birbal stories in hindi
बीरबल का सच्चा जवाब की कहानी
birbal stories in hindi, akbar birbal hindi, hindi kids story, एक बार बादशाह अकबर अपने दरबार में बैठे हुए थे और देखा उन्होंने कि बीरबल वहां पर नहीं है बीरबल किसी काम से बाहर गए हुए थे राजा बैठे बैठे बोर हो रहे थे और उन्होंने अपने सभी दरबारियों से कहा कि चलो मेरे एक सवाल का उत्तर दो मैं देखना चाहता हूं कि तुम सब में कौन सबसे ज्यादा तेज है सभी दरबारियों ने कहा कि ठीक है महाराज आप सवाल पूछिए हम जवाब देंगे
फिर राजा ने अपने सवाल सभी दरबारियों के सामने रखें और पहला सवाल पूछा कि फूल किसका अच्छा है दूध किसका अच्छा है मिठास किसकी अच्छी है पत्ता किसका अच्छा है और राजा कौन अच्छा है फिर सभी दरबारी सोचने लगे और जवाब देने के लिए तैयार हो गई
एक दरबारी ने जवाब दिया कि फूल चमेली का अच्छा है दूध बकरी का अच्छा है मिठास गुलकंद की अच्छी है और पत्ता अशोक का अच्छा है और राजा सबसे अच्छे अकबर
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फिर दूसरे ने जवाब दिया कि फूल कमल का अच्छा है दूध गाय का अच्छा है मिठास शहद की अच्छी है पता नहीं वो अच्छा है और राजाओं में अकबर अच्छे हैं
फिर तीसरे ने जवाब दिया कि फूल गुलाब का अच्छा है दूध भैंस का अच्छा है मिठास मिठाई की अच्छी है पत्ता भोजपत्र का अच्छा है और राजा अकबर अच्छे हैं
राजा ने सबके जवाब सुने और थोड़ा सा मुस्कुराए और सोचने लगे कि मुझे इन सवालों से पूरी तरह से संतुष्टि नहीं है इन सवालों के जवाब तो बीरबल ही बहुत अच्छी तरह से दे सकते हैं फिर अगले दिन बीरबल राज दरबार में उपस्थित हुए और राजा ने उनके सामने वही प्रशन दो रहा है और बीरबल ने उनका जवाब दिया
फूल कपास का अच्छा होता है जिससे कपड़ा बनता है दूध अपनी माता का सबसे अच्छा होता है इससे हमारे शरीर बढ़ता है और हमारा पालन-पोषण भी होता है मिठास वाणी की अच्छी होती है क्योंकि उससे बोला जाता पत्ता पान का अच्छा होता है जिसको देने से दुश्मन भी मित्र बन जाते हैं और राजाओं में इंद्र सर्वश्रेष्ठ है
क्योंकि उनकी कृपा से वर्षा होती है जिससे हमारी खेती होती है और हमें सुख-समृद्धि भी मिलती है फिर राजा ने सबके जवाब सुने हैं और कहा कि बीरबल तुम ठीक कहते हो बाकी लोग तो चापलूसी की तरह मेरा नाम बोल रहे थे कि राजाओं में अकबर ही अच्छे हैं लेकिन तुमने इसकी भी परवाह नहीं की और हमें बहुत बेहतर ढंग से समझाया कि कौन सी चीज किस लिए बेहतर है
तोहफे का मोल
एक लड़का था उसका नाम अंशुमन था उसकी जन्म दिन में सब उसके लिए बहुत सारे तोहफे लाते थे पर उसका एक दोस्त था रोहित वह थोड़ा गरीब था तो वह उसको तोहफे में सिर्फ एक गेंद ही देता था अंजूमन को बड़े-बड़े गिफ्ट बहुत पसंद थे वह सारे बड़े गिफ्ट से खेलता और रोहित की दी हुई गेंद को स्टोर रूम में फेंक देता था
एक बार अंशुमन के मम्मी पापा ने उसके जन्मदिन नहीं मनाया वह बड़ा दुखी हुआ कि आज किसी ने भी मेरा जन्मदिन मुझे नहीं विश किया और ना ही कोई तोहफा दिया लेकिन उसका दोस्त रोहित एक गेंद फिर ले आया उसमें अंशुमन ने पूछा क्या तुम्हें मेरा जन्मदिन याद था
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birbal stories in hindi, akbar birbal hindi, hindi kids story, रोहित बोला हां जरूर हमें तोहफा नहीं बल्कि तोहफा देने वाले की नीयत देखनी चाहिए क्योंकि बड़े बड़े तोहफे देने वालों प्यार नहीं करते प्यार तो उन छोटे-छोटे तोहफों में होता है जो दूसरे लोग हमें बड़े प्यार और मेहनत से बना कर देते हैं वही असली प्यार और वही असली दोस्त होता है.अगर आपको यह कहानी पसंद आयी हो तो आगे भी शेयर जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बातये.
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