होटल गायब हो गया डरावनी कहानी, darawni kahani

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Darawni kahani in 2023

Darawni kahani 2023, यह तीन डरावनी कहानी, होटल गायब हो गया डरावनी कहानी, डरवाने किले की कहानी, जंगल की डरावनी रात की कहानी आपको जरूर पसंद आएगी, 

होटल गायब हो गया डरावनी कहानी : darawni kahani 2023

वह होटल सुनसान जगह पर पड़ता था उसमें शायद ही कोई रहना पसंद करता था यह उस दिन की बात है जब हम सभी अपने घर वापस जा रहे थे हम में से कोई भी यह नहीं जानता था कि हमारे साथ क्या हो सकता है तभी हमारी कार अचानक बंद पड़ गई बहुत कोशिश करने के बाद भी वे स्टार्ट नहीं हो रही थी हमें ऐसा लग रहा था कि कार में कोई खराबी आ गई है

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darawni kahani

रात के समय में मैं तो कोई कार ठीक करने वाला नहीं मिलने वाला था तभी हमारी नजर एक होटल पर गई वह होटल देखने में भी बहुत अजीब लग रहा था क्योंकि हमें यकीन नहीं हो रहा था कि वह सुनसान जगह पर कोई होटल भी हो सकता है होटल को देखने पर ऐसा लगता है कि यह काफी साल पुराना होटल है मेरा दोस्त कहने लगा कि हमें वहां पर चलकर मदद मांगी चाहिए हो सकता है वहां पर कोई कार को ठीक करने वाला मिल जाए और हम यहां से आसानी से निकल सके

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यही सोचकर हम सभी उस होटल में गए और मदद के लिए किसी को ढूंढने लगे हैं लेकिन हमें कोई भी कार को ठीक करने वाला नहीं मिल रहा था तभी वेटर आता है और कहता है कि अगर तुम्हें कोई कमरा चाहिए तो मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं रात के समय में आप कहां जाएंगे आपकी कार भी खराब हो चुकी है उसकी बातें सही लग रही थी क्योंकि रात के समय में हमें मदद मिलना बहुत ही मुश्किल लग रहा था इसलिए सभी ने सोचा कि हमें रात को यहीं पर ठहर जाना चाहिए और सुबह होते ही जब भी कोई मदद मिलेगी हम यहां से निकल जाएंगे

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यही सोचकर हम सभी वहां पर रुक गए थे लेकिन हमें कोई भी वहां पर रहने वाला आदमी नहीं दिख रहा था हमें तो ऐसा लग रहा था कि पूरे होटल में हम ही हैं और कोई नजर ही नहीं आ रहा था तभी हम ने वेटर से पूछा कि यहां पर और भी कोई है तभी वह कहने लगा कि यहां पर आप के अलावा और कोई नहीं है क्योंकि बहुत ही कम लोग यहां पर रुकते हैं उसकी बात सुनकर पहले ही डर लग रहा था कि पूरे होटल में हम ही हैं क्योंकि ऐसा कैसे हो सकता है कि जब रास्ते में होटल पड़ता है तो कोई तो जरूर होना चाहिए

 

लेकिन वहां पर कोई भी नहीं था हम सभी ने भी सोचा कि हमें इससे कोई मतलब नहीं है हमें तो सुबह होते ही यहां से निकल जाना है इसलिए आज की रात हम यहीं पर आराम करते हैं सभी लोग वहीं पर आराम करने लगे और जो उसने कमरा दिखाया था वह भी बहुत अजीब लग रहा था उस कमरे को देखकर ऐसा लगता था कि यह कमरा बहुत पुराने जमाने का है हम सभी इस बारे में ज्यादा ना सोचते हुए वहीं पर रुक गए थे और आराम करने लगे

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जब सुबह हुई तो हमने वह देखा जो कभी भी हम देख नहीं सकते थे सुबह हो चुकी थी हम सभी उठ चुके थे और वहां पर कोई होटल नहीं था सिर्फ हम एक जगह पर लेटे हुए थे और वह जंगल से कम नहीं थी ऐसा लग रहा था कि यहां पर कुछ है ही नहीं, हम तो रात के समय में होटल पर रुके थे हमारी कार सामने खड़ी थी किसी को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था सभी को लग रहा था कि हमारे साथ ऐसा कुछ हुआ है जो अगर किसी को बताया जाता है तो कोई भी इस बात पर यकीन नहीं कर सकता है कि पूरा का पूरा होटल ही गायब हो गया

