अपने लिये वक़्त एक मोरल हिंदी कहानी, moral stories in hindi

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Moral stories in hindi

Moral stories in hindi, हर रोज सुबह के लिए प्लान, लकिन फिर भी नहीं हो पता वो पूरा काम , जी हां ये कहानी एक लड़की की, जो रोज सुबह सोचती है की सैर पर निकल जाए पर ऐसा होता ही नहीं है, ये समस्या मेरी नहीं आज हर नोजवान या फिर कहे हर व्यक्ति की है. ..

अपने लिये वक़्त एक मोरल हिंदी कहानी :- moral stories in hindi

Moral stories in hindi
Moral stories in hindi

ये उठना तो बस समझो होता ही नहीं, रोज सुबह घडी में अलार्म लगाके सोती हू. की कल सुबह उतार सैर पर जाउंगी फिर आकर बच्चे को तयार करूँगी और नाश्ता बनाऊँगी. हर रोज की तरह अलार्म बजता है फिर उठना भी होता है, लगा की अभी बस पांच मिनट और , बस यही गलती और फिर वही होना जो होता है, आदत ही नहीं सुधरती.

थोड़ा आराम :-

हर रोज का काम करके फिर ऑफिस जाना होता है, दिन भर की थकान हो जाती है शाम पांच बजे तक घर आकर अपने बेटे के साथ वक़्त बिताना होता है. फिर वो खलने चला जाता है, ये देख कर की बेटा खलने गया है थोड़ा आराम कर लिया जाये, आँखे बंद करके थोड़ी देर ऐसे ही बैठे रहे तो थकान काफी हद तक दूर हो जाती है.

 

इतने मैं ही बेटे की आवाज आती है और वो भी अपने दोस्तों के साथ खेलता हुआ आ जाता है. सभी शोर मचाते हुए घूम रहे थे , बच्चे तो बस बच्चे ही है. आज रविवार है, आज तय किया है की कोई काम नहीं करना है, बस चिंतन करना है, की अब तक क्या किया है और क्या बाकी है,

रिश्ते निभाने में :-

मेरे पति उचे पद पर कार्यात है, उन्हें तो वक़्त ही नहीं मिलता है. बस घर की जिमेदारी और रिश्ते निभाने में ही वक़्त निकल जाता है. बाहर जाकर फिल्म देखना शायद ऐसा करू या फिल्म घर पर ही सीडी लाकर देख लू , बाहर गयी तो शायद पूरा दिन ही इसमे चला जायेगा फिर अपने लिए समय कहा से निकलू गई नहीं घर पर ठीक है बाहर नहीं जाना

 

आज चूकि संडे है तो आज घर पर ही रहना और आराम करना ही तय है. सोचती हू की कुछ पुरानी यादे ही ताजा कर लू फिर उन यादो मैं मुस्कराना अच्छा लगता है, सोचा की एल्बम ही देख लू फिर सोचा की कुछ और…….. और यही सोचते सोचते में सो गयी बेटे ने आवाज लगाई और आँखे खुल गयी और देखा की समय अरे नहीं…………शाम के छ बजे है

सुब कुछ मिल गया :-

moral stories in hindi, ओह्ह आज का दिन वाकई ऐसे ही बीत गया जिसका मेने सोचा था की आज कोई काम नहीं करना है…शायद ये आराम फिर न मिले लगा की आज सुब कुछ मिल गया जो की सभी लोग सपने में देखते ऐसा आराम मिले जो मुझे मिल गया , शायद आज की भागदौड़ ज़िन्दगी में खा इतना वक़्त मिलता है अपने आप को समय देने मैं. दोस्तों अपने आप को समय ज़रूर दो ………..

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