tenali raman story for kids in hindi
तेनाली की समझदारी
राजा को घोड़ो का बहुत ही अधिक शोख था. वो अपने महल मैं दुनिया भर के घोड़ो को रखना चाहते थे, लेकिन एक बार तेनाली उनकी इस बात से रजामंद नहीं हुए और उन्होंने राजा को घोड़े खरीदने से मना कर दिया और फिर क्या होता है देखते है आगे. राजा के दरबार में घोड़े के विक्रेताओं का अच्छा व्यापार होता था. एक दिन घोड़ों का एक नया विक्रेता दरबार में आया.
अन्य व्यापारी भी उसे नहीं जानते थे. उसने दो बेहद आकर्षक घोड़े दिए और कहा कि वह ठीक ऐसे ही 100 घोड़े और लाकर दे सकता है, बशर्ते उसे आधी कीमत पेशगी दे दी जाए. राजा को चूंकि घोड़े बहुत पसंद आए थे, सो वैसे ही सौ और घोड़े लेने का तुरंत मन बना लिया. राजा ने अपने खजांची को बुलाकर व्यापारी को आधी रकम अदा करने को कहा. खजांची उस व्यापारी को लेकर खजाने की ओर चल दिया.
लेकिन किसी को भी यह उचित नहीं लगा कि ने एक अनजान व्यापारी को इतनी बड़ी रकम बतौर पेशगी दे दी. लेकिन विरोध जताने की हिम्मत किसी के पास न थी. सभी चाहते थे कि तेनाली यह मामला उठाए. तेनाली भी इस सौदे से खुश न था. वह बोला, कल मुझे आपने शहर भर के मूर्खों की सूची बनाने को कहा था. मुझे खेद है कि उस सूची में आपका नाम सबसे ऊपर है. राजा का चेहरा गुस्से से सुर्ख हो गया. उन्हें लगा कि तेनाली ने भरे दरबार में विदेशी मेहमानों के सामने उनका अपमान किया है. राजा गुस्से से भरे चिल्लाए, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमें मूर्ख बताने की . क्षमा करें सलामत. तेनाली अपना सिर झुकाते हुए सम्मानित लहजे में बोला आप चाहें तो मेरा सर कलम करवा दें, यदि आप के कहने पर तैयार की गई मूर्खों की सूची में आपका नाम सबसे ऊपर रखना आपको गलत लगे.
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दरबार में ऐसा सन्नाटा छा गया कि सुई गिरे तो आवाज सुनाई दे जाए. अब राजा अपना सीधा हाथ उठाए, तेनाली की ओर ताने आगे बढ़े. दरबार में मौजूद सभी लोगों की सांस जैसे थम सी गई थी. उन्हें लगा कि सलामत तेनाली का सिर धड़ से अलग कर देंगे. इससे पहले किसी की इतनी हिम्मत न हुई थी कि को मूर्ख कहे. लेकिन ने अपना हाथ तेनाली के कंधे पर रख दिया. वह कारण जानना चाहते थे.
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तेनाली समझ गया कि क्या चाहते हैं. वह बोला, आपने घोड़ों के ऐसे व्यापारी को बिना सोचे समझे एक मोटी रकम पेशगी दे दी, जिसका पता भी कोई नहीं जानता. वह आपको धोखा भी दे सकता है. इसलिए मूर्खों की सूची में आपका नाम सबसे ऊपर है. हो सकता है कि अब वह व्यापारी वापस ही न लौटे. वह किसी अन्य देश में जाकर बस जाएगा और आपको ढूढ़े नहीं मिलेगा. किसी से कोई भी सौदा करने के पूर्व उसके बारे में जानकारी तो होनी ही चाहिए.
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उस व्यापारी ने आपको मात्र दो घोड़े बेचे और आप इतने मोहित हो गए कि मोटी रकम उसको जाने पहचाने ही दे दी. तुरंत खजाने में जाओ और रकम की अदायगी रुकवा दो. राजा ने तुरंत अपने एक सेवक को दौड़ाया. तेनाली बोला, अब आपका नाम उस सूची में नहीं रहेगा. राजा कुछ क्षण तो तेनाली को घूरते रहे, फिर अपनी दृष्टि दरबारियों पर केन्द्रित कर ठहाका लगाकर हंस पड़े. सभी लोगों ने राहत की सांस ली कि को अपनी गलती का अहसास हो गया था. हंसी में दरबारियों ने भी साथ दिया और तेनाली की समझदारी की एक स्वर से प्रशंसा की.
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