लकड़हारा और कुल्हाड़ी की हिंदी कहानी

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Child story in hindi |child short story in hindi

लकड़हारा और कुल्हाड़ी : child story in hindi, बहुत समय पहले की बात है (child short story in hindi) एक गांव में एक लकड़हारा रहता था लकड़हारा बहुत ईमानदार था और वह किसी की मदद करने को तैयार हो जाता था लकड़हारा बहुत ही गरीब था वह लकड़ियां काट कर ही अपना घर चलाता था लकड़हारा अपनी पत्नी के साथ ही रहता था और भगवान से हमेशा कहता था कि हमारी मेहनत का फल हमें दे दीजिए.

लकड़हारा और कुल्हाड़ी की हिंदी कहानी :- child story in hindi

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फिर एक दिन लकड़हारा लकड़ियां काटने के लिए जंगल में गया पर जब वह जंगल में पहुंचा तो वहां पर कोई भी सूखा पेड़ नजर नहीं आ रहा था जिसे वह काट सके और इसी तलाश में वह थोड़ा आगे निकल गया आगे निकलने के बाद लक्कड़ हारा चलते-चलते बहुत थक गया था फिर थोड़ी दूरी पर जाकर उसे

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एक सूखा पेड़ नजर आया लकड़हारा वहीं पर रुक गया फिर उस पेड़ पर चढ़ा और लकड़ियां काटना शुरु कर दिया जहां पर वह पेड़ था वहीं पर पास में एक कुआं भी था ऐसे ही लकड़हारा लकड़ी को काटने लगा तो  कुल्हाड़ी उसके हाथ से छूटकर उस कुएं में गिर गई लकड़हारा बड़ा परेशान हो गया कि अब उसके पास एक ही कुल्हाड़ी थी जिससे वह काम करता था और वह भी कुएं में गिर गई है अब लकड़हारा काफी परेशान हो गया था फिर लकड़हारा पेड़ से नीचे उतरा और उसके पास जाकर बैठ गया और कहने लगा हे भगवान मेरे पास तो सिर्फ एक ही कुल्हाड़ी थी और वह भी  गिर गई है मैं क्या करूं

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फिर कुछ देर बाद इंतजार करने के कुएं में से एक देवी प्रकट हुई और उसने लकड़हारा से पूछा कि तुम इतने परेशान क्यों बैठे हो क्या बात है फिर लकड़हारे ने कहा कि मेरे पास जो कुल्हाड़ी  थी वह इस कुएं में गिर गई है और मैं अब कोई काम भी नहीं कर सकता उसके बगैर वही मेरे जीने का एक सहारा था, लकड़ियां काट कर ही मैं उन्हें बेचकर अपना घर चलाता हूं फिर देवी ने कहा है कि चलो मैं तुम्हारी कुल्हाड़ी लाकर दे देती हूं तुम परेशान ना हो उस फिर देवी कुएं के अंदर वापस चली गई

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जब देवी कुएं बाहर आए तो वह अपने साथ एक सोने की कुल्हाड़ी लेकर आए और लकड़हारे से कहा कि क्या तुम्हारी कुल्हाड़ी यही है लकड़हारे ने देखा और कहा कि यह कुल्हाड़ी मेरी नहीं है और देवी फिर से कुएं के अंदर चली गई फिर देवी कुएं से बाहर आई और इस बार कुल्हाड़ी चांदी की थी तो देवी ने कहा क्या तुम्हारी यही कुल्हाड़ी है लकड़हारे कहां नहीं यह मेरी कुल्हाड़ी नहीं है और फिर से देवी अंदर चली गई फिर देवी एक हो और कुल्हाड़ी लेकर आए और वह कुल्हाड़ी लकड़हारे की ही थी

इस बार लकड़हारे ने कहा हां यही मेरी कुल्हाड़ी है फिर देवी ने कहा कि तुम बहुत ही सच्चे इंसान हो भगवान नहीं तुम्हारी परीक्षा लेने के लिए मुझे भेजा था फिर देवी ने उसे सोने और चांदी की कुल्हाड़ी भी दे दिए और कहा कि अपना जीवन सफल बनाओ  उन तीनों को लकड़हारे अपने घर चला गया और उन्होंने अपना जीवन खुशी खुशी बिता दिया

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इसलिए दोस्तों याद रखेंगे कहानी इस सिर्फ एक ही सीख देती है कि हमें ईमानदार बनना चाहिए, हमे हर जगह पर ईमानदार होना चाहिए सभी काम अगर पूरी ईमानदारी से करते है तो हमारा जीवन सफल हो जाता है अगर आप ईमानदारी से काम नहीं करते है तो जीवन पर बुरा असर पड़ता है इसलिए ईमानदार होना बहुत जरुरी होता है अगर हम ईमानदार होते हैं तो हमारे सारे काम स्वत ही हो जाएंगे. child story in hindi, child short story in hindi, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर भी कर सकते है 

 

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child story in hindi, सभी बच्चो को यह लग रहा था की यह पेड़ आम से भरा हुआ है but हम सभी यहां से कोई भी आम नहीं ले सकते है Because यह पेड़ किसी और का है, हम यहां से आम को लेंगे तो मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है, Because बाग़ का माली आ सकता है, वह हमे पकड़ सकता है, इसलिए हमे आम नहीं लेने है, सभी बच्चो को यही लगता है but सोनू को ऐसा नहीं लगता है, Because वह आम को लेना चाहता है सभी घर की और चलते है मगर सोनू वही पर रुक जाता है

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सभी बच्चे कहते है की तुम्हे यहां पर नहीं रुकना चाहिए,

Because बाग़ का माली आ सकता है सोनू कहता है की

में कुछ देर बाद आम को लेकर आता हु यह सुनकर सभी बच्चे चले जाते है

Because सोनू उनकी बता नहीं मानता है,

कुछ समय बाद माली देखता है की एक लड़का पेड़ पर चढ़ रहा है

वह आम को तोड़ रहा है वह माली पेड़ के पास आता है वह कहता है की

तुम्हे यहां से आम नहीं लेने है, यह बात तुम्हे पता है but तुमने वही काम किया है

इसलिए तुम्हे सजा मिल सकती है

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child story in hindi, child short story in hindi, माली को देखकर वह लड़का डर जाता है Because वह सोचता है की अब तो माली को पता चल गया है अब मुझे सजा मिल सकती है वह पेड़ से नीचे आता है but गिर जाता है, जिससे उसे चोट आ जाती है, उसके बाद माली कहता है की अगर तुम पेड़ पर न चढ़ते तो तुम्हे यह चोट नहीं आयी होती, यह सुनकर वह लड़का सोचता है की मुझसे यह बहुत बड़ी गलती हो गयी है, इसलिए जीवन में कभी भी गलत नहीं करना चाहिए, Because इससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है,

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