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हम सभी अपनी कार की ओर भागे और अपनी कार को स्टार्ट किया तो कार स्टार्ट हो गई थी ऐसा लग रहा था कि इसमें कोई भी खराबी नहीं थी इस जगह पर आने पर ही का रुक गई थी हम सभी कार में बैठे और अपने घर वापस आने लगे रास्ते भर हमारे दिमाग में यही बातें चल रही थी कि ऐसा कैसे हो सकता है हम एक ऐसी जगह पर रुके थे जहां पर कोई रुकता नहीं था और वह होटल भी गायब हो चुका था इस बात पर यकीन करना बहुत मुश्किल हो रहा था

 

लेकिन जो हमने देखा था उस पर तो यकीन हो ही सकता है सभी बातें हमारी समझ से बहुत दूर थी किसी को कुछ नहीं समझा सकते थे हमारे अंदर डर बैठ गया था कि हम ऐसी जगह गए थे जहां पर ऐसा लगता है कि वह होटल कभी था ही नहीं यह बात हमारे दोस्तों के बीच ही रही हमने किसी को भी बताने की जरूरत नहीं समझी लेकिन मन में हमेशा यही ख्याल आता है कि क्या वह रात के समय में हर बार होटल वहीं पर आ जाता है या यह हमारे साथ पहली बार हुआ

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darawni kahani 2023, इस दुनिया में बहुत सारे ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बहुत मुश्किल है लेकिन जो उन्हें महसूस कर सकता है वही सोचता है कि दुनिया में बहुत सारी अजीब चीजें होती हैं जिनका आभास धीरे-धीरे होता रहता है अगर आपको यह कहानी पसंद आई है तो आगे भी शेयर करें और कमेंट करके हमें भी बताएं

डरवाने किले की कहानी : darawni kahani 2023

उस किले के बारे में जब भी बात की जाती है तो मन में डर बैठ जाता है कोई भी उसके बारे में बात करना पसंद नहीं करता है ऐसा बताया जाता था कि वह किला सबसे पहले सभी के अंदर डर बैठा रहा है क्योंकि जब भी कोई किले के बारे में बात करता है तो चुप हो जाता कोई भी उसके बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं करता है

 

ऐसा बताया जाता है कि उसके लिए दिन के समय में तो ऐसा कुछ नहीं होता लेकिन जब रात होती है तो ऐसा कुछ हो जाता है जो कोई भी सोच नहीं सकता था रमेश इस बात का पता लगाना चाहता था कि उसके लिए किले के अंदर रात के समय में ऐसा क्या होता है कि सभी लोग यह कहते हैं कि रात के समय में वहां पर नहीं जाना चाहिए जबकि उसके दोस्त कहते थे कि हमें इस बारे में कोई मतलब नहीं होना चाहिए

 

जब सभी लोग इस बारे में ऐसा कहते हैं तो हमें सोचना नहीं चाहिए लेकिन रमेश यही सोचा करता था कि मैं रात के समय में जाकर देखना चाहता हूं कि उस किले मैं ऐसा क्या है जिससे सभी लोग डरे हुए हैं रमेश के बहुत बार कहने पर उसके दोनों दोस्त रात के समय में वहां पर ठहरने के लिए तैयार हो गए उन्होंने कहा कि ठीक है हम यह पता लगाते हैं कि यहां पर कुछ होता है या नहीं यह सभी लोग डरे हुए क्यों हैं शाम हो चुकी थी रमेश ने अपने दोस्तों को बुला लिया था

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किले का दरवाजा बंद हुआ था क्योंकि हर शाम को वह बंद कर दिया जाता था और सुबह होते ही खोल दिया जाता था जिसे सब किले को देख सकें वह उस की दीवार को कूदकर किले के अंदर चले गए थे रात होने में अभी कुछ समय बाकी था रमेश ने दोस्तों से कहा कि हम किले मैं थोड़ी देर रुकेंगे और देखेंगे कि रात के समय में यहां पर क्या होता है अगर हमें कुछ ऐसा लगता है कि यहां पर कुछ अजीब हरकतें होती हैं तो हम यहां से निकल जाएंगे

