Hindi moral stories for class 3

Author:

Hindi moral stories for class 3

Hindi moral stories for class 3, चिड़िया और मधुमक्खी की कहानी, एक जंगल में एक बहुत बड़ा पेड़ था उस पर एक चिड़िया रहती थी उसी पेड़ पर मधुमक्खियों ने अपना छत्ता बना रखा था मधुमक्खी और चिड़िया में गहरी दोस्ती थी एक दिन मधुमक्खी अपने छत्ते में शहद भर रही थी कि अचानक वह पेड़ से नीचे गिर गई पेड़ के नीचे एक तालाब था

 चिड़िया और मधुमक्खी की कहानी :- Hindi moral stories

hindi moral kahani.jpg
hindi moral stories for class 3

मधुमक्खी तालाब मैं गिर गई चिड़िया देख रही थी उसने एक पत्ता तोड़ कर तालाब में फेंक दिया जिससे कि मधुमक्खी पत्ते पर चढ़ गई और बहती बहती किनारे आ गई मक्खी ने जब देखा की चिड़िया ने उसकी सहायता की है तो उसने चिड़िया को धंयवाद दिया

चालाक किसान किड्स कहानी

एक दिन शाम को एक शिकारी आया हो दूर बैठा चिड़िया पर निशाना लगा रहा था मधुमक्खी ने देख लिया और जाकर उसके हाथ में काट लिया इससे शिकारी का निशाना चूक गया और चिड़िया की जान बच गई शिकारी हाथ में दर्द के कारण वापस अपने घर चला गया जब चिड़िया आपने देखा कि मधुमक्खी ने उसकी जान बचाई है तो वह मधुमक्खी के पास आए मधुमक्खी ने कहा की कोई बात नहीं उस दिन तुमने मेरी जान बचाई थी और आज मैंने तुम्हारी जान बचा दी हम दोनों ही एक दूसरे की सहायता नहीं करेंगे तो कौन करेगा

छोटा जादूगर किड्स कहानी

आठ सबसे अच्छी कहानी

hindi moral stories for class 3, क्योंकि मुसीबत तो सब पर आती है और सच्चा दोस्त वही होता है जो मुसीबत में काम आए वरना सुख में तो सब दोस्ती निभाते हैं और दुख में सब छोड़ कर चले जाते हैं चिड़िया और मधुमक्खी पक्के दोस्त बन गए और वह दोनों साथ-साथ रहने लगे जंगल के बाकी पशु-पक्षी भी उन दोनों की दोस्ती की मिसाल देते थे.

 चिड़िया और मधुमक्खी की दूसरी कहानी

उस चिड़िया को बहुत भूख लगी थी मगर उसे कुछ भी खाने को नहीं मिल रहा था आज चिड़िया के सामने ऐसी कोई भी समस्या नहीं आयी थी वह चिड़िया सोच रही थी की क्या किया जा सकता है, तभी चिड़िया की नज़र मधुमक्खी के छत्ते पर जाती है चिड़िया उड़ती हुई मधुमक्खी के पास जाती है, वह पास जाकर कहती है की मुझे भूख लगी है अगर तुम मुझे कुछ खाने को दे सकती हो तो बहुत अच्छा होगा,

जादुई घोड़ा हिंदी कहानी

मधुमक्खी कहती है की ठीक है हम तुम्हे शहद देते है चिड़िया शहद को खाती है और कहती है की तुम बहुत अच्छी हो जिसने मुझे खाने को दिया है उसके बाद चिड़िया वहा से चली जाती है चिड़िया को आज बहुत अच्छा लगा था Because जब उसे भूख लगी थी मधुमक्खी ने उसकी मदद की थी एक दिन मधुमक्खी उड़ रही थी तभी वह एक फूल के पास जाकर बैठ जाती है वह पर एक मकड़ी होती है वह मधुमक्खी मकड़ी के जल में फंस जाती है वह उड़ नहीं पा रही थी चिड़िया देखती है और उसे बचाने को चली जाती है

तेनाली रमन कुआँ और बिल्ली की कहानी

राजकुमारी और जादूगर बुढ़िया की कहानी

hindi moral stories for class 3, वह मधुमक्खी को मकड़ी के जाल में निकाल देती है मधुमक्खी चिड़िया को देखती है और कहती है की अगर तुम आज नहीं आती तो मुझे नहीं पता है की कौन मेरी मदद करता चिड़िया कहती है की ऐसी बात नहीं है अगर तुमने मेरी मदद उस दिन नहीं की होती तो मुझे भी बहुत परेशानी होती उस दिन के बाद से वह चिड़िया और मधुमक्खी अच्छे दोस्त बन जाते है अगर आपको यह hindi moral stories for class 3 पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे.

