तेनाली रमन और राजगुरु, tenali ramakrishna stories in hindi

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Tenali ramakrishna stories in hindi

तेनाली रमन, tenali ramakrishna stories in hindi, को राजा बहुत ही पसंद करते थे और अपने ही साथ रखते थे राजा तेनाली रमन से पूछ कर बहुत सारे काम करते थे और और बाकी जो राज दरबारी थे वह तेनाली से बहुत ही परेशान थे वह सोचते थे कि तेनाली को राजा पसंद करते हैं

तेनाली रमन और राजगुरु :- Tenali ramakrishna stories in hindi

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हम लोगों को नहीं और हमारी बात भी नहीं मानते हो इस तरह उनमें एक तरह से जलन पैदा हो रही थी तेनाली के प्रति राज दरबार में जितने भी दरबारी थे में सभी परेशान थे हो जिसमें राजगुरु भी परेशान थे मंत्री और अन्य गन एक दरबारी राजगुरू के पास आया और कहा की महाराजा तेनाली रमन को बहुत पसंद करते हैं इस बारे में हम क्या करें कि वह उन्हें पसंद ना करें ऐसा कुछ हो जाए तो राज गुरु ने कहा कि राजा तेनाली रमन को इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि वह बहुत ही चालाक है और समस्याओं का समाधान कर लेता है

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तभी दरबारी ने राजगुरु से कहा कि अगर आप हमारा साथ दें तो हम तेनाली को सबक सिखा सकते हैं तो राजगुरु ने कहा ठीक है ऐसा कर लीजिए अगर आप कर सकते हैं तो सभी दरबारी सोचने लगा कि मैं राजा के पास जाऊंगा और तेनाली रमन की बहुत सारी बुराइयां करूंगा जिससे राजा उन्हें नापसंद करने लगेंगे दरबारी राजा के पास गया और कहा कि  महाराज जी तेनाली सब को मूर्ख बना रहा है

 

इस पर राजा ने कहा कि देखो आप जो भी कुछ करना चाहते हैं वह सभी दरबारियों के साथ दरबार में बताइए तब हम इस बात पर पूरी चर्चा करेंगे अगर तेनाली दोषी पाया जाता है, तो उसे भी सजा दी जाएगी अगले दिन महाराज के दरबार में उपस्थित हुए और तेनाली को बुलाया और कहा कि आप सभी को मूर्ख बना रहे हैं मुझे ऐसा सुनने में आया है क्या आप सभी के प्रति गलत व्यवहार कर रहे हैं उत्तर रमन ने कहा कि महाराज जी मुझे कुछ दिनों का समय दीजिए मैं आपको सब कुछ बता दूंगा कि क्या हो रहा है

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राजा ने कहा कि अगर सबूत के साथ यहां पर उपस्थित हो सकते हो

अगर आप सबूत नहीं ला पाया तो तुम्हें सजा दी जाएगी और

दरबार में भी आने की फिलहाल कोई जरुरत नहीं है

तेनाली रामन राजा की बात मान के दरबार से चला गया और

सभी दरबारी खुशियां मनाने लगेगी अब सबूत कहां से लाएंगे तेनालीरामन,  

फिर तेनाली को एक विचार आया कि इस बात का पूरा पर्दाफास हो सकता है तभी

 

तेनाली रामन ने राजा से कहा कि आप मेरे साथ राजगुरु के यहां पर चलिए राजा राजगुरु के यहां पर चलने के लिए तैयार हो गए और तेनाली और राजा राजगुरु के यहां पर पहुंचे जैसा राजा ने देखा कि राजगुरु और एक दरबारी आपस में बातें कर रहे थे कि तेनाली रमन को हमने राज्य से निकलवाने की बात जो कही राजा ने बड़ी आसानी से मान ली हमारे राजा बहुत ही भोले हैं और बहुत जल्दी विश्वास कर लेते हैं हर बात पर यह पूरी बात राजा सुन रहे थे और देख रहे थे कि वह दोनों क्या बातें कर रहे हैं

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तब राजा ने पूरी बात दोनों की सुन ली तभी तेनाली रमन कहा जी देखिए मैं बेकसूर हूं यह दोनों मुझे फंसाने की साजिश रच रहे हैं राजा ने सब कुछ जान लिया है पर अब राजा कह रहे थे कि तेनाली अब तुम्हें कुछ ऐसा करना होगा जिससे कि हम इन्हें दरबार में पूरी तरह से सबूत के साथ पकड़े , अगले दिन तेनाली रमन ने कहा राजगुरु और उस दरबारी को अपने भोज पर अपने घर पर बुलाया जब खाना लग चुका था तो तेनालीरामन तो उस दरबारी के बराबर में बैठ गए और राजगुरु सामने की जगह पर बैठे हुए थे

