Hindi kahani | Kahaniya fairy tales in hindi
Hindi kahani, एक गांव में तीन आदमी रहते थे वह आदमी तीनो ही बहुत ही प्रभावशील थे और उनमे अपनी अपनी काबिलियत थी उनमें से एक आदमी तीर चलाना बहुत अच्छी तरह जानता था और दूसरा आदमी उसमें से घुड़सवारी का माहिर था और तीसरा आदमी तैराकी में माहिर था पर उन तीनों आदमियों की शादी नहीं हुई थी
तीनो में महान कौन हिंदी कहानी :- Hindi kahani
तीनों आपस में यही बात कर रहे थे कि हम किसी के यहां पर ऐसे नहीं जाएंगे क्योंकि हममें तीनो में काबिलियत है अगर किसी को हमारे साथ शादी करवानी है तो वह हमारी काबिलियत देख कर ही शादी को हा करें यह तीनों आदमी आपस में बहुत ही अच्छे मित्र थे और एक साथ ही रहते थे
इन तीनों मित्रों को किसी काम से बाहर जाना पड़ा और रास्ते में जब वह वापस आ रहे थे तो थकान के कारण एक घर में वह रुक गए जिस घर में यह तीनों मित्र रूके हुए थे उसी घर में एक लड़की रहते थे जिसे देख कर उन तीनों मित्रों ने आपस में बातें करनी शुरू कर दी कि यह हमें लड़की पसंद है पर इसमें से कौन इसके साथ शादी करेगा तीनों मित्र इसी बात पर रात भर चर्चा कर रहे थे
तीनों मित्रों में से सिर्फ दो ही मित्र आए :-
जब सुबह हुई तो दो मित्र एक एक करके उस लड़की के पिता के पास गए और
कहने लगे कि मैं आपकी लड़की से शादी करना चाहता हूं आपका जो भी फैसला हो
हमें बता दीजिए पर इन में से एक मित्र उनके पिता के पास नहीं जाता है
इस पर लड़की के पिता को बड़ा विचार आता है कि तीनों मित्रों में से सिर्फ दो ही मित्र आए हैं
मेरे पास पर एक मित्र क्यों नहीं आया है ऐसा विचार करता है
फिर अगले दिन लड़की के पिता उन तीनों के पास जाते हैं और कहते हैं कि
मुझे तुम तीनों ही समझदार लगते हो लेकिन मैं शादी तो किसी एक के साथ ही कर सकता हूं
लड़की के पिता कहते हैं कि मैं एक परीक्षा लेता हूं जिसमें से जो उससे पास कर लेगा
मैं उसी के साथ अपनी लड़की की शादी कर दूंगा फिर लड़की के पिता ने उन तीनों को काम सौंपा गया
एक को कुएं खोदने का काम दिया गया
दूसरे को झोपड़ी बनाने का काम दिया गया और तीसरे को खेत में आनाज बोने का काम दिया गया
कुआं खोदने का काम :-
इन कामों को सुनकर तीनों मित्र कामों को पूरा करने के लिए शुरु कर देते हैं और फिर लड़की के पिता भी उन पर नजर रखते हैं कि यह तीनों कैसे काम कर रहे हैं इनमें से जिसे कुआं खोदने का काम दिया गया था वह थोड़ा सा खोदता सो जाता है और जिसे झोपड़ी बनाने का काम दिया गया था वह भी थोड़ा सा काम करके थकने के कारण वह भी आराम करने लगता है लेकिन जिसे एक खेत में अनाज बोने का काम दिया गया था वह बड़ी ईमानदारी से अपने काम को करता है और थकावट भी महसूस नहीं करता है और अपने काम को करता ही चला जाता है
