Hindi old story | Great story in hindi
Hindi old story, great story in hindi, रमेश एक अमीर आदमी था उसके पास सब कुछ था बस एक परिवार नहीं था वह अपने घर में अकेला ही रहता था, परिवार के नाम पर उसका एक ही दोस्त था, जिसका नाम राजा था और वह एक बंदर था राजा, और रमेश दोनों एक दूसरे की हर काम में सहायता करते थे,
बेवकूफ दोस्त की दो हिंदी कहानी : hindi old story
मानो जैसे भाई भाई हो रमेश राजा को कभी भी अकेला नहीं छोड़ता था, जब भी वह काम पर जाता तो उसे साथ ले जाता था राजा रमेश के बहुत से काम करता था, वह उसे उसके दफ्तर में खाना पहुंचाता था, उसके उसके लिए बाजार से सब्जी लाता था और रमेश के सारे छोटे मोटे काम राजा बड़ी आसानी से कर देता था, आज पड़ोस के लोग भी उन दोनों की दोस्ती को देखकर मिसाल देते थे, अगर कोई रमेश को भला बुरा कह देता था, तो राजा उसे नहीं छोड़ता था, उसको काट जाता था, 1 दिन रमेश सो रहा था उसने राजा से कहा कि मैं सो रहा हूं तुम यहीं बैठ जाना और अगर दरवाजे पर कोई आए तो मुझे उठा देना राजा वहीं पर बैठ गया और रमेश सोता रहा.
राजा को गुस्सा आया :-
अचानक रमेश की नाक पर कहीं से एक मक्खी आ गई, वह बार-बार रमेश की नाक पर बैठती राजा उसे बार-बार उड़ाता पर वह मक्खी फिर आ जाती राजा सोचने लगा इससे तो मैं रमेश की नींद खुल जाएगी और वह परेशान हो जाएगा, वह मक्खी के पीछे इधर उधर भागता कभी इधर से उड़ाता कभी उधर से उड़ाता मानो मक्खी को भी उस से दुश्मनी हो गई हो वह बार-बार रमेश के मुंह पर ही आकर बैठती राजा को बहुत गुस्सा आ रहा था वह अंदर से एक चाकू ले आया मक्खी रमेश की नाक पर बैठी थी
अपनी ज़िन्दगी में केयरफुल रहे :-
राजा ने सोचा आज मैं इस मक्खी को मार दूंगा उस ने जैसे ही मक्खी को मारने के लिए चाकू उठाया मक्खी उड़ गई और चाकू रमेश की नाक पर लग गया और उसकी नाक कट गई रमेश खून से लतपत हो गया वह जोर-जोर से रोने लगा और चिल्लाने लगा और कहने लगा अरे पागल यह तूने क्या किया तूने तो मेरी नाक ही काट दी इसीलिए कहते हैं, बेवकूफ दोस्त से अच्छा अकलमंद दुश्मन होता है.
अगर आपको सही फैसले लेने भी है तो आप सभी को उनके नतीज़ों से वाकिफ होना चाहिए. हमेशा अपनी ज़िन्दगी में केयरफुल रहे और कभी भी गलत निर्णयो को न ले, हमारा लिया गया एक गलत फैसला हमारे लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है इसलिए जब भी आपको फैसला लेना है तो उसे कई बार सोचना चाहिए तभी आपको जीवन में सही बात पता चल पाती है और आप जीवन में आगे बढ़ सकते है,
बेवकूफ दोस्त की दूसरी कहानी : Great story in hindi
तुम मेरे दोस्त हो मगर फिर भी तुम इस बात को नहीं समझते हो तुम मुझे उस जगह पर जाने के लिए कह रहे हो जिस जगह पर हमे नहीं जाना चाहिए मगर तुम इस बात को नहीं समझ रहे हो यह कल की बात है जब हम उस जगह से वापिस आये थे तभी हमने सोच लिया था की हम उस जगह नहीं जायँगे मगर तुम्हारी अबतो से तो यही लग रहा है की हमे फिर वही जाना कहहिये मुझे नहीं लगता है की यह सही है
वह बात नहीं माना :-
क्योकि उस जगह पर बहुत से जानवर है जो हमारे लिए खतरा बन सकते है इसलिए हमे वहा पर नहीं जाना चाहिए लेकिन वह तो यही बात कह रहा था की उस जगह पर उनकी बॉल रह गयी थी यह सब कुछ उस समय पर हुआ था जब वह भाग रहे थे तभी उनकी बल भी रह गयी थी अब वह उस बॉल को लाना चाहता था मगर उसका दोस्त यही कह रहा था की हमे नहीं जाना चाहिए मगर वह बात नहीं माना था और बॉल को लेने चला गया था.
कहानी का मोरल :-
जब वह बॉल लेने गया तो उस जगह पर बहुत से जानवर थे और उस पर हमला कर रहे थे वह बहुत मुश्किल से बॉल को लेकर आया था अब वह जब घर आया तो वह घायल हो चूका था जबकि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था, मगर वह बात नहीं माना था जिसकी वजह से ऐसा हो गया था इसलिए कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिससे परेशानी का सामना करना पड़े, Hindi old story, great story in hindi, बेवकूफ दोस्त की कहानी, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी कमेंट करके बताये
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