Educational story in hindi with moral
Educational story in hindi with moral, शिक्षात्मक की यह मोरल कहानी एक लड़के की है, उसे यह लगता था की जीवन में वह कुछ नहीं कर सकता है, क्योकि उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था, उसका लड़के का नाम संजीव था, उसका एक दोस्त था वह अपने दोस्त को हमेशा देखा करता था उसका दोस्त अच्छे से पढ़ाई करता था, but संजीव को लगता था वह कुछ नहीं कर सकता है, Because उसका मन पढ़ाई में नहीं था, वह क्यों पढ़ाई नहीं करना चाहता था यह बात उसके दोस्त ने एक दिन उससे पूछी थी,
शिक्षात्मक की मोरल हिंदी कहानी :- Educational story in hindi with moral
Educational story in hindi, संजीव ने बताया था, की जब भी वह पढ़ने बैठ जाता है कुछ समय बाद ही वह उठ जाता है Because उसक मन नहीं लगता है, उसे कुछ भी याद नहीं रहता है, इसलिए संजीव अपनी पढ़ाई से परेशान हो गया था, उससे जब भी स्कूल में कुछ पूछा जाता था
एग्जाम का होना :-
वह दूसरी और देखने लगता था Because उसे कुछ भी याद नहीं है, याद भी उसे नहीं हो सकता है क्योकि वह अपनी पढ़ाई से बोर हो गया था, अब वह सोचता था कुछ महीने बाद हमारे एग्जाम हो जायँगे, सभी बच्चे अगली कक्षा में चले जायेंगे but मुझे यही पर रहना होगा,
Because मुझसे एग्जाम भी नहीं होंगे वह हर बार यही बाते सोचकर दुखी रहने लगा था, उसे देखकर उसका दोस्त कहता है की तुम्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योकि तुम्हे सब कुछ भूल जाना होगा but संजीव को लगने लगा था की वह अब पढ़ाई नहीं कर सकता है, एक दिन रात के समय में संजीव बैठा हुआ सोच रहा था, तभी उसके पिताजी आते है, वह कहते है की मुझे लग रहा है की तुम कुछ दिन से परेशान हो रहे हो, क्या बात है, मुझे तुम बता सकते हो,
जब भी में पढ़ने बैठ जाता :-
संजीव जानता था, इस समस्या का कोई भी हल नहीं है, इसलिए वह फिर भी अपने पिताजी को सब कुछ बता देता है, संजीव कहता है की जब भी में पढ़ने बैठ जाता हु मुझे कुछ समय बाद ही यह सब कुछ अच्छा नहीं लगता है मेरा मन पढ़ाई में नहीं लगता है अब मुझे लगने लगा है,
कुछ भी अच्छा नहीं होने वाला है, स्कूल में कुछ भी नहीं सूना पाता हु, उससे मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता है शिक्षक भी कहते है की अगर मेने धयान नहीं दिया तो एग्जाम में फेल हो सकता हु, मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है, मेरा मन क्यों नहीं लगता है, संजीव की पूरी बात सुनने के बाद उसके पिताजी को लगता है, मुझे अब कुछ करना चाहिए वह अगले दिन उसे एक साधू बाबा के पास लेकर जाते है,
जो बहुत महनत करते है :-
शायद वह संजीव की मदद कर सकते है, संजीव साधू बाबा को देखता है उसके बाद वह कहता है, आप मुझे क्या कहने वाले है, Because मुझे नहीं लगता है की आप मुझे कुछ नया बता सकते है वह साधू बाबा कहते है, तुम्हे आज कुछ अच्छा बताने वाले है वह उन सभी बच्चो के पास लेकर जाते है जोकि बहुत मेहनत कर रहे थे वह बहुत से पौधे लगा रहे थे,
साधू बाबा कहते है की तुम उनकी मदद कर सकते हो, संजीव उनकी मदद करने जाते है, कुछ समय तक वह बहुत महनत कर रहा था, वह थक नहीं रहा था साधू बाबा देख रहे थे Because उन्हें लगता था की वह आलसी है, but ऐसा नहीं है, संजीव बहुत मेहनत कर रहा था कुछ समय बाद सभी ने काम पूरा कर लिया था आज संजीव को लग रहा था की वह कोई काम नहीं कर सकता है, साधू बाबा ने कहा की तुम तो बहुत मेहनत कर रहे हो, मुझे नहीं लग रहा था की तुम मेहनत नहीं कर सकते हो,
मन पढ़ाई में नहीं लग रहा :-
साधू बाबा ने संजीव से कहा की तुम्हारा मन पढ़ाई में नहीं लग रहा था but तुम एक बार कोशिश करके छोड़ देते हो, अगर तुम बार बार कोशिश करते हो तो सभी काम पुरे हो सकते है, आज जब संजीव घर आया तो वह अपनी पढ़ी करना शुरू कर देता है, उसके बाद वह देखता है शुरू में उसे परेशानी हुई थी, But वह बार बार याद कर रहा था अब उसे याद होने लगा था जोकि उससे पहले कुछ नहीं हो रहा था, अब वह एक बात समझ गया था जो काम किसी से नहीं होता है उसे बार बार करने से वह आसान हो सकता है, अब वह बहुत कुछ कर सकता था,
आज संजीव को लग रहा था की वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने लगा है,
अब वह याद कर सकता है यह सब कुछ आसान नहीं था but आसान बन गया था, जीवन में अगर आप भी कोई काम आसानी से कर सकते है तो बहुत अच्छा है अगर वह काम आसानी से नहीं होता है तो बार बार कोशिश करने से आसान बन जाता है अगर आपको educational story in hindi with moral, शिक्षात्मक की मोरल हिंदी कहानी पसंद आयी है, तो शेयर जरूर करे
हमारे जीवन में educational का महत्व story in hindi with moral
हमारे जीवन में शिक्षा बहुत महत्व रखती है क्योकि इससे हमारा जीवन बन सकता है
यह कहानी एक लड़की की है जो की बहुत गरीब थी उसे लगता था की अगर
वह अपनी शिक्षा को अच्छा बना सकती है तो इससे जीवन भी अच्छा बन सकता है
मगर शिक्षा के लिए उसके पास धन नहीं था वह जानती थी की शिक्षा बहुत जरुरी है
इसलिए वह अपनी शिक्षा को पूरा करने के लिए अपनी किताबो के लिए एक दूकान में काम करने लगती है
क्योकि उसे पता है की अगर आज वह मेहनत करती है तो उसका फल उसे जरूर मिल सकता है
इसलिए वह अपनी शिक्षा पर ध्यान दे रही थी दिन के समय में वह दूकान पर काम करती थी
रात के समय में वह अपनी शिक्षा को पूरा करने में ध्यान लगा रही थी वह बहुत मेहनत करती है
शिक्षा पर ध्यान :-
उसकी यह लगन देखकर माँ कहती है, मुझे लगता था की तुम अपना सपना पूरा कर सकती हो.
क्योकि आज तुम मेहनत कर रही हो यह मेहनत तुम्हारी जरूर कामयाब हो सकती है
कुछ समय बाद वह अपना समय पूरा कर पायी थी अगर हम अपनी शिक्षा पर ध्यान देते है
तो वह हमे अपनी मंजिल तक पहुंचा सकती है
यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए की हम शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए
अगर हम अपनी शिक्षा पर ध्यान देते है तो हम कामयाब हो सकते है इसलिए हमेशा अपनी शिक्षा को पहला स्थान दे, अगर आपको यह educational story in hindi with moral पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
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