बुढापे का जीवन हिंदी कहानी, sad hindi story

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Sad hindi story

Sad hindi story, एक शहर में एक पति पत्नी रहते थे पति का नाम रामकिशन और पत्नी का नाम विमला देवी था रामकिशन एक बैंक में नौकरी करते थे और विमला देवी घर का काम करती थी उनका एक बेटा था उन दोनों ने अपने बेटे को पढ़ा लिखा कर बहुत  अच्छी नौकरी पर लगा दिया था

बुढापे का जीवन हिंदी कहानी :- sad hindi story

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उनका बेटा विमल बहुत होशियार था वह पढ़ने में तेज था एक बहुत अच्छी नौकरी मिल गई थी और नौकरी विदेश में मिल गई थी वह विदेश में जाकर नौकरी करना चाहता था उसने अपने माता पिता से पूछा तो उसके माता पिता ने उसको बोल दिया कि वह चला जाए बेटे के जाने के बाद राम किशन और कमला दोनों अकेले रह गए थे

 

राम किशन बैंक से रिटायर हो चुका था दोनों अकेले ही घर में रहते थे उनके बेटे ने विदेश में ही शादी कर ली थी और अपने मां-बाप को बुलाया भी नहीं था रामकिशन अपने बेटे से फोन पर एक बार बहू को लेकर यहां आ जाओ पर उनका बेटा मना कर देता था कि अभी उसे छुट्टी नहीं मिल रही

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दिन और महीने बीत गए धीरे-धीरे रामकिशन और विमला को और

बुढ़ापा आता गया और उनकी पत्नी विमला को शरीर पर फालिस पड़ गई

उसका आधा शरीर उठना बंद हो गया अब वह बिस्तर पर ही रहती थी

रामकिशन अपनी पत्नी का सारा काम करता था

 

 उसने एक नौकर भी रख लिया था पर बेटा एक बार भी अपने मां को देखने नहीं आया था

आज पड़ोस को रिश्तेदार सब उनसे पूछते कि तुम्हारा बेटा विमल कब आएगा

तो रामकिशन बोल देते कि अभी उसे छुट्टी नहीं मिली है आ जाएगा जल्दी ही,

अब रामकिशन जब भी अपने बेटे को फोन करता है तो

उनका बेटा यही कहकर फोन काट देता कि

वह मीटिंग में बिजी है या ऑफिस जा रहा है

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 घर जाकर बात करेगा पर बात नहीं करता था विमला भी बीमारी से परेशान हो चुकी थी और वह भी चाहती थी कि उसका बेटा एक बार उसे मरने से पहले आ कर देख ले एक संडे का दिन था घर के नौकर किसी काम से घर से बाहर गया था राम किशन को बैठे बैठे हैं पता नहीं क्या हुआ उसे चक्कर आने लगे और वह बेहोश होकर गिर पड़ा उसकी पत्नी  बिस्तर पर पड़ी पड़ी देख रही थी

 

वह उठ नहीं सकती थी और ना ही चल फिर सकती थी उसमें बेड से खींच सकते थे करते अपने आप को नीचे गिरा है और और रेंगते-रेंगते रामकिशन की कुर्सी के पास गई थी उसी के पास जाकर उसने देखा तो रामकिशन मर चुका था विमला और रामकिशन ऊपर के कमरे में थे और फोन नीचे रखा था

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विमला धीरे धीरे अपने पैरों को कि चढ़ते हुए और सीढ़ियों पर से धम धम नीचे गिरी उसके पैरों में चोट लग गई थी हाथों से खून बहने लगा पर फिर भी उसने हिम्मत  के एक फोन अपने हाथ में लिया लेकिन जैसे ही फोन हाथ में लिया

 

और वह भी मर गई अगले दिन सुबह जब नौकर आया और देखा तो दरवाजा अंदर से बंद था नौकर के पास एक चाबी थी उसने दरवाजा खोला और देखा कि दोनों मर चुके हैं उसने पड़ोसियों को बुलाया पड़ोसियों ने उसके बेटे को फोन किया तो उनका बेटा 2 दिन के बाद आया पर अपने मां बाप को जीते जी वह देख नहीं पाया उसके माता-पिता इसी आस में मर गए कि उनका बेटा आएगा और उन्हें भी ले जाएगा

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sad hindi story, हमें अपने बच्चों को कमाना और आसमान को छूना तो सिखा देते हैं पर साथ ही उन्हें अच्छा इंसान बनना और उनके पैरों को जमीन पर रहकर आसमान को छूना भी सिखाना चाहिए जब मां बाप अपने बच्चों को नहीं छोड़ते तो बच्चे अपने मां-बाप को छोड़ क्यों छोड़ देते हैं.

 

दादाजी के जीवन की sad हिंदी कहानी

यह कहानी दादाजी की है. वह बहुत बूढ़े हो गए थे. अभी तक उनका जीवन गांव में ही बीत रहा था.

लेकिन जब उनकी तबियत खराब हो जाती है. उनका बेटा जोकि शहर में काम कर रहा था

उन्हें लेने आता है, जब दादाजी उनके साथ जाते है.

वह अपने पोते से मिलते है.

जोकि अभी दस साल का हो गया था. वह कभी कभी गांव में आता था.

लेकिन अब दादाजी को बहुत ख़ुशी थी.

 

क्योकि वह अपने पोते को भी मिल रहे थे. जब उनकी तबियत ठीक हो जाती है. उनका बेटा कहता है की आप गांव में जाकर क्या कर सकते है. अब गांव में कुछ नहीं बचा है. इसलिए आप यहां पर रहिये. उसके बाद दादाजी वही पर रहते है. वह अपने पोते के साथ बात करते है. क्योकि अब उन्हें अच्छा लग रहा था. एक दिन दादाजी खाना खा रहे थे उनका खाना बार बार गिर रहा था. क्योकि अब वह बहुत बूढ़े हो गए थे.

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यह देखकर बेटे की पत्नी कहती है. यहां पर अब खाना खाना भी समस्या बन गया है इन्होने यहां पर बहुत खाना टेबल पर गिरा दिया है अब मुझे यहां पर खाना नहीं खाना है. यह सुनकर दादाजी अंदर चले जाते है क्योकि वह समझ गए थे की उनका यहां पर रहना अब ठीक नहीं है. वह अपने बेटे से कहते है की मुझे गांव में चले जाना चाहिए. क्योकि मेरी वजह से यहां पर कोई समस्या नहीं आनी चाहिए. उस दिन के बाद दादाजी अपने गांव में चले जाते है.

मन की आवाज

यह कहानी, sad hindi story हमे सिखाती है. जीवन में आप भी एक दिन बूढ़े जरूर होंगे. आपसे भी गलतियां होंगी. लेकिन आपको कभी ऐसा काम नहीं करना चाहिए. जिससे किसी के जीवन में कोई भी परेशानी आये. आपको क्या लगता है हमे जरूर बताये.

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