kahani hindi story
भगवान् से मिलन
kahani hindi story, nice story in hindi, hindi old story, hindi story, एक दिन राजा को इच्छा हुई कि मुझे भगवान से मिलना चाहिए और भगवान को देखना चाहिए इसी इच्छा को लेकर राजा एक साधू के पास उसके आश्रम में गए हैं आश्रम में जाने के बाद साधु महाराज जी को प्रणाम करके राजा ने कहा कि मुझे भगवान से मिलना है और भगवान को देखना है
इस बात को सुनकर साधु महाराज ने कहा कि तुम्हें सब कुछ छोड़ना होगा तभी तुम भगवान से मिल पाओगे राजा ने अपनी संपत्ति सारी दान में दे दी और जो सारे हीरे जवाहरात सब गरीबों में बांट दी है और फिर साधु महाराज जी का आश्रम में गए और कहा कि मैंने सब कुछ दान में दे दिया है
मुझे अब भगवान से मिलना है साधु महाराज ने उत्तर दिया कि अभी भी तुम तैयार नहीं हो क्योंकि तुमने अभी भी बहुत कुछ छोड़ना है फिर राजा को साधु महाराज ने अपने यहां आश्रम में साफ-सफाई करने के लिए कहा राजा ने आश्रम के सफाई की और वहां पर झाड़ू भी लगाई
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ऐसा करते हुए तकरीबन 10 दिन बीत चुके थे फिर राजा ने कहा कि क्या मैं भगवान से मिल सकता हूं साधु महाराज ने कहा कि अभी नहीं अभी तो काफी वक्त है राजा अपने काम में लग गया और उस सारी जगहों की सफाई करने के बाद कूड़ा गांव से बाहर फेंकने के लिए चला गया
और रास्ते में एक आदमी से मिला उस आदमी से मिलते ही राजा का सारा कूड़ा फिर से वही गिर गया और राजा को गुस्सा आया और कहा कि तुम देख नहीं सकते मैं कूड़ा ले जा रहा हूं फिर राजा कूड़ा गैर कर साधु महाराज जी का आश्रम में गए और कहा कि क्या मैं भगवान से मिल सकता हूं
इस पर साधू ने कहा कि अभी भी वक्त है अभी आपको और काम करने होंगे उन के बाद ही आप भगवान से मिल पाएंगे कुछ दिनों बाद फिर राजा कूड़ा देने के लिए बाहर गांव में गए और वहां पर एक आदमी से टकरा गए और आदमी ने सारा कूड़ा बिखेर दिया
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इस पर राजा ने कुछ नहीं कहा और अपना कूड़ा समेट कर वापिस कूड़ेदान में फेंक कर वापस आश्रम आ गए और कहा कि क्या मैं भगवान से मिल सकता हूं साधु महाराज ने कहा की अब तुम पूरी तरह से तैयार हो गए हो
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kahani hindi story, nice story in hindi, hindi old story, hindi story, क्योंकि अब तुम मैं दया भावना आ चुकी है अब तुम एक अच्छे इंसान बन गए हो जो कि सब कुछ सहन कर सकते हो तभी तुम भगवान से मिल सकते हो साधु महाराज की बात सुनकर राजा समझ गए कि हमें अपने अंदर की बुराइयों को मारना पड़ता है तभी हम भगवान से मिल सकते हैं.
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