New panchatantra story in hindi with moral
पंचतंत्र मोरल हिंदी कहानी : (panchatantra story in hindi with moral) वह किसी के बारे में बुरा नहीं सोचते थे उनका यही मानना था की अगर हम सही है तो सब कुछ सही ही होता है मगर उनके साथ में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा था (best story in hindi with moral) वह कितना भी अच्छा कर ले हमेशा यही उनके साथ बुरा होता था, (moral story in hindi with moral) वह दोनों इस बारे में हमेशा सोचते थे, लेकिन उनके पास कोई भी जवाब नहीं था दोनों पति और पत्नी घर में आराम से बैठे हुए थे कभी कभी ऐसा भी होता था की वह सोचते हुए सो भी जाते थे.
पंचतंत्र मोरल हिंदी कहानी : panchatantra story in hindi with moral
उन्हें अंदर से कोई परेशानी परेशान कर रही थी उनके पास कोई बच्चा भी नहीं था शायद यही वजह होगी की वह परेशान हो रहे थे मगर इसमें कुछ भी नहीं किया जा सकता था एक दिन वह घर का काम कर रहे थे तभी उनके पास एक लड़का आता है वह उसे नहीं जानते है इसलिए पूछते है की तुम कौन हो जो यहां पर आये हो, वह लड़का कहता है की में अकेला हो गया हु, में अपने माता -पिता से अलग हो गया हु मुझे नहीं पता है की वह किस जगह पर गए है,
दोनों कहते है की तुम्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है तुम हमारे पास रह सकते हो जब तक तुम्हारे माता-पिता नहीं मिल जाते है लड़का कहता है की आपकी बहुत मेहरबानी है जो आप मुझे यहां पर रहने के लिए जगह दे रहे है वह लड़का उनकी के साथ रहता है कुछ दिन बाद ही उनका जीवन अचानक ही बदल जाता है क्योकि उनके पास जिसकी कमी थी वह अब दूर हो गयी थी अब उनके जीवन में ख़ुशी थी अब वह बहुत कम परेशान रहते थे एक दिन वह सभी सोये हुए थे रात का समय था
वह लड़का उठा और खिड़की से बाहर देखने लगा था, कुछ समय बाद वह दरवाजा खोलता है और घर से बाहर चला जाता है सुबह हो जाती है और वह पति और पत्नी लड़के की खोज करते है मगर वह तो अब उस जगह पर नहीं था वह फिर से दुखी हो जाते है पति कहता है की चिंता करने की जरूरत नहीं है यह ख़ुशी हमारे पास कुछ देर के लिए आयी थी शायद उसके माता -पिता मिल गए होंगे यह बात तो हमे पता है की वह एक दिन जा सकता था इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है
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कुछ देर बाद एक खत मिला था उसमे कुछ लिखा हुआ था आप परेशान थे में आपके पास आया था मगर में आपके पास ज्यादा समय तक नहीं रह सकता था इसलिए मुझे जाना ही पड़ा था आप परेशान न होना में शायद जीवन में आपको कभी नहीं मिलूंगा मगर आपकी याद मुझे आती रहेगी, आपने मुझे खाना दिया था और रहने को जगह दी थी आप दोनों बहुत अच्छे है जो सबक मदद करते है मगर वह दोनों खत की बता से कुछ भी समझ नहीं पाए थे वह लड़का कहा ऐसे आया था और कहा चला गया था उन्हें नहीं पता था
पंचतंत्र कहानी का मोरल : Moral of the story :-
यह कहानी हमे यही बताती है की हम जो भी ख़ुशी पाना चाहते है वह हमारे पास ही होती है हमे उसे खोजना होता है जीवन में अगर खुश रहना चाहते है तो आपको अपनी इच्छा बहुत कम करनी होगी क्योकि जितनी आपकी इच्छा होगी आपके जीवन में दुःख भी बहुत ज्यादा होंगे अगर आपको यह पंचतंत्र मोरल हिंदी कहानी : New panchatantra story in hindi with moral, best story in hindi with moral, moral story in hindi with moral, कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
पंचतंत्र की मोरल कहानी :- Panchatantra Best story in hindi with moral
एक गांव में मुनीश नाम का लड़का रहता था वह बहुत मेहनत करता था हर रोज अपने खेत पर जाया करता था और खेत का काम करके ही वापिस आता था उसके पिताजी उससे बहुत खुश थे क्योकि उन्हें बहुत मेहनती लड़का मिला था मुनीश अपने पिताजी को कभी भी काम नहीं करने देता था वह हमेशा ही सभी काम कर लिया करता था एक दिन वह खेत से काम करके घर आ रहा था तभी रास्ते में उसे एक आदमी मिला था वह बहुत कमजोर लग रहा था
