Jungle ki kahani | Hindi Kahania
जंगल की हिंदी कहानियां : (jungle ki kahani), hindi kahania, एक बार एक आदमी एक मुर्गे को खरीद कर अपने घर जा रहा था जब वह घर जा रहा था तो बीच में एक के “जंगल” पड़ता था जिसको पार करने से ही वह अपने घर जा सकता था और “जंगल” में से जैसे वह प्रवेश किया तो, उसे चार आदमी मिले उन्होंने उसे देखा कि उसके पास तो मुर्गा है.
जंगल की हिंदी कहानियां : jungle ki kahani
jungle ki kahani, अगर हमें यह मिल जाए तो आज हमारा दावत बन जाएगी लेकिन उन चारों ने यह सोचा कि अगर हम इस से ऐसे मांगेंगे तो ऐसे तो नहीं देगा और पैसे हमारे पास है नहीं और इस को हम कैसे मनाए कि यह मुर्गा हमें दे दे उनमें से एक आदमी उस आदमी के साथ पीछे चलने लगा और कहने लगा यह बत्तक कहां ले कर जा रहे हो तो उस आदमी को बड़ा गुस्सा आया और कहा कि यह बत्तक नहीं है मुर्गा है
छोटी सी मुलाकात कहानी
फिर उस आदमी ने कहा कि अगर तुम्हें यकीन हो ना हो but मुझे तो यह बत्तक दिखाई दे रही है फिर वह आदमी आगे निकल गया फिर उसी का साथी दूसरा पीछे से फिर आया और उस आदमी से कहने लगा कि यह बत्तक लेकर कहां जा रहे हो फिर उस आदमी ने कहा यह बत्तक नहीं मुर्गा है तो उसने कहा है कि यह मुर्गा नहीं यह बत्तख ही है और यह कहकर वह आगे निकल गया
ऐसे ही फिर तीसरा आदमी उस आदमी के पीछे चलना लगा और कहने लगा इस पर अब वह आदमी बड़ा परेशान हो गया कि यह लोग इसे मुर्गे को बत्तक क्यों कह रहे हैं कहीं यह वाकई में ही बत्तक तो नहीं फिर चौथा आदमी आया और उसने कहा कि यह बत्तक लेकर कहां जा रहे हो तो इस आदमी पर बहुत गुस्सा आया उसे और कहने लगा कि शायद यह बत्तक है और मेरा दिमाग खराब है जो मुर्गे बोल समझ कर ले आया हूं फिर
रामनाथ की साइकिल हिंदी कहानी
वह आदमी उस बत्तख को “जंगल” में छोड़ कर अपने घर चला गया और उन चारों ने उस मुर्गे को पकड़ा और बनाकर खा लिया तो इस तरह कहते हैं कि किसी भी झूठ को इतना कहा गया कि वह वाकई सच बन गया. इस कहानी को पढ़कर आप समझ गए होंगे की आपको क्या नहीं करना चाहिए, यह “जंगल की कहानी” हमे जीवन में कुछ सिखाती है जो सीख जाते है वह आगे बढ़ते हुए चले जाते है, जंगल की हिंदी कहानियां, (jungle ki kahani), अगर आपको यह कहने पसंद आयी है तो आप शेयर जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बताये.
