Kids kahani with moral
Kids kahani with moral, ये कहानी मोस्ट पॉपुलर कॅरक्टर नोबिता और जियान की है. जब वो अपने दोस्त के यहाँ पर एक शादी मैं जाते है, तो क्या होता है उनके साथ. देखते है इस कहानी मैं. नोबिता और जियान पक्के दोस्त थे. नोबिता जहां दुबला पतला था, वहीं जियान मोटा गोल मटोल. दोनों एक दूसरे पर जान देने का दम भरते थे,
नोबिता जियान और हाथी की कहानी :- kids kahani with moral
लेकिन उनकी जोड़ी देखकर लोगों की हंसी छूट जाती. एक बार उन्हें किसी दूसरे गांव में रहने वाले मित्र का निमंत्रण मिला. उसने उन्हें अपनी बहन के विवाह के अवसर पर बुलाया था. उनके मित्र का गांव कोई बहुत दूर तो नहीं था लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए जंगल से होकर गुजरना पड़ता था.
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उस जंगल में जंगली जानवरों की भरमार थी. दोनों चल दिए. जब वे जंगल से होकर गुजर रहे थे तो उन्हें सामने से एक हाथी आता दिखा. उसे देखकर दोनों भय से थर थर कांपने लगे. तभी दुबला पतला नोबिता तेजी से दौड़कर एक पेड़ पर जा चढ़ा, लेकिन मोटा होने के कारण जियान उतना तेज नहीं दौड़ सकता था. उधर हाथी भी निकट आ चुका था, फिर भी जियान ने साहस नहीं खोया.
उसने सुन रखा था कि हाथी मृत शरीर को नहीं खाते. वह तुरंत जमीन पर लेट गये और सांस रोक ली. ऐसा अभिनय किया कि मानो शरीर में प्राण हैं ही नहीं. हाथी घुरघुराता हुआ जियान के पास आया, उसके चेहरे व शरीर को सूंघा और उसे मृत समझकर आगे बढ़ गया. जब हाथी काफी दूर निकल गया तो नोबिता पेड़ से उतरकर जियान के निकट आया और बोला मित्र, मैंने देखा था.
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Kids kahani with moral, हाथी तुमसे कुछ कह रहा था. क्या कहा उसने. जियान ने गुस्से में भरकर जवाब दिया मुझे मित्र कहकर न बुलाओ और ऐसा ही कुछ हाथी ने भी मुझसे कहा. उसने कहा, नोबिता पर विश्वास न करना, वह तुम्हारा मित्र नहीं है. सुनकर नोबिता शर्मिन्दा हो गया. उसे अभ्यास हो गया था कि उससे कितनी भारी भूल हो गई थी. उसकी मित्रता भी सदैव के लिए समाप्त हो गई. तो देखा दोस्तों अपने एक सच्चा दोस्त वही होता है जो की समय पर काम आता है, नहीं तो दोस्त तो सभी बन जाते है.
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