ghost stories in hindi
कमरा नंबर 201 की कहानी
ghost stories in hindi, दोस्तों मैं आपको एक सच्ची घटना के बारे मैं बताने जा रहा हु जो की मेरे दोस्त सुमित के साथ घटी थी जब वो अपने कुछ दोस्तों के साथ घूमने नैनीताल गया हुआ था. ये बात साल 2012 की है और महीना था नवंबर का. नवंबर मैं रात बहुत ही जल्दी हो जाया करती है
क्योकि सर्दियों का मौसम शुरू हो जाता है और वो भी नैनीताल का मौसम. सुमित अपने दोस्तों के साथ एक होटल मैं रुका और वो भी कमरा नंबर 201 मैं. लेकिन उसे बिलकुल भी नहीं पता था की ये कमरा नहीं बल्कि एक भूतिया कमरा है क्योकि इसमें जो भी रहता है उसकी मौत हो जाती है.
होटल के लोगो ने भी उन्हें कुछ नहीं बताया था, वो जानते थे की अगर हम अपने कस्टमर को ये बात बता देंगे तो वह पर कोई भी नहीं रुकेगा. और उनका होटल बंद हो जायेगा. सुमित और उसके दोस्त रात का खाना खा कर कमरे मैं सो गए. सब के सब घेरि नींद मैं सोये हुए थे की तभी कमरे के बहार सुमित को किसी के चलने की आवाज़ सुनाई दी. उसे लगा की शायद कोई वाटर किसी रूम को सर्विस देने कैदलिए जा रहा होगा.
उसने घरी मैं टाइम देखा तो रात के पौने 1 बजे थे. सुमित ने सोचा भला कोई इतनी रात को कोई खाने का आर्डर देता है क्या. उसने दरवाज़ा खोल के देखा तो गलियारे मैं कोई भी नज़र नहीं आ रहा था. लेकिन फिर भी किसी के चलने की आहट साफ़ सुमित को सुनाई दे रही थी.
उसने अपने दोस्त मुकेश को उठाने की बहुत कोसिस की लेकिन वो सब शराब पीकर धुत्त सोये हुए थे. कोई भी नहीं उठ रहा था. सुमित ने अब होटल मैं उस आवाज़ को ढूंढ़ना शुरू कर दिया , वो उस आवाज़ के पीछे चल रहा था लेकिन उसे कोई भी नज़र नहीं आ रहा था. की तभी सुमित को किसी के चिल्लाने की आवाज़ सुनी दी.
वो तुरंत ही उस आवाज़ की और भगा तो उसने देखा की गलियारे के किनारे कोई इंसान खड़ा हुआ है. और उसका मुँह दिवार की और है. वो उस इंसान की और भाड़ा की पीछे से किसी ने सुमित को हाथ लगाया. सुमित पीछे मुदा लेकिन कोई भी नहीं था. जैसे ही उसने फिर उस इंसान की और देखना चाहा तो वो इंसान भी वह से गायब हो चला था.
अब तो सुमित के मानो होश ही उड़ गए थे. उसे कुछ भी समझ मैं नहीं आ रहा था की वो अब क्या कर सकता है. की तभी उसे एक वेटर दिखाई दिए उसने तुरंत ही उस वेटर को रोका और अपने साथ घटित हुई घटना को बताया. उस वेटर ने सुमित को सब ठीक ठीक बताया की यहाँ पर क्या हुआ था और क्या क्या होता है
ghost stories in hindi, कमरा नंबर 201 के कस्टमर के साथ. सुमित तुरंत ही रूम मैं जाकर अपने सब दोस्तों के ऊपर पानी डाला और उन्हें जगाया और सब कुछ साफ़ साफ़ बताया , तभी उसने और उसके सभी दोस्तों ने रात मैं ही उस होटल को छोड़ने का फैसला लिया. इस तरह से उन्होंने अपनी जान बचाई. ये थी एक सच्ची कहानी होटल के कमरा नंबर 201 की. अगर आपको भी ऐसा लगता है की ऐसा आपके साथ भी कभी हुआ है तो हमे भी बताये और हमे लिखकर आप भेज भी सकते है
IT IS A REALLY A HORROR STORY . SOMETIMES I CAN SEE THIS SAME STORY IN MY DREAM HAPPENED WITH ME.
Beautiful story
thanks
Nice story