 

तेनाली रमन ने उस दरबारी के कान में कुछ फुसफुसाया और राजगुरु ने यह देख लिया अब राजगुरु को यह शक हो रहा था कि तेनाली ने शायद मेरे बारे में ही कुछ राज दरबारी को कहा है फिर  तेनालीरामन पानी के बहाने बाहर चले गए फिर राजगुरू दरबारी के पास आए और कहा कि तेनाली रमन ने आप से क्या कहा है मेरे बारे में, दरबारी ने कहा कि उसने कुछ नहीं कहा है सिर्फ वह मेरे कान के पास आकर वैसे ही पूछ रहे थे उन्होंने कोई भी बात मुझसे नहीं कही पर राजगुरु को इसकी बात पर यकीन नहीं हो रहा था

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उसे लग रहा था इधर दरबारी  कुछ छुपा रहा है जो मुझे नहीं बताना चाहता राजगुरु को ऐसा लगा कि यह दरबारी मेरे साथ बिल्कुल भी नहीं है यह धोखा कर सकता है मेरे साथ और इस तरह दरबारी से राजगुरु नाराज हो गए और वहां से चले गए इस तरह की दरबारी हो राजगुरु में आपस में मतभेद हो गया और फिर उन्होंने कभी भी एक दूसरे से बात नहीं की.

 

यह कहानी सिर्फ इतना ही संदेश देती है की बुरी संगत में अगर कोई व्यक्ति रहता है तो उसके साथ बुरा ही होता है इसलिए बुरी संगत को छोड़कर अच्छी संगत अपनानी चाहिए और बुरे व्यक्तियों से जितना हो सके दूरी बनाए रखें. तेनाली रमन और राजगुरु, tenali ramakrishna stories in hindi, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आप इसे शेयर भी कर सकते है और कमेंट करके हमे भी बता सकते है 

 

तेनाली रमन और किसान की कहानी

किसान अपने खेत में काम कर रहा था. तेनाली रमन उसे देखते है

क्योकि उन्हें लगता है की वह बहुत गरीब है. उस किसान को दुखी देखकर

तेनाली रमन उससे पूछते है की आप मुझे परेशान लगते है किसान कहता है,

एक सैनिक मुझे बहुत परेशान कर रहा है वह मुझे धन की मांग कर रहा है.

जबकि मेरे पास धन नहीं है.

 

तेनाली रमन कहते है की तुम्हे यह बात राजा को बतानी चाहिए थी,

किसान कहता है की जब भी यह बात में उस सैनिक से कहता हु

तो वह मुझसे कहता है की अगर तुम यह बात राजा से कहते हो तो

तुम्हे सजा आमिल सकती है. तेनाली रमन को अब कुछ ऐसा करना था

जिससे वह सैनिक उनके सामने यह सब कहे. इसलिए तेनाली रमन कहते है की

ह सैनिक कब आता है किसान कहता है की शाम के समय में वह आता है.

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किसान से तेनाली रमन कहते है की तुम्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है

जब वह सैनिक आएगा में उससे बात कर सकता हु.

तेनाली रमन किसान का रूप बना लिया था और खेतो में काम करने लगते है

उसके बाद सैनिक आता है वह किसान से कहता है की

अगर तुमने अजा धन नहीं दिया तो सजा के लिए तैयार रहना

यह सुनकर तेनाली रमन कहता है की मेरे पास धन नहीं है.

सैनिक कहता है की ठीक है अब तुम सजा के लिए तैयार रहो.

 

उसके बाद तेनाली रमन को जब सैनिक देखता है वह बहुत डर जाता है क्योकि तेनाली रमन सेनापति को भी साथ में लाये थे सेनापति कहते है की तुम सैनिक सभी की रक्षा के लिए बने हो या उनके सामने मुसीबत लाने के लिए. उसके बाद सैनिक को राजा से सजा मिलती है. यह सब कुछ तेनाली रमन ने किया था. इसलिए कहते है की तेनाली रमन सभी की मदद करते है. अगर आपको यह tenali ramakrishna stories in hindi, पसंद आयी है. शेयर करे,

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