हर रोज वह सुबह जाकर शाम तक उस खेत में काम करता था और पूरी इमानदारी से काम करता था उसे लगता था कि जो काम से दिया गया है वह उसका अपना खुद का काम है वह अपना काम समझकर ही उस काम को करता था और जो दो बाकी बचे मित्र थे वह थोड़ा थोड़ा काम कर के हैं आधे दिन के बाद आराम करना शुरू कर देते थे फिर लड़की के पिता उस व्यक्ति के पास जाते हैं जो कि खेत में काम कर रहा था और कहते हैं कि तुम तो बड़ी अच्छी तरह से काम कर रहे हो और पूरे पूरे दिन काम करते हो
पूरी ईमानदारी :-
आराम क्यों नहीं करते तो उसने जवाब दिया कि मेरे पिता जी ने कहा था कि जो काम आप को सौंपा जाएगा उसे पूरी ईमानदारी से और पूरा करके ही आराम करना चाहिए फिर लड़की के पिता बारी बारी से दोनों मित्रों के पास गए और पूछा काम कितना और रह गया है तो उन्होंने कहा कि काम चल रहा है पर यह काम हमें पसंद नहीं है फिर भी हम इस काम को कर रहे हैं
फिर लड़की के पिता ने सोचा कि एक योजना बनाई जाए और अपनी लड़की को बारी-बारी से तीनों मित्रों के पास भेजा जाएगा और पता लगाया जाएगा कि कौन सा काबिल है फिर लड़की उनमें से एक मित्र के पास जाती है जो कि खोद रहा था और उससे कहती है कि तुम्हारा काम कैसा चल रहा है वह जवाब देता है कि मुझे काम बिल्कुल भी पसंद नहीं है पर मुझे तुमसे शादी करनी है इसीलिए मैं इस काम को कर रहा हूं
दूसरा मित्र जवाब देता है :-
फिर लड़की दूसरे मित्र के पास जाती है जो की झोपड़ी बना रहा था और कहती है कि
क्या इस काम को छोड़कर तुम मुझसे शादी करोगे तो दूसरा मित्र जवाब देता है हां
मैं इस काम को छोड़ कर तुम्हारे साथ शादी कर लूंगा, फिर लड़की तीसरे मित्र के पास जाती है
जो कि खेत में अनाज की बुवाई कर रहा होता है और कहती कि क्या काम पसंद है वह कहता है
हां मुझे काम पसंद है क्योंकि मैं इस काम को अपना काम ही समझ कर कर रहा हूं इसीलिए
मैं इसे पूरा करके ही रहूंगा मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि
आपके पिताजी मुझ से आपकी शादी करवाएंगे या नहीं लेकिन
मैं इस काम को पूरा ही करना चाहता हूं
क्योंकि उन्होंने जिस भरोसे से मुझे काम दिया है मुझे उनका भरोसा भी तो रखना है
इस तरह समय बीतता चला गया और 6 महीना बीत गया लड़की के पिता ने देखा कि
अब चल कर देख लेना चाहिए कि किसका काम कितना सफल हुआ है
लड़की के पिता ने देखा कि जिसे झोपड़ा बनाने का काम दिया गया था
उसने झोपड़ा सही नहीं बनाया हुआ था आज हर जगह से वह अभी भी अधूरा ही था
तीसरे मित्र के पास जाते हैं :-
फिर दूसरे मित्र के पास गए और देखा कि जिसे कोई का काम दिया गया था पर
कुए का काम तो पूरा हो गया लेकिन पानी कुए मैं अभी तक भी नहीं था
फिर तीसरे मित्र के पास जाते हैं जिसे खेत का काम दिया गया था
तो देखा कि खेत में बहुत अच्छी तरह से काम हुआ है आनाज की फसल भी बहुत अच्छी हो गई है
फिर लड़की के पिता ने तीनों को बुलाया और कहा कि मैं उसी से शादी करूंगा जिसे हमने खेत का काम दिया था उसका काम बहुत अच्छा हुआ है फिर दोनों मित्र इसी बीच में बोल पड़े कि हमने भी तो काम किया है अब वह काम पूरा है फिर भी आप ऐसा कैसे मना कर सकते हैं
उसने बहुत इमानदारी से किया :-
