता था, सोहन का थोड़ा बहुत खर्च चल ही जाता था, और कोई ऐसा जरिये नही नहीं था एक कंपनी में अपना बायो डाटा दे रखा था और इंतज़ार था की कब लेटर आएगा, तभी कुछ और अच्छा होगा नहीं तो बस चल ही रहा था,
वो बीस किलोमीटर की दूरी हिंदी कहानी :- kahaniya in hindi
एक दिन जब सोहन बच्चो को ट्यूशन पढ़ा रहा था डाकिया एक लेटर लेकर आया और बोला की आपके नाम पर एक जोइंनिंग लेटर आया है शायद किसी कंपनी का है, सोहन ने लेटर को पढ़ा और सोहन को इस बात की बड़ी खुसी हुई और लेटर को देखा कर डाकिया से उस जगह का पता पूछा तो उसने बता दिया की इस जगह जाने के लिए आपको टेम्पो मिल जायँगे और वही टेम्पो वहा पर आपको पहुँचा देंगे.
देरी से नहीं पहुचना चाहता :-
सोहन अगली सुबह अपने रस्ते पर खड़ा था और टेम्पो का इंतज़ार कर रहा था, और फिर एक भीड़ से भरा टेम्पो दिखाई दिया, देखने पर टेम्पो में कही भी जगह नहीं थी और सोहन भी देरी से नहीं पहुचना चाहता था सो उसी में जाना उसे ठीक लगा, सोहन को देखने पर टेम्पो वाले ने कहा की कहा जाना है, सोहन ने कहा की इस जगह मुझे जाना पर तुम्हारे टेम्पो में जगह तो दिख ही नहीं रही,
इस पर टेम्पो वाले कहा की बस अंदर चले जाओ अंदर बहुत जगह है, सोहन ने देखा की अंदर बस सभी बड़ी मुश्किल से बैठे थे और जैसे तेज़ सोहन अंदर बेथ ही गया और टेम्पो वाला जैसे ही चला तो एक आदमी ने आवाज लगाई की रुक जाओ मुझे भी जाना है और टेम्पो वाले ने फिर टेम्पो को रोक दिया और उसे भी अंदर जाने कहा, इस पर सोहन ने कहा की अंदर जगह है ही कहा जो आप सभी को अंदर ही बेझ रहे हो, टेम्पो वाला अरे बाबा जी आप अपने पैरो को अंदर ले लो तो ये आदमी भी बेथ जाये.
आदमी भी अंदर बैठ गया :-
बाबा जी पैरो को कहा लू अपने हाथो पर रख लू क्या, इस पर टेम्पो वाले ने कहा की बस थोड़ी देर की बात है, अप्प थोड़ा किसक जाओ, बाबा जी थोड़ा सिमट सी गए और वो आदमी भी अंदर बैठ गया. टेम्पो वाला ने कुछ ही दुरी तय की थी अब एक औरत ने आवाज लगाई और कहा की रुको मुझे भी जाना है
इस पर टेम्पो वाले ने फिर टेम्पो को रोक दिया और कहा की अंदर आ जाओ
अब फिर सोहन ने कहा की अंदर जगह कहा है इस पर टेम्पो वाले ने कहा की
बहुत जगह अभी तो इसमे दो और आ सकते है इस पर सोहन ने कहा की तुम मजाक कर रहे हो,
जगह कहा पर है बताओ, टेम्पो वाले ने कहा की साहब बस थोड़ी देर में पहुच जायँगे
थोड़ा सिमट जाओ ये औरत भी बैठ जायँगी,
टेम्पो वाले ने कहा की :–
अब उस औरत को भी अंदर ले लिया गया और टेम्पो चला ही था की टेम्पो का दरवाजा खुला और
एक आदमी टेम्पो से बहार जा गिरा, टेम्पो वाले ने कहा की आराम से नहीं बैठ सकते क्या,
इस पर आदमी ने कहा की हमे इस टेम्पो से नहीं जाना हमारे सरे पैसे वापिस करो,
इस टेम्पो में जगह तो बिलकुल भी नहीं है और तुम सवारी को बिठाये जा रहे हो, टेम्पो वाले ने कहा की बस हम पहुचने ही वाले है आप थोड़ी देर बैठ जाओ, और सब अंदर बैठ गए और टेम्पो चलने लगा की सामने से एक टेम्पो वाला आ रहा था और उसने बतया की आगे सबका चलान काट जा रहा है और मेरा भी काट लिया गया इतना सुनने के बाद टेम्पो वाले ने अपनी दिशा ही बदल दी और एक पुल के नीचे को टेम्पो घूम कर ले गया,
पुल के नीचे बहुत सारे पत्थर :-
पुल के नीचे से जाना थोड़ा मुश्किल काम था क्योकि की पुल के नीचे बहुत सारे पत्थर पड़े थे और वहा से कोई भी नहीं जाता था, टेम्पो में इतनी सवारी थी की बड़ी मुस्किलो से आराम से टेम्पो वाला चल रहा था, इस पर सोहन यही सोच रहा था की ये सब हो क्या रहा है आज पता नहीं की वो समय पर पहुचेगा भी या नहीं,
टेम्पो ने जैसे ही पुल को नीचे से पर किया आगे बहुत सारा पानी भर हुआ नज़र आया और टेम्पो भ बंद हो गया हो फिर टेम्पो वाले ने कहा की भाई थोड़ा सा सहारा लगा दो तो टेम्पो भी बहार निकल जाएगा. और कुछ लोगो ने धक्का लगाया और टेम्पो बहार आ गया, और अब टेम्पो का रास्ता सीधे सड़क पर मिला और अब टेम्पो वाले ने कहा की आपकी मंजिल आने वाली है सो अब तैयार हो जाओ उतरने के लिए,
समय पर कंपनी में :-
kahaniya in hindi, सभी लोग उत्तर गए और सोहन भी उत्तर गया और समय पर ही कंपनी में जा पहुचा. और फिर जब सोहन को जॉब मिली तो उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था, उसे तो लग रहा था की आज वो समय पर नहीं पहुचेगा पर वो समय से दस मिनट पहले ही आ गया था.. अब सोहन ने सोचा की कभी भी टेम्पो में नहीं बैठगे. चाहे कुछ भी हो जाए वापिस आने के लिए सोहन ने बस का ही इंतज़ार किया……….
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