Bhalu ki kahani | kids story in hindi
Bhalu ki kahani, चालाक लोमड़ी और भालू की कहानी, एक दिन भालू और चालाक लोमड़ी आमने सामने से आ रहे थे, भालू ने देखा की लोमड़ी उसके सामने खड़ी हुई है, उसने लोमड़ी से कहा की यहां से चली जाओ, लोमड़ी ने कहा की में तुम्हारे रस्ते में नहीं आ रही हू, बल्कि में तो तुमसे एक बात कहना चाहती हू,
चालाक लोमड़ी और भालू की कहानी : bhalu ki kahani
bhalu ki kahani, kids story in hindi, भालू ने कहा की जो भी कहना हो जल्दी कहो में अपने खाने का इंतज़ाम कर रहा हू, लोमड़ी ने कहा की अगर तुम मुझे थोड़ा शहद लेकर दोगे तो में तुम्हारे लिए मछली लेकर आयूंगी, इस बात के लिए भालू लोमड़ी की बात को मान गया था, उसने कहा की कल तुम मुझे अपने यहां पर बुला लेना, जब तुम शहद निकालकर ले आओ, भालू ने कहा की मुझे मछली कब मिलेगी, लोमड़ी ने कहा की जब एक सप्ताह तक मुझे शहद मिलेगा तो अगले एक हफ्ते तक तुम्हे मछली मिल जायेगी, भालू इस बात के लिए मान गया था, अगले दिन भालू ने लोमड़ी को अपने यहां पर दावत पर बुला लिया था,
bhalu ki kahani, भालू हर रोज मीठा शहद लोमड़ी को देता और लोमड़ी खा कर चली जाती थी, जब एक हफ्ता हो गया था, तो भालू ने कहा की में कल से तुम्हारे घर पर आयूंगा, पर लोमड़ी ने कहा की जब में मछली को पकड़ लुंगी तो तुम्हे बुला लुंगी, पर जब एक दिन बीत गया तो भालू लोमड़ी के यहां पर गया और उससे पूछा की, तुमने मुझे तो कोई मछली नहीं दी है लोमड़ी ने कहा की आज पानी बहुत ठंडा था इसलिए पानी में जाने का मन नहीं हुआ था, भालू को अब समझ में आ गया था लोमड़ी ने अपनी चालाकी का प्रयोग करके मुझे बेवकूफ बना दिया है, और में लोमड़ी की बातो में आ गया था,
इसलिए दोस्तों जीवन में भी आपको ऐसे ही लोग मिलेंगे जो आपका बहुत फायदा उठाना चाहेंगे इसलिए ऐसे दोस्तों से हमेशा तुम्हे बचकर रहना है क्योकि यह तुम से काम करवा लगे और जब आपको काम पड़ेगा तो यह मना कर देंगे, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये,
एक शिक्षाप्रद कहानी
kids story in hindi, राम हर रोज स्कूल जाया करता था, उसके रस्ते में एक छोटा सा जंगल पड़ता था, उस जंगल से होकर राम स्कूल जाया करता था, राम का स्कूल अपने घर से दो किलोमीटर की दूरी पर था यह जंगल 5oo मीटर का था, राम जब स्कूल से आता था तब उस जंगल में कुछ देर के लिए रुक जाया करता था, थोड़ी देर के बाद ही राम अपने घर चला जाता था,
राम को उस जंगल में एक पेड़ के पास चिड़िया का घोसला देखना बहुत अच्छा लगता था, वह हर रोज कुछ दाने उस घोसले में रख देता था, जिसे चिड़िया खा लेती थी, राम का स्व्भाव बहुत ही अच्छा था, वह हर काम बहुत ही अच्छे से करता था, राम के स्कूल में काफी दोस्त थे राम उनके साथ भी खेला करता था,
लालच की जादुई घंटी हिंदी कहानी
एक दिन की बात है, जब राम स्कूल से वापिस आ रहा था , तब उसने देखा की उस घोसले के पास एक बिल्ली चढ़ रही थी, शायद वह बिल्ली उस चिड़िया के पास जा रही थी राम को अब लग रहा था, की कही वह बिल्ली उस घोसले में न चली जाए, उस वक़्त वहा पर चिड़िया भी नहीं थी, राम ने उस बिल्ली को वह से जाने से रोक दिया था, जब चिड़िया ने देखा की राम ने बिल्ली से उसके बच्चे बचा लिए है तो वह भी उड़कर राम के पास आ गयी थी,
भालू की नयी कहानी : bhalu ki kahani