Chiti ki kahani and chiti aur kabootar ki kahani | चींटी और कबूतर की कहानी

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Chiti ki kahani and chiti aur kabootar ki kahani

Chiti ki kahani and chiti aur kabootar ki kahani, यह कहानी चींटी और कबूतर की है कबूतर हमेशा उस चींटी को देखा करता था उसे यही लगता था की जब भी वह उसे देखता है तो उसे पता चलता है की मेहनत से सब कुछ हो सकता है वह चींटी दिन भर बहुत मेहनत करती है में कबूतर होकर भी मेहनत नहीं कर पाता हु जबकि में चींटी से बहुत बड़ा हुआ, वह कबूतर उसी पेड़ पर बैठा रहता था और वह चींटी भी उसी पेड़ पर रहती थी.

चींटी और कबूतर की कहानी :- Chiti ki kahani and kabootar

Chiti ki kahani
Chiti ki kahani

एक दिन कबूतर ने चींटी से पूछा की तुम बहुत मेहनत करती हो

जबकि में इतनी मेहनत क्यों नहीं कर पाता हु चींटी ने कहा की ऐसा नहीं है

में इतनी hard work नहीं कर पाती हु में बहुत छोटी हु और मुझे यही लगता है की

मुझे जो भी काम करना है वह मुझे जल्दी ही पूरा करना होगा चींटी को यही लगता है की

वह जो काम कर रही है उस काम में उसे बहुत समय लगता है

इसलिए वह उस work को समय से पूरा करना चाहती है

but वह छोटी होने के कारण ऐसा नहीं कर पाती है

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मौसम बहुत खराब :-

इसलिए चींटी को समय लग जाता है तुम बहुत बड़े हो तुम कही भी उड़ सकते है

अपने लिए खाना भी ला सकते हो जबकि मुझे खाना लाने में काफी समय का प्रयोग करना पड़ता है

यही कारन है की मुझे time लग जाता है और तुम सोचते हो की में बहुत hard work कर रही हु,

कबूतर को अब पता चल जाता है की चींटी क्या कहना चाहती है

आज मौसम बहुत खराब लग रहा था

चींटी को भी नज़र आ रहा था की आज बहुत तेज बारिश होने वाली है

वह कबूतर से कहती है की आज का मौसम बहुत खराब होने वाला है.

 

chiti aur kabootar ki kahani

कबूतर कहता है की तुम सही कह रही हो

आज मुझे पेड़ पर रहकर भी बर्रिश की बूंदो से कोई नहीं बचा सकता है

तुम चींटी हो और बहुत छोटी भी हो तुम आराम से पेड़ पर रह सकती है और

पेड़ की छाल में जाकर बारिश से बच सकती हो जबकि में ऐसा नहीं कर सकता हु,

चींटी कबूतर की बात सुन रही थी उसे पता था की वह कबूतर सही कह रहा है

कुछ देर बाद बारिश भी आ जाती है और दोनों ही अपनी place पर चले जाते है

कबूतर बारिश में भीग रहा था उसे बारिश लग रही थी

जबकि चींटी को कोई भी बारिश नहीं लग रही थी

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परेशानी का समाना :-

कबूतर को लग रहा था की आज बारिश रात भर रुकने वाली नहीं है

आज परेशानी का समाना करना पड़ेगा वह कबूतर परेशान हो गया था,

अब उसे पता था की अगर रात भर भीगना पड़े तो बहुत मुश्किल हो सकती है

कबूतर अगले दिन बीमार हो गया था क्योकि वह बारिश में बहुत अधिक भीग गया था

सुबह को वह चींटी मिलने आती है but कबूतर बीमार हो गया था

वह चींटी उसकी help करती है और कुछ दिन बाद वह कबूतर ठीक हो जाता है

 

Chiti ki kahani and chiti aur kabootar ki kahani, आज कबूतर को पता चलता है की

चींटी मेहनत भी करती है और दुसरो की सहायता भी करती है

उस दिन के बाद दोनों की बहुत अच्छी दोस्ती हो जाती है उस दिन के बाद कबूतर चींटी को मन गया था

वह जो सोच लेती है उसे पूरा करती है. 

 2- चींटी की दूसरी नयी कहानी 

chiti ki dusri kahani

सभी चींटी काम कर रही थी यह दिन का मौसम था और गर्मी भी बहुत अधिक थी

मगर वह रूकती नहीं है वह हमेशा  काम करती है

चींटी को एक जगह पर एक कीड़े का छोटा बच्चा नज़र आता है

वह उसे देखती है but उसके पास कोई नज़र नहीं आ रहा था चींटी को लग रहा था की

यह बहुत small है और कुछ नहीं कर सकता है चींटी सभी चींटी को बुलाती है और

उस छोटे कीड़े को ले जाती है

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because वह कीड़ा अभी तो यहां पर अकेला है और कुछ नहीं कर सकता है

वह सभी चींटी उसे अपने बिल में ले जाती है वही पर उस कीड़े की देखभाल करती है

क्योकि वह अभी बहुत small है जबकि यह कोई चींटी का बच्चा नहीं था

but फिर भी उन्हें यही लगता है की उसकी मदद करनी चाहिए वह ऐसा ही कर रही थी

वह कीड़ा धीरे धीरे बड़ा हो गया था अब वह ठीक था जब वह बड़ा हुआ तो

सभी चींटी को देखकर सोचने लगा की तुम मुझसे अलग क्यों हो

chiti ki new kahani

तभी चींटी कहती है की बहुत समय पहले तुम हमे मिले थे तुम बहुत छोटे थे हमे यही लग रहा था की

अगर तुम्हे बाहर छोड़ा जायगा तो तुम परेशानी में पड़ सकते हो

इसलिए हम सभी चींटी तुम्हे यहां पर लेकर आ गयी थी,

अब तुम बड़े हो गए हो

अब तुम बाहर रह सकते हो

यह सुनकर वह चींटी की सहायता को भूल नहीं पा रहा था

because वह चींटी उनके जैसी नहीं थी but फिर भी कीड़े को लग रहा था की

यह चींटी बहुत अच्छी है जोकि सभी help करती है

वह कीड़ा बाहर रहने के लिए चला जाता है    

तुमने मेरी सेवा की :-

उनमे से एक चींटी बाहर खाना लेने जाती है मगर मकड़ी के जाल में फंस जाती है

वह निकल नहीं पा रही थी but इस बीच वही कीड़ा आ जाता है और चींटी को बचा लेता है

वह चींटी कहती है की तुमने मेरी help की है तुम बहुत अच्छे हो वह कीड़ा कहता है की

ऐसी कोई भी बात नहीं है तुमने तो मेरी सेवा की थी मुझे बड़ा किया है

इसके बदले यह कुछ भी नहीं है सेवा का कोई मोल नहीं है अगर आपको यह कहानी (Chiti ki kahani and chiti aur kabootar ki kahani) पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे 

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