छोटा भीम, राजू और जादूगर की नई हिंदी कहानी, Baccho ki kahaniya

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“Baccho ki kahaniya”

Baccho ki kahaniya, आज छोटा भीम कुछ समझ नहीं पाया था. क्योकि राज्य में सभी लोग नज़र क्यों नहीं आ रहे है. कुछ समय बाद राजू छोटा भीम के पास आता है. वह कहता है सभी लोगो पर उस जादूगर ने कुछ कर दिया है. अब कोई भी आदमी घर से बाहर नहीं आता है. वह सभी सो रहे है. यह सुनकर छोटा भीम कहता है. हमे सभी को जगाना चाहिए. मुझे लगता है. जादूगर ने यह सब कुछ धन के लालच में किया है.

“छोटा भीम, राजू और जादूगर की नई हिंदी कहानी :- Baccho ki kahaniya”

राजू कहता है. मुझे भी लगता है. जब वह जादूगर सभी पर जादू कर रहा था. में उस जगह से देख रहा था. अब “छोटा भीम” कहता है. हमे राजा को यह बात बतानी होगी. उसके बाद हम कुछ कर सकते है. उस जादूगर को पकड़ सकते है. राजू और छोटा भीम दोनों राजमहल में जाते है.

 

मगर उस जगह पर राजा नहीं थे

इसका मतलब हो सकता है. वह जादूगर यहां पर भी आया था.

अब छोटा भीम को सब कुछ बहुत जल्दी करना होगा.

क्योकि वह जादूगर सभी को नुक्सान पहुंचा रहा है.

कुछ समय बाद दोनों उस जादूगर को खोजते है

अब वह जादूगर उन्हें मिल जाता है.

छोटा भीम और नगर में चोर

वह अपनी गुफा के अंदर था वही पर राजा भी थे “छोटा भीम” कहता है. तुम इन्हे छोड़ दो. अगर ऐसा नहीं हुआ तो तुम्हे सजा मिल सकती है. वह छोटा भीम जादूगर को बातो में लगा रहा था. उधर राजू राजा को गुफा के बाहर लेकर जाता है. छोटा भीम देखता है. यहां पर बहुत अधिक सोना रखा हुआ है. यह सोना जादूगर ने चोरी किया था. उधर जादूगर कहता है. तुम बहुत छोटे हो. इसलिए तुम कुछ नहीं कर सकते हो. मगर छोटा भीम ने उस जादूगर को सबक सीखा दिया था.

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उसके बाद सभी लोग होश में आते है. राजा जादगर को सजा देते है. यह सब कुछ छोटा भीम और राजू की वजह से हुआ था. उन्हें इनाम दिया जाता है. “छोटा भीम” सभी की मदद करता है. क्योकि मदद करने से हम सभी का भला होता है. अगर यह कहानी आपको पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.

छोटा भीम और राजू की हिंदी कहानी 
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baccho ki kahaniya

एक दिन राजू शिकार करता हुआ जंगल में काफी दूर निकल गया जब राजू ने देखा की वो बहुत दूर आ गया है तो वह रास्ता खोजने लगा पर बहुत खोजने पर भी राजू को रास्ता नहीं मिला राजू आगे की और चलता गया और उस जंगल में कबीले का डेरा लगा हुआ था

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कबीले वाले ने राजू को पकड़ लिया और अगले दिन राजू को सजा देने वाले थे

कबीले वालो का मानना था की वह एक घुसपैठ है

जो कबीले वालो का राज पता करने आया है

जिससे कबीले वालो पर हमला किया जा सके,

जब राजू ने बताया की वह तो सिर्फ शिकार के लिए आया था

 

रास्ता भूल गया है इसलिए वह रास्ता देखता हुआ वह तक पहुंचा है राजू ने बताया की वह ढोलकपुर से यहां पर आ पहुंचा है पर कबीले वालो ने एक भी नहीं सुनी और अगले दिन सजा देने के लिए बांध कर बिठा दिया राजू अब यही सोच रहा था की यह कभर भीम तक कैसे पहुचाये की यहां पर वह बंधा हुआ है तभी राजू का दोस्त बंदर वह पहुंचा और साड़ी बात उसने बता दी की “छोटा भीम” को जल्दी यहां पर ले आये नहीं तो यह कबीले वाले यही पर बांध कर रखेंगे