जंगल में अनोखे फूल की तलाश की हिंदी कहानी
जब वह लड़का बाबा के पास पहुंचा तो उन्होंने लड़के से पूरी बात पूछे कि
तुम मुझसे यहां पर क्यों मिलने आए हो वह लड़का कहता है कि
मेरे पिताजी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो रही है और उनका इलाज भी मुझे नहीं मिल रहा है
इसलिए मैं आपसे उनके इलाज के बारे में पूछने आया हूं
लड़के की बात सुनकर बाबा सोचते हैं कि यह लड़का मुझे बहुत ही मेहनती लगता है
ऐसा लगता है कि यह अपने परिवार को बहुत चाहता है इसलिए
वह उनकी समस्याओं को देख नहीं सकता है शायद यही कारण है कि वह मुझसे मिलने आया है
तभी बाबा ने कहा कि तुम्हें एक “जंगल” में जाना होगा वहां पर एक ऐसा फूल होता है कि
अगर तुम उसे लेकर आ गए तो उसे तुम्हारे पिताजी की तबीयत बहुत अच्छी हो सकती है
लेकिन यह “जंगल” बहुत ही खतरनाक है
जीवन की सफलता की कहानियां
यहां पर मुसीबतें भी आ सकती है और इन सभी मुसीबतों का ध्यान रखते हुए
तुम्हें बहुत ध्यान से जाना होगा वह लड़का कहता है कि
मैं अपने पिताजी की तबीयत को बहुत जल्दी ही अच्छा करना चाहता हूं
इसलिए मैं उस फूल को लेने के लिए जाऊंगा बाबा उसे उस फूल के बारे में बताते हैं और
वह लड़का “जंगल” की ओर चला जाता है जबकि वह जानता है कि
“जंगल” में वह पहले कभी नहीं गया उसके सामने बहुत सारी मुसीबत आ सकती है
लेकिन फिर भी वह इन सब बातों को भूलकर वह लड़का “जंगल” में जाता है,
वह लड़का देखता है कि “जंगल” में बहुत सारे जानवर घूम रहे हैं उनसे बचकर फूल की तलाश करना बहुत ही मुश्किल लग रहा था लेकिन लड़का इस बात के लिए हार नहीं मानने वाला था वह उस फूल की तलाश करता है और सोचता है कि अगर वह फूल मुझे मिल जाए तो मैं जल्दी से यहां से निकल जाओ और अपने पिताजी की तबीयत ठीक करता हूं उस लड़के का पूरा दिन “जंगल” में बीत गया था लेकिन फूल की तलाश नहीं कर पा रहा था रात होने वाली थी वह घर वापस नहीं जा सकता था
अकेले ही चलते रहे हिंदी कहानी
जब तक वह उस फूल की तलाश नहीं कर लेता है तब तक वह घर वापस नहीं जाएगा इस बात को बहुत अच्छी तरह जानता है रात भर में “जंगल” में रुक जाता है और सोचता है कि जब सुबह होगी तो मैं उस फूल की तलाश में जाऊंगा जल्दी से फूल को प्राप्त करना चाहता हूं जिसके बाद में अपने पिताजी की तबीयत कुछ ठीक कर सकता हूं यही सोचकर वह रातभर “जंगल” में रुकता है सुबह हो जाती है और वह फूल की तलाश में जाता है कुछ समय बाद उस लड़के को वह फूल मिल जाता है और वह उस फूल को लेकर बाबा जी के पास जाता है
बाबा जी उस फूल को देखते हैं और कहते हैं कि यही वह फूल है जो तुम्हारे पिताजी की तबीयत को ठीक कर सकता तुम उस खतरनाक “जंगल” से वापस आ गए सब कुछ कर सकते हो इसलिए तुम्हें यह फूल घर ले जाना होगा और इसको अपने पिताजी के पास रखना होगा और धीरे-धीरे ठीक होने लगेगे लड़का कहता है कि मैं यही करूंगा और कुछ दिन के बाद उसके पिताजी ठीक हो जाते हैं वह अपने पिताजी के साथ बाबा जी से मिलने के लिए जाता है तुम्हारा लड़का बहुत अच्छा है और यह तुम्हारे लिए मुसीबत को दूर करने के लिए उस खतरनाक “जंगल” में गया था
एक सच्चे दोस्त की कहानी
जहां पर जाने के बाद बहुत से लोग सोचते हैं कि हम यहां पर क्यों आ गए बाबा ने उसके पिताजी को बताया कि तुम्हारा लड़का बहुत ही होशियार है यह तुम्हारी मदद करेगा और जीवन भर तुम्हें कभी भी दुखी नहीं होने देगा मुझे ऐसा लगता है कि इसमें सभी गुण हैं जो कि एक लड़के में होने चाहिए उसके पिताजी ने जब यह बात सुनी तो बहुत खुशी हुई कि उनका लड़का उनकी बहुत ही प्रवाह करता है अगर आपको यह कहानी, jungle ki kahani पसंद है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं
जंगल की दूसरी कहानी :- Short stories in hindi
“जंगल” में वह आदमी किसी परेशानी का सामना कर रहा था Because उन्हें लग रहा था की आज वह इस जंगल से बाहर नहीं निकल पायेगा but वह अपनी कोशिश कर रहा था “जंगल” बहुत घना था उसे डर भी लग रहा था जब वह “जंगल” में खड़ा हुआ सोच रहा था तभी उसे कोई आवाज आती है यह आवाज किसकी है यह सुनकर वह डर गया था “जंगल” के सुनसान रास्ते पर चलना आसान नहीं होता है
राजा और चोर की कहानी
वह खामोशी बहुत ज्यादा डराती है जिसकी वजह से न चाहते हुए भी बहुत डर लगता है but वह उस डर के साथ भी उस “जंगल” से निकलना चाहता था वह अपनी कोशिश कर रहा था जब वह बाहर निकल सकता था भले ही वह अकेला हो but आज वह बाहर जरूर निकल जाएगा कोई भी आवाज उसे रोक नहीं सकती थी अंदर से उसे लग रहा था की व डर नहीं रहा है but आज “जंगल” से बाहर आ जाएगा सभी जगह के रास्ते देखने पर वह “जंगल” से बाहर आ जाता है वह बाहर आता है और खुश हो जाता है
Because वह जानता है की अजा वह बहुत मुश्किल से बाहर आया था वह अकेला था but फिर भी सुने रास्ता खोज लिया था जबकि उसे लग रहा था की वह बाहर नहीं आयेगा but अपने मन की आवाज से वह बाहर आ गया था इसलिए जो भी आप सोचते है इस बात पर निर्भर करता है की आप उस परेशानी से कैसे बाहर आ सकते है वह “जंगल” डरावना था मगर फिर भी वह बाहर आ गया था अगर आपको यह जंगल की हिंदी कहानियां, (jungle ki kahani), (hindi kahania), पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
जंगल की तीसरी कहानी :- short motivational stories with moral
jungle ki kahani, इस जंगल में घूमना आसान नहीं था सभी को यह लगता था Because यह बहुत ही घना “जंगल” था, जिसमे कदम कदम पर खतरे थे, but एक दिन की बात एक लड़का उस “जंगल” में चला गया था, उसमे जाना आसान नहीं था but वह इस बात को नहीं जानता था उसके कुछ दोस्त उसे परेशान कर रहे थे, इसलिए वह “जंगल” की और चला गया था, जब उसके दोस्तों ने देखा की वह जंगल में चला गया है तो उन्होंने उसे बहुत रोका था, but वह सुन नहीं पाया था,
कल क्या होगा कहानी
वह देखता है की “जंगल” में जानवरो की आवाज आ रही है, वह बहुत अधिक डर गया था वह नहीं जानता था, की यहां पर आना बहुत खतरे का समाना करना है, इसलिए वह इस “जंगल” से बाहर निकलना चाहता था, but वह नहीं निकल पाया था रात हो गयी थी, अब उसे रास्ते की खोज करना बहुत मुश्किल हो गया था, but वह कुछ नहीं कर सकता था तभी उसने एक आदमी की आवाज सुनी थी, वह एक गाना गाता हुआ जा रहा था, वह उसके पास जाता है, वह कहता है की में इस “जंगल” का रास्ता नहीं खोज पाया हु, मुझे यहां से बाहर जाना है,
आप क्या करते हो हिंदी कहानी
Jungle ki kahani, Hindi Kahania, वह आदमी कहता है की मेरा घर कुछ दुरी पर है तुम मेरे साथ में चल सकते हो, वह लड़का उसके साथ जाता है उसके बाद वह उस “जंगल” से बाहर आ जाता है वह लड़का समझ गया था की उसका यह फैसला बिलकुल गलत था Because वह “जंगल” में आ गया था कभी कभी हमारे सामने मुसीबत भी आती है, but हमे उसका सामना करना ही होता है, तभी हम उससे बाहर आ सकते है,
अन्य कहानी भी पढ़े :-
परेशानियों का सामना हिंदी कहानी