Hindi me story
hindi me story, एक राज्य में राजा चेतन सिंह नाम का राजा राज्य करता था राजा चेतन सिंह बहुत ही होशियार और बुद्धिमान था और राजा समय-समय पर अपने दरबारियों की परीक्षा लेता रहता था कि उनका दिमाग कितना तेज चलता है और वह मेरे राज्य को कैसे चला रहे हैं या नहीं
राजा का चेहरा हिंदी मोरल कहानी :- Hindi me story
एक दिन राजा ने सोचा आज अपने दरबारियों के दिमाग की की परीक्षा लेता हूं उसने अपने सारे दरबारियों को बुलाया और कहा मैं तुम्हें 200 सोने की मोहरे देता हूं और यह सब तुम्हारी है पर तुम जब भी इन्हें खर्च करोगे तो मेरा चेहरा देख कर ही खर्च करोगे वरना नहीं, दरबारी बड़े खुश हुए क्योंकि उन्हें 200 सोने की मोहरे मिली थी कुछ दरबारी तो बार-बार राजा का चेहरा देखने महल में आते और फिर उन मोहरों को खर्च करते और कुछ राजा के चेहरा देखने के चक्कर में बाहर ही बैठे रहते क्योंकि कभी राजा सोता रहता और कभी खाना खा रहा होता
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इसीलिए कुछ दरबारी तो उन मोहरों को ऐसे ही देखते रहे उन्होंने अपनी जरूरत की चीजें भी उन से नहीं खरीदी क्योंकि राजा ने कहा था कि खर्च करने से पहले उसका चेहरा जरूर देखें 1 सप्ताह बाद राजा ने फिर सारे दरबारियों को अपने महल में बुलाया और पूछा किस किस दरबारी ने कितने मोहरों खर्च की हैं, कुछ दरबारी तो जितनी मोहरों राजा ने दी थी उतनी ही वापस ले आए और कुछ दरबारियों ने आधे मोहरों ही खर्च किए पर पूरे मोहरे किसी भी दरबारी ने खर्च नहीं की एक दरबारी ऐसा था जिस में सारी मोहरों खर्च कर ली थी.
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उसने कभी भी राजा के महल में आके उसका चेहरा देखने को नहीं कहा था राजा ने पूछा तुमने मेरा चेहरा देखे बिना सारे मोहरे कैसे खर्च कर दें उस दरबारी ने कहा कि मैं जब भी मोहरों खर्च करना चाहता था आपका चेहरा जरूर देखता था क्योंकि मोहरों के ऊपर आपका ही चेहरा बना हुआ है
hindi me story, राजा ने उसको इनाम में एक हजार मोहरे और दें और उसे अपना मंत्री बना लिया और कहा पूरे राज्य में यही बुद्धिमान और होशियार है दरबारी उसका मुंह देखते रह गए यह कहा जाता है कि परीक्षा के समय में भी अपने दिमाग और शांति से काम लेने वाला ही होशियार होता है.
राजकुमार की योग्यता हिंदी कहानी :- moral stories in hindi with moral
राजा आज बहुत परेशान लग रहे थे. क्योकि अब दूसरे राज्य के राजा युद्ध के लिए कहते है. जबकि यह राजा युद्ध नहीं करना चाहते थे. बल्कि उन्हें इस बात का ज्ञान था, कुछ समय पहले वह राजा से मिलने गए थे. उसके बाद वह बहुत खुश थे. मगर अब क्या हो गया है. वह युद्ध करना चाहते है. उन्हें कुछ भी समझ नहीं आता है. उन्हें यह बात सोचनी थी. अगर युद्ध रुक जाता है. तो बहुत अच्छा हो सकता है
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लेकिन यह सब कैसे होगा. उन्हें समझ नहीं आता है. वह सेनापति को बुलाते है. इस बारे में बात करते है मगर वह कहते है हमे भी इस बारे में जानकारी नहीं है. वह राजा युद्ध क्यों कर रहे है. राजा इस बात को जानते थे अगर यह युद्ध होता है तो शायद उनकी सेना मारी जा सकती है. इसलिए युद्ध को रोकना बहुत जरुरी हो गया था. अब राजा समस्या का हल नहीं निकाल सकते है. वह चुप बैठे थे. राजकुमार आता है. राजा से बात करता है.
राजा कहता है. तुम्हे इस बारे में कोई ज्ञान नहीं है. इसलिए अपनी सलाह अपने पास ही रख सकते हो. यह सुनकर भी राजकुमार कुछ नहीं कहता है वह पता लगाना चाहता है. यह सब क्यों हुआ है. वह साबित करना चाहता है वह भी योग्य है. राजकुमार को पता चल जाता है. यह सब कैसे हुआ था. राजा की सेना में एक सैनिक ने यह बात कही थी. राजा युद्ध करना कहते है. उसके बाद यह सब हुआ था.
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लेकिन अब राजकुमार उसका पता लगाना था. क्योकि उसके बाद ही राजा से यह बात कही जा सकती थी. उधर सेनापति को भी राजकुमार ने बता दिया था. अब सेनापति उस सैनिक का पता करता है. क्योकि वह सेना को बहुत अच्छे से जानते है. उसके बाद उस सैनिक का पता चल गया था. अब कोई भी युद्ध नहीं होने वाला था. मगर राजा को जब यह पता चल गया था. उसके बाद वह समझ गए थे. राजकुमार योग्य है. हमे कभी भी बिना योग्यता जाने कोई फैसला नहीं लेना चाहिए. अगर आपको यह hindi me story पसंद आयी है. शेयर करे.
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