सेवाभाव से जुडी दो हिंदी कहानी, Stories in hindi

Author:

Stories in hindi | Hindi kahani

stories in hindi, सेवाभाव से जुडी दो हिंदी कहानी आपको जरूर पसंद आएगी, अपने गांव से चलते वक़्त उसने अपने साथ दो रोटियां भी रख ली थी, शायद आगे चलकर भूख लग जाए, तो उहे खा सके, जब वह अपने सफर पर निकला तो तभी उसका रास्ता एक बिल्ली ने काट दिया था, गांव के लोग यह अच्छा नहीं मानते है, इसलिए वह कुछ देर वही पर खड़ा रहा और उसके बाद आगे की और चल दिया था,

सेवाभाव से जुडी दो हिंदी कहानी :- stories in hindi

stories in hindi
stories in hindi

stories in hindi, hindi kahani, उसे एक जंगल पार करके दूसरी और जाना था, जंगल का रास्ता भी बहुत कठिन था, Because जंगल में बहुत से जानवर भी थे, जिनसे बचकर उसे जाना था, तभी उसकी नज़र एक शेर पर गयी वह उसे देखकर डर गया और एक पेड़ पर चढ़ गया था, वह कुछ देर तक पेड़ पर ही रहा जब तक वह शेर चला नहीं गया, जब वह शेर गया तो वह पेड़ से उतरा और अपने रस्ते पर चल पड़ा था, तभी उसकी नज़र एक आदमी पर गयी वह बैठा था, उसने पूछा की तुम यहां इस तरह क्यों बैठे हो, उस आदमी ने बताया की मुझे बहुत भूख लग रही है, और मेरे पास कुछ खाने को भी नहीं है, भूख लगने की वजह से में आगे नहीं जा सकता हु, 

एक कहानी आदर

उस आदमी ने कहा की मुझे भी बहुत देर हो गयी है जब में अपने गांव से निकला था, तो अपने साथ कुछ कहना भी लेकर आया था, तुम उस में से खा सकते है, उस आदमी को उसने खाना खिलाया और पूछा की तुम अब कहा जा रहे हो, उसने बताया की में गांव की और जा रहा था, वह आदमी उसे कहना खिला कर आगे की और चल दिया था, तभी उसकी नज़र एक साधु पर गयी थी, वह साधु एक पेड़ के निचे बैठा था, उस आदमी ने पूछा की आप यहां पर क्या कर रहे है, साधु ने कहा की मेरे पेरो में बहुत तेज दर्द हो रहा है, इसलिए में आराम कर रहा हु, उस आदमी ने कहा की में आपके पेरो की मालिश कर देता हु, उसने साधु के पेरो में मालिश की, और उसके बाद साधु ने कहा की तुम सबकी सेवा करते हो,  

महात्मा और शेर की कहानी

Stories in hindi, इसलिए में तुम्हे वरदान देता हू की तुम्हारे जीवन में हमेशा खुशिया ही रहे, वह आदमी जीवन भर परेशानियों से दूर रहा, हम अपने कामो में इतने व्यस्त हो जाते है, की हम किसी की सेवा करना भी भूल जाते है, इसलिए हमे अपने काम से साथ दुसरो की मदद भी करनी चाहिए, क्या पता हमारी की गयी सेवा कहा काम आ जाए,   

 

एक बुढ़िया सेवाभाव की हिंदी कहानी :- Hindi kahani

Stories in hindi, वह लड़का बहुत समय से उस बुढ़िया को देख रहा था, जोकि समान को बेच रही थी, उसके पास कुछ लकड़ी से बनी हुई वस्तु थी, जिसे वह बहुत कम दाम में बेच रही थी, वह लड़का उस बुढ़िया के पास जाता है, वह पूछता है की यह लकड़ी का समान तो बहुत सस्ता बेच रही हो, वह बुढ़िया कहती है, मुझे पता है, लोग महंगा समान नहीं खरीद सकते है, इसलिए यह सब कुछ में अपने हाथो से बनाती हु, जिसके बाद में इन्हे बेच सकती हु,

अपनेपन की कहानी

वह लड़का जब यह बात सुनता है, उसे लगता है, यह बुढ़िया बहुत मेहनत करती है, उसके बाद वह समान को बेच रही है, वह बुढ़िया कहती है, तुम क्या लेना चाहते हो, वह लड़का एक लकड़ी का समान लेता है, Because उसे वह पसंद आ गया था, वह लड़का उस शहर में पहली बार आया था, वह उस जगह पर रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था, वह सभी जगह से अनजान था, वह उस जगह पर पढ़ने आया था, जब से वह उस लकड़ी का समान लाया है उसे देख रहा था, वह बहुत सुनदर बना हुआ था, वह समझ गया था वह बुढ़िया अकेली रहती है,

