Moral story hindi
इच्छा शक्ति से बढ़कर कुछ नहीं, moral story hindi, यह कहानी हमे यही बताती है की जीवन में आज कुछ भी कर सकते है, मगर उसके लिए आपके अंदर उस काम को करने की चाह होनी चाहिए, तभी वह काम पूरा हो सकता है.
इच्छा शक्ति से बढ़कर कुछ नहीं मोरल कहानी : Moral story hindi
सभी लोग घर वापिस आ रहे थे, लेकिन उनके मन में यह सवाल था, की आज हमे जो भी लगा बहुत अच्छा था, क्योकि आज हम शादी में से वापिस आ रहे है, यह शादी बहुत अच्छी थी, हमे सभी लोग बहुत अच्छे लगे थे अगर इसी तरह हमारी बेटी की भी शादी हो जाए तो बहुत अच्छा होगा, क्योंइकि हम भी यही चाहते है की हमारी बेटी की भी शादी बहुत अच्छी जगह पर हो जाए, मगर इसके लिए हमे सोचना होगा, हमे उस परिवार की तलाश करनी होगी जो बहुत ही अच्छा है,
तब कही पर जाकर यह शादी होगी, पत्नी कहती है की जब समय आएगा तो सब हो जाएगा अभी से सब कुछ सोच कर क्या फायदा होगा, अभी तो वह पढ़ रही है, अगले साल उसकी पढ़ाई पूरी हो जायेगी, तभी हम सोच पाएंगे, इस तरह की बाते करते हुए घर जा रहे थे तभी वह घर पहुंच गए थे लड़के ने दरवाजा खोला था, माता-पिता दोनों अंदर आ गए थे, बहन अंदर पढ़ाई कर रही थी, उन्हें बेटी की चिंता थी मगर लड़का क्या कर रहा है उन्हें यह भी सोचना होगा, मगर इस बारे में वह कुछ भी नहीं सोच रहे थे,
अगली सुबह ही पिता ने अपने बेटे से कहा की तुम्हे भी कुछ हद तक सुधर जाना छाइये क्योकि तुम्हारी बहन देखो कितने अच्छे नंबर से पास हुई है और तुम तो किनारे पर पास हुए हो, क्या तुम्हे लगता नहीं है की तुम्हे कुछ अच्छा करना चाहिए जिससे सभी लोग तुम्हे भी अच्छा माने, मगर तुम्हे तो कहने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता है, क्योकि तुम सुधरना नहीं चाहते हो, उसके बाद लड़का अपने कॉलेज चला जाता है क्योकि वह कुछ भी सुनना नहीं चाहता है, मगर उसे सोचना चाहिए क्योकि वह अब बड़ा हो गया है मगर कोई फर्क नहीं पड़ता है,
उसे तो यही लगता है की यह सब बेकार की बात है, जितनी वह कोशिश करता है उसे याद रहता है उसके बाद उसे कुछ भी समझ नहीं आता है जब वह घर आता है तो उससे यही पूछा जाता है की आज तुमने नया क्या किया है, वह उनके सभी सवालो के जवाब देने से परेशान हो जाता है क्योकि वह नहीं चाहता है की हर रोज उससे वही बाते पूछी जाये मगर कोई सुनता नहीं है आज का सवाल होता है की तुम्हे जीवन में क्या करना है तुम्हे क्या बनना है,
मगर इसका भी कोई जवाब नहीं है क्योकि उसे खुद ही नहीं पता की उसे क्या बनना है अभी उसने सोचा नहीं है जब यह जवाब दिया तो पिताजी को बहुत गुस्सा आता है क्योकि जब तुम्हे यही पता नहीं है की क्या बनना है तो तुम पढ़ क्यों रहे हो, क्योकि पढ़ाई तुम्हे समझ नहीं आती है कुछ भी तुम्हे बनना नहीं है, अब ऐसा करो की कल से कुछ काम सिख लो तो अच्छा होगा, नहीं तो जीवन भर परेशान ही दिखाई दोगे, इन सभी बातो से वह लड़का परेशान हो जाता है और सोने चला जाता है वह अब कुछ भी नहीं कर सकता है
कुछ देर बाद उसकी बहन आ जाती है, वह कहती है, की तुम परेशान क्यों होते हो, पिताजी तो ऐसे ही बाते करते है, मगर लड़का यही कहता है की यह बाते हर रोज क्यों होती है, मुझे इससे बहुत परेशानी होती है, हर रोज एक ही बात कहना अच्छा नहीं होता है इसलिए मुझे तो यही लगता है की यह सब कुछ मुझे परेशान करने के लिए बोला जाता है, मगर बहन कहती है की ऐसा नहीं है वह यही चाहहते है की तुम कुछ बन जाओ, मगर तुम कुछ भी नहीं सोचते हो,
लड़का कहता है की तुम्हे पता नहीं है की मुझे पढ़ने में बहुत परेशानी होती है में कुछ भी नहीं कर सकता हु, में जितनी भी बार पढ़ता हु, मुझे याद नहीं होता है, में क्या कर सकता हु, में यही सोचता हु की मेरा जीवन पता नहीं किस तरफ जा रहा है तभी बहन कहती है की अगर तुम चाहो तो अपना जीवन बदल सकते हो, सब कुछ अपने हाथ में होता है, हम जो चाहे वह कर सकते है, अगर हम कुछ बनना चाहते है तो हम बन सकते है, सब कुछ हमारी इच्छा शक्ति पर होता है, हम उससे बहुत कुछ कर सकते है आपको सोचना होगा,
यह सभी बाते उसके दिमाग पर असर कर रही थी कुछ देर बाद वह सो जाता है मगर जब सुबह होती है तो उसका जीवन कुछ लग नहीं होता है मगर उसे लगता है की जीवन अलग हो सकता है अगर हम चाहे तो कुछ भी हो सकता है अगर यह बता सही है तो आज से में बदलकर जरूर दिखाऊंगा, हो सकता है की यह बदलाव मेरे काम आ जाए, उसने अपनी सभी कमजोरी को दूर करना शरू कर दिया था जिससे उसका समय खराब हो रहा था वह बंद कर दिया था फाइनल एक्साम आने वाले थे, वह पूरी तयारी कर रहा था
जब वह अपने एक्साम को देता था तो उसे लगता था की उसने आज अच्छा किया है और इसी तरह उसने सभी एक्साम अच्छे से दिए थे जब उनका परिणाम आने वाला था पिताजी ने कहा की अब पढ़ाई पूरी हो जायेगी और परिणाम क्या आएगा यह भी हमे पता है तो इस बारे में सोचने से कोई फायदा नहीं होगा लेकिन जब परिणाम आया तो वह बहुत अच्छा था उसने शायद बहुत अच्छा एक्साम दिया था जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी उसने उससे भी अच्छा किया था
हम जो चाहहते है वह पूरा कर सकते है मगर हमे सोचना होता है हमे उसके बारे में तैयारी करनी होती है तब कही जाकर अच्छा काम होता है अगर आप भी किसी काम के बारे में सोच रहे है तो अभी से उसी और ध्यान देना शरू कर देना चाहिए आपका जीवन बदल सकता है. इच्छा शक्ति से बढ़कर कुछ नहीं, moral story hindi, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है, तो आप इसे शेयर जरूर करे,
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