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बंदर यह बात भीम को बताने के लिए चला गया और जब बंदर भीम के पास पहुंचा तो उसने साड़ी बात बता दी और फिर भीम राजू को बचने के लिए चला गया जब भीम वह पर पहुंचा तो भीम को कबीले वालो ने देख लिया और उस पर वार करने लगे “छोटा भीम” उनके सभी वार से बचकर राजू को बचा लिया, राजू को बचाकर वह कबीले वालो से लड़कर वह से चला गया और राजू से कहा की तुम्हे इतनी दूर नहीं आना चाहिए था तुम जब ज्यादा दूर निकल आये तो मुसीबत में फंस गए इसलिए तुम्हे कभी भी बिना बताये नहीं आना चाहिए 

छोटा भीम और जादूगरनी

दोस्तों आपको भी यही बात ध्यान रखनी चाहिए की कभी भी जाना हो तो आप अपने घर पर हमेशा बता कर जाए जिससे अगर कोई भी परेशानी हो तो आपको उस परेशानी से बाहर निकला जा सके अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये आप अगर हमसे और भी अच्छी कहानी चाहते है तो आप हमे बता सकते है 

“भीम और राजा की हिंदी कहानी”

ढोलकपुर में आज जश्न मनाया जा रहा था

क्योकि राजा ने युद्ध में विजयी पायी थी और

राजा ने अपनी जीत की ख़ुशी में एक जश्न रखा था

जिसमे हर तरह के खाने भी बनवाये गए थे और

पुरे नगर में खाने की दावत दी गयी थी

सभी लोग खुशिया मना रहे थे

मोटू पतलू और जादुई टापू

छोटा भीम और उसके दोस्त भी अपनी तयारी में लगे हुए थे और वो भी जश्न को और बेहतर बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे थे और पुरे नगर में चारो और रौशनी करने के लिए छोटा भीम और उसके दोस्त साथ में मिलकर पूरी तेरी में थे

मोटू पतलू और मिलावटी दूध

पर इस बात की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं था की जो राजा हारा था उसने अपने जासूस भेजे हुए थे और ढोलकपुर के राजा पर हमला करने की योजना बना रहे जब सभी लोग जश्न में लगे हुए थे तो वह राजा पर तीर चलाने की तैयारी में लगे हुए थे    

मोटू पतलू और साधू बाबा

राजा भी अपनी बेटी को त्यार कर रहा था राजा की बेटी जो अभी सिर्फ दस साल की ही थी वो भी राजा के जश्न में शामिल होने के लिए बहुत ही उत्साहित थी और अपने दोस्तों का भी इंतज़ार कर रही थी राजा की बेटी के दोस्त “छोटा भीम” और छुटकी थे अभी तक वो आये नहीं थे

मोटू पतलू और चिराग

भीम ने कहा की तुम सभी लोग राजा की तैयारी में लग जाओ और में घर पर जाकर अभी आता हू भीम जब घर पर जा रहा था तो उसकी नज़र उन लोगो पर पड़ी जो बहुत ही अजीब लग रहे थे और छुपे हुए खड़े थे शायद ये जश्न में कोई समस्या पैदा करना चाहते होंगे तभी ये यह पर छुप कर बैठे है

मोटू पतलू और नगर की सफाई

तभी भीम ने राजा के सैनिक को बताया की यहां पर कुछ लोग बाहर से आये है और वो राजा के लिए खतरा हो सकते है इसलिए राजा को आप इस बात को बता दे और राजा की आज्ञा लेकर बहुत सारे सैनिक यहां पर भेजो और तब तक में इन्हे यही पर रोकता हू

मोटू-पतलू का सपना

“छोटा भीम” ने कहा की तुम कोन हो जो यह पर छुपे हुए हो उन्होंने ने कहा की यहां से चले जायो नहीं तो तुम्हे पकड़ लेंगे भीम ने उन्हें दौड़ना शुरू किया और कोई भी भीम को पकड़ नहीं स्का तब तक राजा और उनके सैनिक भी वहां पर आ गए और सभी को पकड़ लिया गया

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baccho ki kahaniya, और भीम की वजह से राजा को कोई नुक्सान नहीं हुआ उसके बाद राजा ने जश्न को बहुत ही अच्छी तरह मनाया और भीम को बहुत सारा इनाम भी दिए अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे कमेंट करके भी बातये……  

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