Sachi kahani | Story in hindi
आपने कभी यह जीवन की सच्ची कहानी, (sachi kahani) नहीं सुनी होगी, लेकिन इस कहानी में हमे यह पता चलता है की अगर आप सच्चे मन से भगवान् को मानते है तो आपको मदद जरूर मिलेगी, भगवान् उनकी मदद करते है जो सच्चे मन से याद करते है आपको यह सच्ची कहानी पसंद आएगी,
जीवन की सच्ची कहानी : sachi kahani
एक गांव में एक बहुत ही भोला भाला आदमी रहता था वह किसी की भी बात में आ जाया करता था वह सभी के काम कर देता था Because उसे किसी के भी काम करने में कोई दिक्कत नहीं आती थी सभी लोग इस बात को जानते थे और उसका फायदा उठाने के लिए हमेशा तैयार रहते थे जब भी वह किसी को दिख जाता था सभी सोचते थे कि यह मेरे पास आ जाए मैं इससे बहुत सारा काम लूंगा और बहुत से लोग उससे काम ले लिया करते थे
उसकी भक्ति :-
उसका जीवन ऐसे ही बीत रहा था वह हमेशा भगवान की पूजा पर बहुत ध्यान लगाता था वह जब भी मंदिर जाया करता था भगवान को बहुत ही ज्यादा मानता था उसकी भक्ति में हमेशा डूबा रहता था 1 दिन किसी आदमी ने उस पर चोरी का आरोप लगा दिया और कहने लगा कि यही वह आदमी है जो मेरे घर में आया था और उसने हमारे घर में चोरी कर ली है सभी लोग उसी आदमी की बात पर ध्यान दे रहे थे Because वह जानते थे कि यह आदमी सच बोल रहा होगा
but उस भले आदमी के बारे में किसी का भी ध्यान नहीं था वह यह सोच रहे थे सभी की वह आदमी चोरी कर सकता है सभी गांव वालों ने उसे पीटना शुरू कर दिया और कहने लगे कि बताओ चोरी का सारा सामान तुमने कहां रखा है but वह भला आदमी हमेशा यही कह रहा था मैंने चोरी नहीं की है मैं तो इसके घर पर कुछ देर के लिए गया था जो कि इसने मुझे सामान बताया था वह लेकर मैं इसे देने चला गया इसके बाद मुझे नहीं पता कि वहां पर क्या हुआ था
बहुत तेज बारिश शुरू हो गई :-
कोई भी उस भले आदमी की बात को नहीं मान रहा था Because वह उनके घर पर गया था हो सकता है चोरी इसी ने की हो सभी आदमी पकड़कर पंडित जी के पास ले जा रहे थे और कह रहे थे कि इसे क्या सजा मिलेगी वही तय करेंगे जब पंडित जी को यह बात मालूम हुई तो वह कहने लगी है भला आदमी चोरी नहीं कर सकता यह बहुत ही अच्छा इंसान है but कोई भी इस बात को नहीं मान रहा था तभी अचानक ही बहुत तेज बारिश शुरू हो गई सभी लोग बारिश से बचने के लिए मंदिर के अंदर खड़े हो गए सभी आदमी कहने लगे अगर यह सच्चा भगवान का भक्त है
तो वह परीक्षा देनी होगी Because चोरी नहीं की है हम यह मानने को तैयार नहीं हैं सभी आदमी कहने लगे कि अगर यह चोर नहीं है तो इससे यह परीक्षा देनी होगी कि बाहर बारिश हो रही है इस बारिश में इसे चलकर जाना होगा अगर इसको एक भी बूंद नहीं छुएगी तो हम मान लेंगे कि यह सच्चा है और इसने चोरी नहीं की है but वह भला आदमी इस बारे में क्या जानता था सभी आदमियों ने उसे बाहर जाने को कहा और जैसे ही वह बाहर गया तो बारिश की बूंद उसे छू भी नहीं पाई
भगवान के भक्तों को परेशान नहीं करना :-
Because बारिश बिल्कुल भी नहीं हो रही थी जैसे ही उस आदमी ने बाहर कदम रखा बारिश बिल्कुल रुक चुकी थी सभी लोग देखकर यह हैरान हो गए थे कि कितनी तेज बारिश एकदम रुक नहीं सकती सभी लोग पछता रहे थे हमें भगवान के भक्तों को परेशान नहीं करना चाहिए सभी लोगों उससे माफी मांगने लगे वह आदमी कहने लगा कि तुम्हें सोच समझ कर किसी पर इल्जाम लगाना चाहिए हो सकता है कि
वह सच्चा हो सभी लोग इस बात को जानने लगे कि उसने चोरी नहीं की थी
हमें भी यह बात याद रखनी चाहिए कि अपने जीवन में कि अगर हमसे कोई गलती हो जाती है
तो हमें उसका पूरा पता लगाना चाहिए तभी सजा देनी चाहिए.
