king story in hindi
king story in hindi, राजा विक्रमादित्य की कहानी, राजा विक्रमादित्य के समय मैं उनकी प्रजा बहुत ही खुश रहती थी. जब कभी दरबार में विक्रमादित्य और उनके मित्र अकेले होते थे तो किसी न किसी बात पर बहस छिड़ जाती थी. एक दिन बादशाह विक्रमादित्य आलू की सब्जी की खूब तारीफ कर रहे थे. उनके मित्र भी बादशाह की हां में हां मिला रहे थे. इतना ही नहीं, वह अपनी तरफ से भी दो चार वाक्य आलू की तारीफ में कह देते थे.
राजा विक्रमादित्य की कहानी : king story in hindi
अचानक king विक्रमादित्य के दिल में आया कि देखें उनके मित्र अपनी बात को कहां तक निभाते हैं. यह सोचकर king मित्र के सामने आलू की बुराई करने लगे. उनके मित्र भी उनकी हां में हां मिलाने लगे कि आलू खाने से शारीरिक बीमारियाँ हो जाती हैं इत्यादि. मित्र की बात सुनकर बादशाह विक्रमादित्य हैरान हो गए और बोले मित्र, तुम्हारी इस बात का यकीन नहीं किया जा सकता.
कभी तुम आलू की तारीफ करते हो और कभी बुराई करते हो. जब हमने इसकी तारीफ की तो तुमने भी इसकी तारीफ की और जब हमने इसकी बुराई की तो तुमने. भी इसकी बुराई की, आखिर ऐसा क्यों. उनके मित्र ने नरम लहजे में कहा बादशाह सलामत, मैं तो आपका सेवक हूं, आलू का नौकर नहीं. इस बात को सुनकर king विक्रमादित्य बहुत ही खुश हुए.
राजा और बस्ती का सरदार हिंदी कहानी : king story in hindi
king बहुत दूर तक आ जाते है वह अपने सफर पर निकले हुए थे, उन्हें नहीं पता था की वह बहुत दूर आ जायँगे तभी king सेनापति से कहते है की अब हम महल वापिस नहीं जा सकते है क्योकि यह सफर बहुत बड़ा हो गया है अब रात होने वाली है इसलिए हमे जल्दी ही कही सोने का इंतज़ाम करना होगा, सेनापति कहते है की आप चिंता न करे मुझे सामने बस्ती नज़र आ रही है हम उस जगह पर आराम कर सकते है, दोनों ही बस्ती की कर जाते है,
बस्ती का सरदार कहता है की आप कौन है जो यहां पर आये है तभी सेनापति कहता है की हम मुसाफिर है और आगे नहीं जा सकते है रात हो गयी है इसलिए हम दोनों यहां पर विश्राम कर सकते है बस्ती का सरदार कहता है की आप यहां पर आराम कर सकते है सरदार उन्हें लेकर आता है सरदार कहता है की आप हमारे मेहमान है आप यहां पर रुक सकते है उनके लिए खाना लाया जाता है सेनापति king से कहता है की यह सरदार बहुत अच्छे है हमारा स्वागत ऐसे कर रहे है जैसे हमे जानते हो, तभी बस्ती का सरदार आता है वह कहता है की आप जो चाहते है हमे कह सकते है
king कहते है की आप हमे जानते भी नहीं है फिर भी आप हमारा अच्छे से सवागत कर रहे है बस्ती का सरदार कहता है की भले ही हम आपको नहीं जानते है but हम सभी इंसान है हमे एक दूर की मदद करनी चाहिए तभी हम अच्छे इंसान कहला सकते है यह सुनकर राजा के अंदर बहुत बड़ा परिवर्तन होता है वह समझ जाते है की हमे भी सभी की मदद करने के लिए उनके सभी जरूरत को पूरा करना चाहिए जब यह बस्ती का सरदार ऐसा कर सकता है तो हम राजा है, हम बहुत कुछ कर सकते है,
king story in hindi
अगले दिन सेनापति और राजा सरदार से इज़ाज़त लेकर चले जाते है जब वह महल पहुंच जाते है तो राजा यह एलान करता है की जिसे भी कोई समस्या होती है तो वह दूर की जा सकती है भले ही राजा यहां पर हो, या न हो, राजा की तरह हमे भी सोचना चाहिए जितनी हमारी सामर्थ्य उतना हम कर सकते है अगर आपको यह king story in hindi पसंद आती है तो शेयर करे
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