तभी लड़की के पिता ने कहा कि तुमने काम तो पूरा किया है लेकिन मन लगाकर नहीं किया जिससे वह अभी भी पूरा होने के बाद भी अधूरा सा ही लग रहा है फिर लड़की के पिता ने कहा कि हमने उसे खेत का काम दिया था और उसने बहुत इमानदारी से किया पूरे मन से किया आराम भी नहीं किया क्योंकि उसे सिर्फ काम का ही महत्व दिखाई दे रहा था और कुछ नहीं और तुम दोनों थोड़ा सा काम करके ही आराम करना शुरू कर देते थे
hindi kahani, हिंदी कहानी, इस प्रकार लड़की के पिता ने उस खेत वाले मित्र से अपनी लड़की की शादी कर दी क्योंकि उसने कहा कि वह हर कोई काम कर सकता है जो पूरी मनसे कर सकता है उसे कोई भी काम दिया जाए वह उसे पूरी ईमानदारी से निभाएगा वही मेरी लड़की को खुश रखेगा.इसलिए दोस्तों अगर आपको जो भी काम दिया जाएगा उसे आप पूरी ईमानदारी से करते हैं तो सफलता आपके पास जरूर आएगी.
राजकुमार और परी की hindi kahani :- kahaniya fairy tales in hindi
वह परी जब आकाश में उड़ती हुई जाती है उसकी नज़र एक राजकुमार पर जाती है वह
राजकुमार शिकार के लिए जंगल में आया था उसे नहीं पता था की कोई परी उसे देख रही है
वह शिकार कर रहा था तभी वह घायल हो जाता है क्योकि जिसका वह शिकार कर रहा था वह
राजकुमार को घायल करके भाग गया था
अब राजकुमार कही भी जा नहीं सकते थे यह सब कुछ परी ने देख लिया था वह उसके पास जाना चाहती थी
मगर वह डरती थी, वह राजकुमार उसे पकड़ भी सकता था मगर वह घायल था
इसलिए वह परी उसे देख रही थी कुछ समय बड़ा राजकुमार बेहोश हो जाता है
अब उसकी मदद अगर नहीं की तो शायद कोई भी जंगल का जानवर उस पर हमला भी कर सकता है
इसलिए वह परी उसके पास जाती है
उसकी नज़र परी पर जाती है :-
उसे ठीक कर देती है क्योकि उसके पास जादुई शक्ति थी, वह अपनी जादुई शक्ति से कुछ भी कर सकती है राजकुमार ठीक हो जाता है उसका घाव भी भर जाता है यह सब कुछ किसने किया था वह समझ नहीं पाता है, मगर वह एक बात समझ गया था की जिसने भी उसे ठीक किया है वह जादुई शक्ति को जानता है, वह अपने महल की और जा रहा था तभी उसकी नज़र परी पर जाती है क्योकि वह उड़ रही थी
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राजकुमार को लगता है की यह सब कुछ उसने किया होगा वह आवाज भी लगाता है मगर परी गायब हो जाती है राजकुमार महल में आता है उसके बाद वह दिनभर उसके बारे में सोचता है उसने कभी भी किसी को उड़ते हुए नहीं देखा था रात हो जाती है वह सो जाता है वह परी महल के अंदर आती है उस राजकुमार को देखती है वह ठीक हो गया था तभी राजकुमार की आँख खुल जाती है
Hindi Kahani for fairy tales
वह परी को देखता है राजकुमार कहता है तुम कौन हो परी कहती है की उसने राजकुमार को देखा था वह घायल था उसकी मदद की थी उसके बाद राजकुमार से उसकी दोस्ती हो जाती है, यह राज की बात राजकुमार किसी को भी नहीं बताता है क्योकि परी ने मना किया था, अगर आपको यह दोनों कहानी, hindi kahani, kahaniya fairy tales in hindi पसंद आयी है शेयर जरूर करे
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