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जीवन में गरीबी की सच्ची कहानी :- story in hindi
story in hindi, sachi kahani, वह आदमी गरीब था but उसका मन साफ़ था वह किसी को भी बुरा नहीं मनाता था, उसे तो यही लगता था, जीवन में वह गरीब है, तो इसमें किसी का भी दोष नहीं है, वह जन्म से गरीब है, उसे किसी से कोई भी परेशानी नहीं थी, but वह भगवान को बहुत मानता था, उसे लगता था, अगर भगवान है, तो सब कुछ संभव हो सकता है, अगर भगवान चाहे तो वह अमीर भी बन सकता है, but उसने कभी भी भगवान से अमीर होने के लिए कभी नहीं कहा था,
वह एक दिन अपने काम पर जा रहा था, वह आदमी अकेला ही रहता था, वह एक छोटे से घर में रहता था वह छोटा सा घर गांव में था, सभी लोग उसे काम के लिए पूछते थे, क्योकि वह आदमी गरीब था मगर दिल से अमीर था वह किसी भी काम को मना नहीं कर सकता था, क्योकि मदद करना उसका धर्म था, एक आदमी उस गरीब आदमी के पास आता है, वह उससे कहता है, आज मेरे साथ जंगल में लकड़ी लेने चल सकते हो, आज मेरे पैर में चोट आयी है, वह आदमी कहता है, कोई बात नहीं है, में तुम्हारी मदद जरूर करूंगा,
घमंड हमे कुछ नहीं करने देगा :-
वह उस आदमी के साथ जाता है, उसके बाद वह गरीब आदमी उसकी मदद करता है, वह गरीब आदमी से कहता है की हमारा जीवन गरीबी में ही चला जायेगा वह गरीब आदमी कहता है की तुम ऐसा क्यों सोचते हो, हम अमीर होकर क्या करेंगे जब हम अमीर हो जायेंगे तो शायद हमारे पास घमंड आ जायेगा यह घमंड हमे कुछ नहीं करने देगा, इसलिए में अमीर नहीं बनाना चाहता हु, यह सुनकर वह आदमी कहता है, मुझे तुम्हारी बातें बहुत अच्छी लगी है, क्योकि तुम गरीब होकर भी अमीर नहीं बनाना चाहते हो,
उसके बाद वह दोनों घर आते है, तभी रस्ते में बहुत सारा धन मिलता है, यह धन उनके बहुत काम आ सकता है, मगर वह गरीब आदमी कहता है क्या तुम्हे पता है, यह धन की पोटली किसकी है, अगर हम यह धन लेंगे तो जिसका भी यह धन है वह इसे खोजता हुआ परेशान हो जायेगा हम किसी को भी परेशान नहीं देखना चाहते है यह सोचकर वह धन की पोटली लेकर उस आदमी की खोज करते है, शायद उन्हें वह मिल जाये कुछ दुरी पर एक सेठ बैठा था, वह परेशान लग रहा था, क्योकि उसका धन उसे नहीं मिल रहा था,
मुझे धन वापिस करने आये :-
वह दोनों उसके पास जाते है वह धन वापिस करते है, वह गरीब आदमी कहता है यह धन हमे कुछ दुरी पर मिल गया था, यह सुनकर सेठ कहता है, मुझे यह लग रहा था, यह धन मुझे कभी नहीं मिलेगा वह सेठ उन्हें देखता है वह दोनों ही गरीब लग रहे थे, but वह दोनों मुझे धन वापिस करने आये है, यह सोचकर वह आदमी कहता है, मुझे तुम दोनों बहुत ईमानदार लग रहे हो, मगर मेरे मन में एक सवाल आ रहा है, क्या तुमहे यह धन लेने की चाहत नहीं हुई थी,
वह गरीब आदमी कहता है, मुझे पता है की आप क्या पूछ्ना चाहते है, but में तुम्हारे प्रश्न से दुखी नहीं हु, मुझे पता है, सभी के मन में यह लालच आता है, सभी को लगता है की यह धन हमे लेना चाहिए मगर यह हमारा नहीं है, किसी की मेहनत हमारे काम नहीं आ सकती है, अगर हम यह धन लेते भी है, तो इसके बाद हमे कही भी आराम नहीं मिलता, हमे हमेशा भगवान देखते रहते है, फिर शायद हम उसे जवाब नहीं दे सकते है, यह कहकर वह गरीब आदमी चला जाता है, वह सेठ उन्हें देखता है, मगर वह समझ जाता है,
