Kids kahani with moral
kids kahani with moral, एक समय की बात है. एक जंगल मैं एक बहुत ही खूंखार भेड़िया रहा करता था. वो ज्यादातर सभी छोटे जीवो के बच्चो को खा जाता था. उसे उनके मासूम होने पर भी कभी भी दया नहीं आती थी. वो जब भी चाहे उन्हें पकड़कर खा जाता था. उसे अपने इस कृत्य पर बिलकुल भी संकोच नहीं होता था. क्योकि वो एक मासाहारी जानवर था.
सेवा का भाव एक किड्स कहानी :- kids kahani with moral
वो बिना मॉस खाये रह ही नहीं सकता था. लेकिन एक दिन उसे हिरणी ने बहुत ही आसान तरिके से ऐसा सबक सिखाया. जिसे सोच उसे आज तक अपने ऊपर घिन्न आने लगी है. हिरणी के बच्चे उसे बहुत ही भाते थे. रोजाना दो चार बच्चों को वह कहीं न कहीं से खोजकर खा जाता था. एक दिन उसे भनक मिली कि एक हिरणी बीमार है. वह हमदर्दी जताने हिरणी के दरबे के पास आई और कहा, कहो बहन, कैसी हो . क्या मैं तुम्हारी ऐसी हालत में तुम्हारे कुछ काम आ सकती हूँ . तुम्हारी सेवा करना मेरा फर्ज भी तो है.
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बीमार हिरणी क्षण भर सोचती रही. फिर बोली, अगर तुम सचमुच मेरी सेवा करना चाहती हो तो मेरे परिवार से दूर रहो और अपनी जमातवालों से भी ऐसा ही करने को कहो. क्योकि हमे कभी भी अपने से छोटे जीवो या फिर इंसानो को कभी भी दुःख या परेशान नहीं करना चाहिए. क्योकि जीने का हक़ उन्हें भी होता है.
kids kahani with moral, हमे साद ही इस बात का ख्याल रखना चाहिए. इसलिए हमे कभी भी दुश्मनो की सुभकामनाओ पर कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए. इस बात को सदा याद रखो. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये, अगर आपको ऐसी और भी कहानी पढ़नी है तो आप हमे बता सकते है,
कभी किसी की बुराई न करे हिंदी कहानी
आज वह भेड़िया शेर का फायदा लेना चाहता था. क्योकि उसे लगता था. अगर वह शेर उसकी मदद कर सकता है. इससे अच्छी बात क्या हो सकती है. मगर वह शेर मेरी मदद क्यों कर सकता है. वह भेड़िया कोई योजना बना रहा था. उसके बाद वह शेर के पास जा सकता था. वह भेड़िया शेर के पास जाता है. उसके बाद वह भेड़िया कहता है.
बच्चों के ज्ञान की कहानी
में आपके लिए अच्छी खबर लाया हु. यह सुनकर वह शेर कहता है. तुम किस बारे में बात कर रहे हो. वह भेड़िया कहता है. अब आपको भोजन की तलाश में दूर तक नहीं जाना होगा. यह काम में कर सकता हु. वह शेर कहता है. तुम मेरी मदद कैसे कर सकते हो. वह भेड़िया कहता है. में आपके लिए शिकार की खोज कर सकता हु. उसके बाद में तुम्हे बता सकता हु. यह सुनकर शेर कहता है. मगर तुम्हे क्या फायदा होगा.
वह भेड़िया कहता है. आप मेरे दोस्त बन सकते है. इससे अधिक कुछ नहीं चाहिए. यह सुनकर वह शेर कहता है. ठीक है. में तुम्हारा दोस्त बन सकता हु. उसके बाद वह शेर सभी जानवर से कहता है. यह भेड़िया आज के बाद मेरा दोस्त बन गया है. यह सुनकर सभी जानवर डर जाते है. उस दिन के बाद वह शेर के लिए शिकार बता सकता था. कोई भी जानवर उस भेड़िया के सामने नहीं आता था. सब कुछ अच्छा चल रहा था. लेकिन एक दिन शेर भेड़िया से मिलने आता है.
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kids kahani with moral, उधर वह भेड़िया सभी को बता रहा था. वह शेर समझदार नहीं है. उसे शिकार करना भी नहीं आता है. में ही उसे शिकार की जगह बता सकता हु. उसके बाद वह शिकार करने जाता है. यह सुनकर सभी जानवर भाग जाते है. क्योकि वह शेर उस भेड़िया के पीछे आ गया था. उसके बाद वह भेड़िया भी भाग जाता है. आज शेर से वह भेड़िया बच गया था. मगर यह कहानी हमे कहती है. जीवन में कभी भी किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए. क्योकि यह हमे समस्या में पहुंचा सकती है.
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