मुनीश उसके पास आता है और कहता है की आप बहुत कमजोर लग रहे है आपको प्यास लगी है वह आदमी कहता है की मुझे बहुत प्यास लगी है और भूख भी लगी है मुनीश कहता है की आप चिंता न करे आपको मेरे साथ में चलना होगा मेरा घर पास में ही है घर जाकर आप आराम कर लेना आपको भूख भी लगी है आप खाना भी खा सकते है वह मुनीश के साथ चला जाता है मुनीश के पिताजी कहते है की यह कौन है मुनीश सब कुछ बता देता है
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उसके बड़ा मुनीश के पिताजी उन्हें खाना देते है वह आदमी खाना खाता है और कहता है की आप जैसे लोग इस दुनिया में बहुत कम है जो सबकी सेवा करते है आपने मेरी मदद की थी इसके लिए आपको कुछ देना चाहता हु मुनीश कहता है की आप ऐसा क्यों कर रहे है सवा का कोई मोल नहीं होता है हमने आपकी सेवा इसलिए नहीं की थी की हमे कुछ चाहिए बल्कि इसलिए की थी की आपको मदद की जरूरत है यह बात सुनकर वह आदमी उदास हो जाता है
उसकी उदासी देखकर मुनीश के पिताजी कहते है की आप उदासा क्यों होते है वह आदमी कहता है की मेरा भी मुनीश की तरह ही लड़का था मगर वह लालची बहुत ज्यादा हो गया था उसने मुझसे सब कुछ ले लिया है और लालच के कारण ही वह मुझे से घर निकला चूका है तभी से ऐसा लगता है की शायद दुनिया में लालच बहुत ज्यादा बढ़ गया है यही कारण था की में आपको कुछ देना चाहता था तभी मुनीश कहने लगा की आप चिंता न करे आप परेशान भी न हो, क्योकि आज से आप हमारे सतह में ही रह सकते है आपको कहि भी जाने की जरूरत नहीं है उसके बाद वह आदमी उन्ही के साथ रहने लगा था
कहानी का मोरल : Moral of the story :-
हमे जीवन में सभी की मदद करनी चाहिए आपकी मदद से सब कुछ अच्छा हो सकता है अगर मुनीश मदद न करता था वह आदमी अपना अच्छा जीवन नहीं बिता सकता था इसलिए मदद करे जिससे किसी का जीवन अच्छा हो जाए अगर आपको यह पंचतंत्र मोरल हिंदी कहानी : New panchatantra story in hindi with moral, best story in hindi with moral, moral story in hindi with moral, कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे.
जादू की पेंसिल पंचतंत्र की कहानी : panchatantra story in hindi with moral
यह जादू की पेंसिल एक लड़के को मिल जाती है उसे पता नहीं होता है की यह पेंसिल क्या कर सकती है मगर वह लड़का उसे घर लेकर आता है जब वह घर आता है तो वह उस पेंसिल को देखता है और सोचता है की इससे में सबसे पहले क्या काम कर सकता हु वह कुछ सोचता है और उसे यह ख्याल आता है की वह एक पिक्चर बनाएगा
वह उस जादू की पेंसिल से एक गिलास बनाता है वह बहुत अच्छा गिलास बनाता है जैसे ही वह गिलास बनाता है वह गिलास उसके सामने आ जाता है वह देखकर डर जाता है उसे लगता है की यह कोई आम पेंसिल नहीं है इसलिए वह उस पेंसिल को दिखाने के लिए अपने दोस्तों के पास जाता है पहले तो कोई भी दोस्त उसकी बता पर यकीन नहीं कर रहा था मगर जब उस पेंसिल से उसने कुछ बनाया और जब सामने आया तो वह देखकर सभी हैरान हो गए थे
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सबसे पहले उस लड़के से पूछा गया की यह पेंसिल तुम्हे किस जगह पर मिली है उसने बताया की वह कुछ समय पहले नदी के किनारे पर मछली पकड़ने गया था उसी जगह पर उसे पेंसिल मिली थी वह उसे लेकर आया था मगर उससे कुछ भी नहीं किया था आज जब उससे कुछ बनाया तो पता चल गया की यह तो जादू की पेंसिल है अब क्या था सभी बच्चे अब उस पेंसिल को लेना चाहते थे
क्योकि हर कोई अपने लिए कुछ न कुछ चाहता था उसी बीच वह पेंसिल टूट गयी और गयाब हो गयी थी सभी बच्चे उसे अपने पास रखना चाहते थे इसी बीच वह खींचने में टूट गयी थी अब कुछ नहीं हो सकता था वह अपने घर चले जाते है हमारा लालच इतना बढ़ जाता है की हम बहुत सी चीजों का मोल भी नहीं समझते है
इसलिए अपनी जिंदगी में ऐसा नहीं करना चाहिए क्योकि अगर वह जादू की पेंसिल उनके पास होती तो आज उनके पास बहुत कुछ हो सकता था, जादू की पेंसिल पंचतंत्र की कहानी, New panchatantra story in hindi with moral, best story in hindi with moral, moral story in hindi with moral, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो सहरे जरूर करे.
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