घर में अधिक वस्तु नहीं है :-
यह दोनों बहुत अच्छे है, इन जैसा इंसान हमे नहीं मिल सकता है, वह सेठ उन्हें पहली बारे देख चुका था, वह समझ गया था, वह इंसान उसे कभी भी दुबारा नहीं मिल सकता है, वह उस गरीब आदमी की तलाश करता है, कुछ समय बाद वह गरीब आदमी के घर जाता है, वह देखता है की उसके घर में अधिक वस्तु नहीं है, मगर फिर भी लालची नहीं है, उसके अंदर दया है, वह सभी की मदद करता है वह उस गरीब आदमी से मिलता है, उसकी मदद करना चाहता है, मगर गरीब आदमी मदद लेने से इंकार कर देता है, क्योकि वह बहुत खुश है, अगर आपको यह दोनों कहानी, story in hindi, sachi kahani, पसंद आयी है, तो शेयर करे,
आदमी की मदद सच्ची हिंदी कहानी
यह एक “सच्ची” कहानी है एक आदमी अपने घर वापस जा रहा था
तभी रास्ते में उसने एक आदमी को देखा जो बहुत ही बीमार लग रहा था
वह अपने घर जाना चाहता था
लेकिन उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई जिसकी वजह से वह घर नहीं जा रहा था
वह आदमी कहने लगा कि तुम्हारी तबीयत कैसे खराब हो गई है
तभी वह बताता है कि अचानक ही मेरी तबीयत खराब होती नजर आई और मैं यहां पर बैठ गया
मैंने बहुत सारे लोगों से मदद मांगी कि मुझे घर पहुंचा दो
लेकिन कोई भी मुझे घर ले जाने के लिए तैयार नहीं था
शायद यह दुनिया किसी की मदद करने के लिए नहीं बनी है
सभी लोग मुझसे दूर खड़े हो रहे थे शायद उन्हें लग रहा था कि मैं उनसे मदद मांग लूंगा
जिसकी वजह से वह मदद नहीं कर पाएंगे और वह आगे बढ़ जाते हैं
उसकी तबीयत खराब हो रही थी :-
वह आदमी कहता है कि मैं आपको आपके घर पहुंचा देता हु उसके बाद वह आदमी है
उसे अपने साथ लेकर जाता है क्योंकि उसकी तबीयत खराब हो रही थी और
वह घर जाना चाहता था वह आदमी उसे घर पहुंचा देता है
उसके बाद आदमी कहता है कि तुमने मुझे घर पहुंचा दिया यह बहुत अच्छी बात है
आपने मेरी बहुत मदद की है लेकिन कोई भी मेरी मदद नहीं कर रहा था
जिसे भी मैं पास में बुलाता था वह दूर चला जाता था
अगर यह दुनिया के ऐसे लोगों से बहुत ज्यादा भर जाए तो
किसी को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा मुझे आज यह पता चल चुका है कि
दुनिया में सभी तरह के लोग रहते हैं जो कि दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं
परेशानी का सामना :-
आज उसे अच्छा लग रहा था कि वह किसी की मदद कर पाया उसके मन में यह नहीं था कि वह मदद करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा है लेकिन उसके मन में यह बात थी कि आज वह दूसरों की मदद कर पाया और उसकी वजह से किसी को खुशी मिली है कोई अगर आपको यह story in hindi, sachi kahani पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं
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