रूद्र की हिंदी कहानी

Author:

Rudra kids story in hindi

hindi story.jpg
kids story hindi

रूद्र की सबसे अच्छी कहानी :- Rudra kids story in hindi

Rudra kids story in hindi, बहुत ही समय की बात है एक रूद्र नाम का बहुत बड़ा पक्षी रहता था. उसके एक शरीर और दो शिर थे. एक शरीर होने के बावज़ूद उसके सिरों में एकता नहीं थी और न ही था तालमेल. वे एक दूसरे से बैर रखते थे. हर जीव सोचने समझने का काम दिमाग से करता हैं और दिमाग होता हैं सिर में.

राजा के खजाने की कहानी

दो सिर होने के कारण रूद्र के दिमाग भी दो थे. जिनमें से एक पूरब जाने की सोचता तो दूसरा पश्चिम, फल यह होता था कि टांगें एक क़दम पूरब की ओर चलती तो अगला क़दम पश्चिम की ओर और रूद्र स्वयं को वहीं खडा पाता था. रूद्र का जीवन बस दो सिरों के बीच रस्साकसी बनकर रह गया था. एक दिन रूद्र भोजन की तलाश में नदी तट पर धूम रहा था कि एक सिर को नीचे गिरा एक फल नजर आया.

ऊंट और सियार की कहानी

उसने चोंच मारकर उसे चखकर देखा तो जीभ चटकाने लगा वाह ऐसा स्वादिष्ट फल तो मैंने आज तक कभी नहीं खाया. भगवान ने दुनिया में क्या क्या चीज़ें बनाई हैं. जरा मैं भी चखकर देखूं. कहकर दूसरे ने अपनी चोंच उस फल की ओर बढाई ही थी कि पहले सिर ने झटककर दूसरे सिर को दूर फेंका और बोला अपनी गंदी चोंच इस फल से दूर ही रख.

दरबारियों की परीक्षा

यह फल मैंने पाया हैं और इसे मैं ही खाऊंगा. हम् दोनों एक ही शरीर के भाग हैं. खाने पीने की चीज़ें तो हमें बांटकर खानी चाहिए. पहला सिर कहने लगा ठीक, हम एक शरीर के भाग हैं. पेट हमारा एक ही हैं. मैं इस फल को खाऊंगा तो वह पेट में ही तो जाएगा और पेट तेरा भी हैं. दूसरा सिर बोला खाने का मतलब केवल पेट भरना ही नहीं होता भाई. जीभ का स्वाद भी तो कोई चीज़ हैं. तबीयत को संतुष्टि तो जीभ से ही मिलती हैं. खाने का असली मजा तो मुंह में ही हैं.

सबसे गरीब कौन एक कहानी

पहला सिर तुनकर चिढाने वाले स्वर में बोला मैंने तेरी जीभ और खाने के मजे का ठेका थोडे ही ले रखा हैं. फल खाने के बाद पेट से डकार आएगी. वह डकार तेरे मुंह से भी निकलेगी. उसी से गुजारा चला लेना. अब ज़्यादा बकवास न कर और मुझे शांति से फल खाने दे. ऐसा कहकर पहला सिर चटकारे ले लेकर फल खाने लगा. इस घटना के बाद दूसरे सिर ने बदला लेने की ठान ली और मौके की तलाश में रहने लगा. कुछ दिन बाद फिर रूद्र भोजन की तलाश में घूम रहा था कि दूसरे सिर की नजर एक फल पर पडी.

जल परी की कहानी

उसे जिस चीज़ की तलाश थी, उसे वह मिल गई थी. दूसरा सिर उस फल पर चोंच मारने ही जा रहा था कि कि पहले सिर ने चीखकर चेतावनी दी अरे, इस फल को मत खाना. क्या तुझे पता नहीं कि यह विषैला फल हैं. इसे खाने पर मॄत्यु भी हो सकती है. दूसरा सिर हंसा हे हे हे. तु चुपचाप अपना काम देख. तुझे क्या लेना हैं कि मैं क्या खा रहा हूं. भूल गया उस दिन की बात. पहले सिर ने समझाने की कोशिश की तुने यह फल खा लिया तो हम दोनों मर जाएंगे.

राजा और सेवक की कहानी 

Rudra kids story in hindi, दूसरा सिर तो बदला लेने पर उतारु था. बोला मैने तेरे मरने जीने का ठेका थोडे ही ले रखा हैं. मैं जो खाना चाहता हूं, वह खाऊंगा चाहे उसका नतीजा कुछ भी हो. अब मुझे शांति से विषैला फल खाने दे. दूसरे सिर ने सारा विषैला फल खा लिया और रूद्र तडप तडपकर मर गया. ये बात बिलकुल ही सत्य है की आपस मैं पड़ी फुट अपने ही लिए घातक साबित होती है. इसलिए हमे साद ही एकता के साथ रहना चाहिए. ना ही बहार वाले की बातो को सुनकर अपनों से बेर करना चाहिए. हो सकता है की शायद वो लोग आपका बुरा ही चाह रहे हो.

Read More Kids story in hindi :-

चाचा और साबू की कॉमेडी कहानी

मोटू पतलू और चिराग

सोनू के हाथी की कहानी

मोटू पतलू और नगर की सफाई

अकबर और बीरबल की कहानी

लालच बुरी बला है

बाघ और पंडित की कहानी

राजा का गुस्सा एक कहानी

बच्चों की कहानी

बोलने वाले पक्षी

अलादीन का जादुई चिराग

कौवे और मैना की बाल कहानियां

चालाक लोमड़ी और भालू की कहानी

खरगोश की कहानी 

बच्चों का पार्क

अकबर बीरबल और युद्ध

बड़े हाथी की कहानी

एक शिक्षाप्रद कहानी

शेर और खरगोश

मोटू पतलू और साधू बाबा

छोटा भीम और जादूगरनी

छोटा भीम और क्रिकेट मैच

मोटू-पतलू का सपना

चाचा चौधरी और साबू

टू पंडित हास्य कहानी

शेखचिल्ली की कुश्ती

शेखचिल्ली का मजाक

मोटू और पतलू का जहाज

अकल की दवाई

कौवे का पेड़

छोटू का पार्क कहानी 

ऊंट और सियार की कहानी

राजा और लेखक

धनवान आदमी हिंदी कहानी

सेब का फल हिंदी कहानी

ढोंगी पंडित की कहानी 

बेवकूफ दोस्त की कहानी

मोटू और पतलू के समोसे

अमरूद किस का हिंदी कहानी

छोटा भीम और नगर में चोर

छोटा लड़का और डॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.