Hindi kahaniya | अच्छे कर्म की दो मोरल हिंदी कहानी
Hindi kahaniya, अच्छे कर्म की दो मोरल हिंदी कहानी, एक आदमी बहुत ही गरीब था वह मेहनत करके ही अपना गुजारा कर रहा था लेकिन बहुत मेहनत करने के बाद भी उसे थोड़ा सा ही खाना मिल पाता था क्योंकि वह जितनी मेहनत करता है था उतने में ही वह गुजारा कर पा रहा था एक दिन वह मजदूरी कर रहा था तभी एक सेठ उसके पास आया और कहने लगा कि मेरा सामान मेरी गाड़ी में रखवा दो.
अच्छे कर्म की दो मोरल हिंदी कहानी : Hindi kahaniya
Hindi kahaniya, गरीब आदमी उसका सामान गाड़ी में रखवाने के लिए चला गया तभी उसने देखा कि गाड़ी में रखा हुआ बैग एक चोर निकालकर भागने की कोशिश कर रहा है तभी उस गरीब आदमी ने उसे पकड़ लिया और कहने लगा कि सेठ आपका बैग चोर ले कर भाग रहा है सेठ उस गरीब आदमी के पास आया और उसने देखा कि चोर को उसने पकड़े हुए हैं सेठ ने अपना बैग उस चोर से लिया और चोर वहां से भाग गया
सेठ गरीब आदमी से बोलने लगा कि तुमने आज मेरा बहुत ही ज्यादा नुकसान होने से बचा लिया तुम बहुत ही मेहनती और सच्चे इंसान हो तुम जो चाहो इसके बदले मांग सकते हो गरीब आदमी बोला कि मैं मेहनत करके ही अपना गुजारा करता हूं मुझे कुछ नहीं चाहिए मेरी जगह अगर कोई और आदमी होता तो वह भी यही करता है इसलिए मैंने भी वही किया जो हर आदमी कर सकता है
सेठ ने उसकी बात सुनी और वह कहने लगा कि आज के बाद तुम यहां मजदूरी नहीं करोगे मेरे यहां पर काम करोगे मैं तुम्हें अच्छी मजदूरी दूंगा और अच्छे खाने पीने को भी मैं दूंगा, सेठ की बात सुनकर गरीब आदमी थोड़ा खुश हुआ क्योंकि शायद उसे अच्छा खाना मिल पाएगा उस दिन के बाद उस आदमी ने सेठ के पास ही काम किया और सेठ के साथ ही रहने लगा
मोरल हिंदी कहानियां, Hindi kahaniya, हमारा एक अच्छा काम जो हमारे लिए बहुत सारी खुशियां ला सकता है जीवन में हमेशा अच्छे काम करते रहना चाहिए पता नहीं किस काम का कौन सा फसल तुम्हें कब मिलेगा फल की इच्छा रख कर कोई भी काम नहीं करना चाहिए जबकि हमें अच्छे काम करने चाहिए क्योंकि अच्छे काम से ही अच्छे फल मिलते हैं.
राजा और प्रजा की मोरल कहानी :- Hindi kahaniya
Hindi kahaniya, राजा ने देखा की एक बूढ़ा आदमी काम कर रहा है, राजा उससे सब कुछ पूछना चाहते थे, वह जानना चाहते थे की यह बूढ़ा आदमी यहां पर काम कर रहा है, धूप बहुत तेज थी, मगर फिर भी वह काम कर रहा था, राजा उस बूढ़े आदमी के पास जाते है, राजा ने अपनी वेशभूषा बदल रखी थी, इससे राजा को कोई पहचान नहीं सकता था, राजा उस बूढ़े आदमी के पास जाते है, उसके बाद वह पूछते है, आप यहां पर बहुत धूप में काम कर रहे है,
वह बूढ़ा आदमी देखता है, वह पूछता है, आप कौन है, राजा कहते है में पास के नगर में जा रहा था आपको यहां पर देखा इसलिए रुक गया था, आप बहुत तेज धूप में काम कर रहे थे, यहां पर बहुत तेज धूप है आपको यहां पर अभी काम नहीं करना चाहिए क्योकि इससे आपकी तबियत बहुत खराब हो सकती है, वह बूढ़ा आदमी कहता है, अगर में काम नहीं करता हु, तो मेरे घर में खाना नहीं बन पायेगा, मुझे यह नहीं सोचना चाहिए, इसलिए मुझे काम पर ध्यान देना है, अगर में धूप के बारे में सोचता हु, तो इससे मुझे परेशानी हो सकती है, यह सुनकर राजा कहते है की आप अपने राजा से खुश है, वह आपका ख्याल रखते है,
Hindi kahaniya, वह बूढ़ा आदमी कहता है, राजा हमारे बहुत महान है, वह सभी का ध्यान रखते है, अगर वह ध्यान नहीं रखते है, तो हम अकेले हो सकते है, हमारे राजा बहुत अच्छे है वह सभी की समस्या को सुनते है, आज राजा को पता चल गया था, उसकी प्रजा के सभी लोग उन्हें बहुत मानते है, राजा भी सभी लोगो का ध्यान रखते है, वह जानते है, की प्रजा को कोई भी परेशानी नहीं होगी, उसके बाद राजा चले जाते है, मगर राजा को यह बात समझ आती है, हमे भी उस बूढ़े आदमी की तरह हमेशा काम करते हुए चलना चाहिए, अगर आपको यह अच्छे कर्म की दो मोरल हिंदी कहानी पसंद आयी है, तो शेयर कर सकते है
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