एक छोटी सी मदद की कहानी

Because अगर उसके साथ में कोई होता तो उसे नज़र आता, मगर कोई भी नज़र नहीं आ रहा था, वह समान को खुद बनाती है, उसके बाद बेचने भी आती है, उसकी उम्र बहुत अधिक है, फिर भी वह काम कर रही है, कुछ दिन बाद वह लड़का उस बुढ़िया के पास जाता है, but आज वह नहीं आयी थी, वह एक पेड़ के नीचे अपना समान लगाती है, but आज वह नज़र नहीं आयी है, वह कुछ दुरी पर एक आदमी के पास जाता है, वह उस जगह पर अपनी दूकान लगाता है, उससे वह बुढ़िया के बारे में पूछता है, Because वह अभी तक नहीं आयी थी,

सच्चे भरोसे की एक कहानी

वह दुकानवाला बताता है वह कुछ रोज से नहीं आयी है, उसका घर यहां से कुछ दुरी पर है, वह लड़का उस बुढ़िया का पता पूछता है, उसके बाद उसके घर जाता है, वह जाकर देखता है बुढ़िया की तबियत खराब है, उसके पास कोई नहीं है, वह लड़का देखता है, उसे बुखार है, वह जल्द ही किसी डॉक्टर से मिलता है, उसके बाद दवाई लेकर आता है, वह उसकी सेवा करता है जबकि बुढ़िया से उसका कोई भी रिश्ता नहीं है, जब दो दिन बाद वह बुढ़िया अच्छी हो जाती है, तो वह कहती है, तुम मेरी सेवा क्यों कर रहे थे, जबकि में तुम्हे जानती भी नहीं हु,

एक नाटक से सीख

Stories in hindi, hindi kahani, वह लड़का कहता है, यह जरुरी नहीं है, की हम किसी को जानते है, तभी उसकी मदद करते है, आप बीमार है इसलिए मेने आपकी मदद की है, आप कुछ नहीं कर सकती है, Because आप यहां पर अकेली है, यह सुनकर वह बुढ़िया सोचती है, जो हमसे अनजान है वह भी मदद कर सकते है, मगर अपनों के पास समय नहीं है, वह यहां पर रहते भी नहीं है, Because उन्हें हमारा बुढ़ापा भोझ लगता है, उसके बाद वह बुढ़िया उस लड़के के लिए लकड़ी का समान भी बना देती थी, वह लड़का बुढ़िया की बहुत मदद करता है,

Read More stories in hindi :-

Read More-इंतज़ार की कहानी

Read More-एक साधू की कहानी

Read More-महात्मा बुद्ध और भिखारी की कहानी

Read More-समय का महत्व

Read More-एक किसान की कहानी

Read More-पशु की भाषा हिंदी कहानी

Read More-उस पल की कहानी

Read More-एक महाराजा की कहानी

Read More-वो सोता और खाता था हिंदी कहानी

Read More-सोच की कहानी

Read More-छोटा सा गांव हिंदी कहानी

Read More-सुबह की हिंदी कहानी

Read More-जादुई लड़के की हिंदी कहानी

Read More-दोस्त की सच्ची कहानी

Read More-एक चोर की हिंदी कहानी

Read More-जीवन की सच्ची कहानी

Read More-छज्जू की प्रतियोगिता

Read More-जब उस पार्क में गए

Read More-असली दोस्ती क्या है

Read More-एक अच्छी छोटी कहानी

Read More-गुफा का सच

Read More-बाबा का शाप हिंदी कहानी

Read More-यादगार सफर

Read More-सब की खातिर एक कहानी

Read More-जादू का किला    

Read More-मेरे जीवन की कहानी

Read More-आखिर क्यों एक कहानी

Read More-मेरा बेटा हिंदी कहानी

Read More-दूल्हा बिकता है एक कहानी

Read More-जादूगर की हिंदी कहानी

Read More-छोटी सी मुलाकात कहानी

Read More-हीरे का व्यापारी

Read More-पंडित के सपने की कहानी

Read More-गमले वाली बूढ़ी औरत

Read More-छोटी सी बात हिंदी कहानी

Read More-समय जरूर बदलेगा

Read More-सोच का फल कहानी

में अब बूढ़ा हो गया हू नयी कहानी, indian moral stories in hindi

मेरे जीवन का निर्णय प्रेरणादायक हिन्दी कहानी, Best motivational story in hindi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.