 

रात हो चुकी थी रमेश और रमेश के दोस्त सभी किले के अंदर घूम रहे थे लेकिन उन्हें कुछ आभास हो रहा था कि किले में ऐसा लगता है कोई और भी घूम रहा है रमेश और उसके दोनों दोस्त किले में घूमते हुए आगे की ओर जा रहे थे तभी तभी उनकी नजर एक कमरे की ओर जाती है उस कमरे में से बहुत तेज रोशनी निकल रही थी वह सभी वहीं पर रुक कर उस रोशनी को देख रहे थे उन्हें ऐसा लग रहा था कि कुछ अंदर जल रहा है

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darawni kahani, जिसकी वजह से रोशनी आ रही है वे उस कमरे में देखते हैं और उन्हें नजर आती है एक आत्मा जो हवा में उड़ रही थी जिसके चारों रोशनी नजर आ रही थी उसे देखकर वह तीनों ही पर बेहोश हो गए और जब सुबह हुई तो उन्हें होश आया और वह वहां से भाग गया वह समझ गए थे यहां पर रुकना बहुत ही खतरनाक हो सकता है यह किला बहुत ही डरावना लगता है लेकिन इसके लिए जो रात के समय में आता है वह उसे देख सकता है क्योंकि सुबह के समय में उस कमरे में कुछ भी नहीं था अगर आपको यह कहानी पसंद आई है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं

जब डर का अहसास हुआ एक कहानी :- darawni kahani 2023

आज भी तुम्हे डर लगता है. वह लड़का कहता है. मुझे आज भी याद है. वह होटल जो मुझे नज़र आया था. वह उस जगह पर कैसे आया था. यह बात मुझे याद नहीं थी. मगर मुझे अब उस बारे में सोचकर ही डर लगता है. तुम्हारे लिए यह सब एक कहानी हो सकती है. मगर मेरे लिए तो यह एक सच्चाई है. इसलिए मेरा अहसास अलग है. यह बात उन दिनों की है. जब में अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था. शाम हो गयी थी.

 

वह स्थान जिस पर हम खेल रहे थे. वह हमारे गांव से कुछ दुरी पर था. मगर एक गांव में होटल हो सकता है. इस बात पर यकीन नहीं होता है. मगर वह होटल कभी बना ही नहीं था. तो कैसे हो सकता है. जब मेरे दोस्त कहते है. अब हमे बॉल नज़र नहीं आ रही है. इसलिए कल खेल सकते है. वह कहते है. अब घर चलना चाहिए. में भी घर जाने लगता हु. में थोड़ा पीछे चल रहा था. उन दिनों में गांव में घूमने आया था. जबकि में शहर में ही रहता हु.

 

तभी जब मेने पीछे देखा था. सड़क के पार एक होटल नज़र आता है. मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था. क्योकि यहां पर पहले कोई भी होटल नहीं था. कुछ देर तक उसे देखता रहता हु. तभी यह बात अपने दोस्तों से खनन की सोचता हु. मगर वह उस जगह पर नहीं थे. शायद वह चले गए थे. में उस होटल को देखने जाता हु. जोकि मुझे नज़र आ रहा था. मेरे मन में बहुत सी बाते चल रही थी. यह सच में है.

 

मगर मुझे पहले यहां पर कोई भी होटल नज़र नहीं आया है. जब उस होटल के पास जाता हु. अंदर कोई भी नहीं था. वह खाली था. उसके अंदर बहुत से कमरे थे. कुछ भी समझ नहीं आ रहा था. में उसमे घूम रहा था. मगर क्या मुझे यहां पर रहना चाहिए. क्योकि यह होटल जरूर है. मगर यह सच में तो नहीं है. तभी एक कमरे से महिला आती है. वह मुझे कहती है. यहां से भाग जाओ. अगर तुम यहां पर अधिक देर तक रुक गए तो कुछ भी हो सकता है. भाग जाओ यहां से. यह कहकर वह भागती है. मुझे तो बहुत डर लगता है.

