Mulla nasruddin ki hindi kahaniya
Mulla nasruddin ki kahaniya, मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी, एक दिन मुल्ला नसरुद्दीन अपने गधे पर घूम रहे थे, जब लोगो की नज़र मुल्ला नसरुद्दीन पर नज़र गयी तो कहा की आप इस सवारी पर कहा जा रहे है, Mulla nasruddin ने कहा की ये मेरा हवाई जहाज है, और में ऐसी पर रहता हु, ये मुझे कही भी ले जा सकता है, अब लोगो की कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, की कभी भी मतलब कहा-कहा ले जा सकता है, ये गधा, मुल्ला नसरुद्दीन को बहुत गुस्सा आ गया था,
मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी : Mulla nasruddin ki hindi kahaniya
Because वह अपने गधे को गधा नहीं समझता था, बल्कि उसके लिए अपना गधा एक काम का गधा था, Mulla nasruddin जी वहा से चले गए थे, अब मुल्ला जी अपने घर गए और अपने गधे को बहुत अच्छा दिखने के लिए उस पर बहुत सारे रंग लगा दिए थे, रंग लगने के बाद अब गधा मुल्ल जी को तो बहुत पसंद था, but लोग क्या कैहँगे इस बारे मुल्ला ने नहीं सोचा था, अगले दी मुल्ला जी अपने गधे को लेकर चल दिया था,
जब लोगो ने Mulla nasruddin को देखा तो फिर से पूछने लगे की आज कहा की तैयारी है, मुल्ला जी कहने लगे आज में अपनी ससुराल जा रहा हू, सभी लोग मुल्ला की तरफ देखने लगे थे, Because मुल्ला जी की ससुराल अपने गांव से सो किलोमीटर पर थी, सभी लोग मुल्ला जी और उसके गधे को देख रहे थे, सभी लोगो ने पूछा की तुम इस गधे पर कितने साल में पहुंचोगे, मुल्ला जी ने कहा की अपना काम करो और मुझे जाने दो,
सभी लोग यह कह रहे थे की आज मुल्ला जी गए और अब पता नहीं कब यहां पर दिखेंगे, मुल्ला जी कहने लगे की अब देखते है की मेरी सवारी कितने समय में पहुंचेगी, सभी लोग अपने काम पर चले गए, अगली सुबह कुछ लोगो ने मुल्ला जी को देखा और वह अपनी बेगब के साथ खड़े थे, अब ये क्या मामला था,
कल गए थे और आज घर पर है, रात-ही रात में आ भी गए और साथ में बेगम को भी ले आये, अब सभी लोग गधे को देख रहे थे, ये गधा है या कोई हवाई जहाज जो रात में ही वापिस आ गया था, अब लोगो ने मुल्ला नसरुद्दीन से कुछ भी नहीं पूछा, Because मुल्ला जी सब कुछ कर सकते है, जो कोई नहीं कर सकता था,
अब आप यही सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हुआ था, मुल्ला जी अपने गधे पर निकले ही थे, रस्ते में उन्हें बेगम आती हुई नज़र आयी और मुल्ला जी वही से वापिस हो गए थे, तो सारा किस्सा यह था, अब लोगो को हिम्मत नहीं हो रही थी पूछने की, और मुल्ला जी ऐसे कुछ बताते नहीं है,
मुल्ला नसरुद्दीन की दूसरी कहानी : Mulla nasruddin ki hindi kahaniya
मुल्ला नसरुद्दीन अपने गधे के साथ बाजार की और जा रहे थे but लोग हंस रहे थे, मुल्ला नसरुद्दीन सभी लोगो से कहते है की तुम्हे हसना नहीं चाहिए, सभी लोग यह कहते है की हमे हंसी क्यों नहीं आयेगी, Because आपको लगता नहीं है की गधे की सवारी की जाती हैं but आप तो गधे को ही उठकर ला रहे है, यह देखकर किसी को भी हंसी आ जाएगी, Mulla nasruddin कहता है की आज इसकी तबियत ठीक नहीं है, तभी सोचा की इसको चलने में दिक्क्त न हो,
सभी समझ गए थे की बात क्या है जब Mulla nasruddin उस दूकान पर गए जिस जगह पर उसे दवाई मिल सकती है वह गधे को देख रहा था उसने मुल्ला नसरुद्दीन से पूछा की इसे क्या हुआ है, वह कहता है की यह आज कही भी जाने से मना कर रहा है मुझे ऐसा लग रहा था की तबियत ठीक नहीं होगी, इसलिए में इसे लेकर आया हु, वह देखकर कहता है की यह गढ़ ठीक है यह आपके साथ मजाक कर रहा है, यह बिलकुल ठीक है मुल्ला नसरुद्दीन को गुस्सा आता है, Because अजा उसके गधे ने परेशान कर दिया है,
अब गधा आगे भाग रहा था मुल्ला नसरुद्दीन उसके पीछे भाग रहा था, सभी लोग फिर से हँसते है Because वह जब भी देखते है कुछ न कुछ होता ही है, अब Mulla nasruddin फिर कहता है की तुम्हे कोई भी काम नहीं है अब क्यों हंस रहे हो, सभी कहते है की पहले आप इसे ले जा रहे थे, अब यह आपको ले जा रहा है हमे तो हंसी आती है मुल्ला नसरुद्दीन कहता है की अगर मुझे बहुत अधिक गुस्सा आ गया तो तुम आगे भागोगे मुझे पीछे भागना होगा, यह सुनकर सभी चुप हो जाते है, वह गधे को देखता है उसके बाद उसका पीछा करता है अगर आपको मुल्ला नसरुद्दीन की यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे,
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