 

चिड़िया और खरगोश की कहानी

hindi moral stories for class 3, वह चिड़िया पेड़ पर बैठी थी, तभी उसने देखा की एक खरगोश उस पेड़ के पास आया था, उसके बाद वह खरगोश पेड़ की जड़ में अपना घर बना रहा था वह चिड़िया उसे देखती है उसे भी बहुत अच्छा लगता है Because आज कोई उस पेड़ के पास रहने आया था, वह चिड़िया उस खरगोश के पास जाती है, वह कहती है की तुम यहां पर रहने आये हो, वह खरगोश कहता है की मेरे पास रहने को कोई भी जगह नहीं है,

राजकुमारी और जादूगर बुढ़िया की कहानी

वह चिड़िया कहती है की ठीक है तुम यहां पर रह सकते हो, Because में भी यहां पर बहुत समय से हु, but कोई भी यहां पर रहने नहीं आया है, आज तुम बहुत समय बाद यहां पर ए हो, वह खरगोश कहता है की अगर तुम्हे अच्छा लगता है तो ठीक है, वह चिड़िया और खरगोश बाते करते है, Because वह समझ जाते है की कोई भी नहीं है अगर वह बात नहीं करते है. तो उनका वक़्त नहीं बीत सकता है, यह पेड़ जंगल से काफी दूर था, उस पेड़ के पास कोई और भी पेड़ नहीं था,

राजकुमार और राजकुमारी की काहनी

hindi moral stories for class 3, समय बीत रहा था अब सर्दी का मोसम आ गया था, वह चिड़िया खरगोश से कहती है की आज बहुत अधिक ठंड पड़ रही है, मुझे लगता है की अगर ऐसे ही ठंड रही तो शायद में जीवित नहीं रह सकती हु, यह सुनकर खरगोश कहता है की मेरा बिल बहुत बड़ा है तुम यहां पर रुक सकती हो, जब वह चिड़िया बिल के अंदर जाती है तो खरगोश का यह बिल तो बहुत अच्छा है Because यहां पर ठंड नहीं है, उस चिड़िया और खरगोश की दोस्ती बहुत अच्छी हो गयी थी जीवन में एक अच्छा दोस्त हो तो हमे सब कुछ मिल सकता है अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे,

Read More Hindi Story :-

परियों की नयी कहानी

जादुई कहानियां गांव में सोना

लालच एक सबक हिंदी कहानी

जादुई जूते की कहानी

बीरबल ने बचाया अकबर को नयी कहानी

दो शेर की नयी कहानी

मेरी शक्ल का आदमी किड्स कहानी

बीरबल और नगर की कहानी

कबीले के पास की गुफा हिंदी कहानी

पेड़ के भूत की जातक कथा

सबसे अच्छी जातक कथा

राजा और प्रजा की नयी किड्स कहानी

मेरी किस्मत कब बदलेगी कहानी

राजकुमारी का विवाह किड्स कहानी

धन का पेड़ बहुत छोटा है किड्स कहानी

जादुई नाव की कहानी

अकबर और बीरबल की साथ नयी कहानी 

दादी माँ की कहानी

जामुन की तलाश बच्चों की कहानी

आम के पेड़ की हिंदी कहानी

एक विजेता की कहानी

राजकुमारी और कछुवे की कहानी

उपकार की सच्ची कहानी

नकल के लिए अक्ल जरूरी

सदा ही बड़ो की बातें माने

चार सच्चे दोस्तों की कहानी

सेवा का भाव एक कहानी

गिलहरी की अदभुत कहानी

स्वार्थ की हिंदी कहानी

छोटा भीम और जादूगरनी

नकल के लिए अक्ल जरूरी

छोटा भीम और जादूगरनी

राजा के खजाने की कहानी

जलपरियों की कहानी

सबसे गरीब कौन एक कहानी

जल परी की कहानी

ऊंट और सियार की कहानी

भगत बत्तख की कहानी

मंद बुद्धि की कहानी

मोटू पतलू और चिराग

सोनू के हाथी की कहानी

गुरु और चेले की कहानी

राजा और सेवक की कहानी 

दरबारियों की परीक्षा

मोटू पतलू और नगर की सफाई

अकबर और बीरबल की कहानी

लालच बुरी बला है

बाघ और पंडित की कहानी

राजा का गुस्सा एक कहानी

बच्चों की कहानी

बोलने वाले पक्षी

अलादीन का जादुई चिराग

कौवे और मैना की बाल कहानियां

चालाक लोमड़ी और भालू की कहानी

खरगोश की कहानी 

बच्चों का पार्क

अकबर बीरबल और युद्ध

बड़े हाथी की कहानी

एक शिक्षाप्रद कहानी

शेर और खरगोश

मोटू पतलू और साधू बाबा

छोटा भीम और जादूगरनी

छोटा भीम और क्रिकेट मैच

मोटू-पतलू का सपना

चाचा चौधरी और साबू

पेटू पंडित हास्य कहानी

शेखचिल्ली की कुश्ती

शेखचिल्ली का मजाक

मोटू और पतलू का जहाज

अकल की दवाई

कौवे का पेड़

छोटू का पार्क कहानी 

ऊंट और सियार की कहानी

One thought on “Hindi moral stories for class 3”

  1. nice story sir ji

Comments are closed.