 

darawni kahani 2023, क्योकि में नहीं जानता हु. यहां पर क्या है. जैसे उसने कहा था. यहां से भाग जाओ. में भागने लगता हु. में बाहर आ गया था. वह होटल गायब हो गया था. नज़र नहीं आ रहा था. यह भी हो सकता था. वह होटल जब गायब हो जाता तो जब में अंदर था. यही सोचकर आज भी बहुत डर लगता है. इसलिए जब भी इस बारे में सोचता हु. डर जरूर लगता है. मुझे तो यही लगता है. अनजान जगह पर कभी भी नहीं जाना चाहिए.

जंगल की डरावनी रात की कहानी : darawni kahani

जंगल में जो भी रुक जाता था उसे कुछ ऐसा आभास होता था कि वह किसी और को देख पा रहा है उस जंगल में रुकना आसान नहीं था यह बात उस समय की है जब दो दोस्त अपने गांव वापस आ रहे थे लेकिन उन्हें बहुत देरी हो गई थी जिसकी वजह से उन्हें जंगल के रास्ते को लेना पड़ा था वैसे भी यह बात नहीं जानते थे कि जंगल के रास्ते से आने में उन्हें काफी परेशानी हो सकती है

 

जब वह दोनों जंगल के रास्ते से घर वापस आ रहे थे तो उन्हें ऐसा लग रहा था कि उनके पीछे कोई चल रहा है वह रुक जाते थे तब भी उन्हें चलने की आवाज लगातार आती थी पीछे मुड़कर उन्होंने काफी देखा भी लेकिन उन्हें कुछ भी नजर नहीं आया है आवाज लगातार उनके कानों में तेज होती जाती थी लेकिन उन्हें कुछ भी नजर नहीं आता रात के समय में जंगल बहुत ही सुनसान था वहां पर कोई आवाज नहीं थी, लेकिन किसी के चलने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी दोनों को ऐसा ही लग रहा था कि वह तो चल रहे हैं लेकिन उनके पीछे कोई और भी चल रहा है वह उसी डर के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे क्योंकि उन्हें वह जंगल जल्दी ही पार करना था उन्हें वहां पर रुकना अच्छा नहीं लग रहा था दोनों ने अपने चलने की स्पीड को काफी तेज कर लिया था जैसे-जैसे चल रहे थे आवाज भी उनके पीछे से तेजी से आ रही थी

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जब दोनों रुक गए तो उन्होंने देखा कि जंगल में कोई हवा नहीं चल रही थी लेकिन उनके पैरों के पत्ते बहुत तेजी से हिल रहे थे उन्होंने उन पत्तों को हिलते हुए देखा तो डर का एहसास हुआ क्योंकि पूरे जंगल में एक पत्ता नहीं हिल रहा था लेकिन नीचे के पत्ते बहुत तेजी से हवा में उड़ रहे थे उन्हें लग रहा था कि यहां पर कुछ अजीब शक्ति सकती है जिसके बारे में उन्हें ज्ञान नहीं है उन्हें आज ऐसा ही लग रहा था

 

कि आज यहां से सुरक्षित निकल जाए तो जीवन में कभी भी इस जंगल के रास्ते से नहीं आएंगे, इसलिए उन्होंने वहां से भागने में ही भलाई सोची वह दोनों तेजी से भाग रहे थे तो उनके पीछे उड़ते हुए पत्ते भी बहुत तेजी से उन्हीं की ओर आ रहे थे आज उन्हें ऐसा लग रहा था कि वह ऐसी जगह पर आकर फंस गए हैं जो की बहुत ही डरावनी है कुछ समय बाद ही वह जंगल से बाहर निकल गए थे और जैसे ही उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो पत्ते हवा में उड़ रहे थे

वह कभी- कभी नज़र आता है

जबकि पूरे जंगल में हवा से एक भी पत्ता नहीं मिल रहा था आज उन्हें एहसास हो गया था कि जरूर कोई ना कोई ऐसी शक्ति है जो हमें डराती है जिसका आभास होता है लेकिन हम उसे देख नहीं पाते, यह तीनो कहानी आपको कैसी लगी है हमे जरूर बताये जिससे हम आपके अनुभव जान सके और इसी तरह की कहानी आपके सामने लेकर आये, होटल गायब हो गया डरावनी कहानी, darawni kahani, डरवाने किले की कहानी, जंगल की डरावनी रात, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं.

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