Story in hindi | Stories for kids in hindi with moral
Story in hindi, एक गांव मैं एक सुरेश नाम का लड़का रहता था. उसे केवल लूडो का खेल ही आता था. लेकिन एक दिन ऐसा आया उसकी जिंदगी मैं की सुरेश के माँ बाप ने उसे एक मठ मैं भेजने का निश्चिय किया. लेकिन वो नहीं जाना चाहता था. फिर भी माँ बाप के बहुत जोर देने पर वो एक दिन मठ मैं गया और क्या हुआ उसके साथ.
एक खेल की मोरल हिंदी कहानी :- story in hindi
वो अब हम आगे इस कहानी मैं पढ़ेंगे. सुरेश ने मठ के महंत से कहा मैं साधू बनना चाहता हूँ, लेकिन एक समस्या ये है कि मुझे कुछ भी नहीं आता. केवल एक चीज़ के और वो है लूडो लेकिन लूडो से मुक्ति तो नहीं मिलती और एक दूसरी बात जो मैं जानता हूँ. वो ये है कि सभी प्रकार के आमोद प्रमोद के साधन जो है वो पाप है. इन दोनों बातों के अलावा मुझे कोई अधिक ज्ञान नहीं. इस पर महंत ने उस सुरेश से कहा , हाँ वे पाप तो है लेकिन उन से मन भी बहलता है और क्या पता उस मठ को उनसे भी कोई लाभ पहुंचे.
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महंत ने लूडो की एक बिसात बिछाई और सुरेश को लूडो की एक बाजी खेलने को कहा. सब खेल शुरू होने वाला था. महंत ने उस सुरेश को कहा कि देखो हम लूडो की एक बाजी खेलेंगे और अगर मैं हार गया तो मैं इस मठ को हमेशा के लिए छोड़ दूंगा और तुम मेरा स्थान ले लोगे. सुरेश ने देखा महंत वास्तव में गंभीर था.
तो सुरेश के लिए अब ये बाजी जिन्दगी और मौत का सवाल बन गयी थी,
क्योंकि वो मठ में रहना चाहता था, इसलिए उसे ये था कि मैं हार न जाऊ.
सुरेश के माथे से दबाव साफ़ जाहिर हो रहा था और उसके माथे से पसीना भी चू रहा था.
वंहा मौजूद सही लोगो के लिए अब ये लूडो का बोर्ड पृथ्वी की धुरी की तरह हो गया था.
महंत ने खराब शुरुआत की.
एक नाटक से सीख
सुरेश ने कई कठोर चले चली लेकिन उसने क्षण भर के लिए महंत के चेहरे को देखा . फिर जानबूझकर खराब खेलने लगा. अचानक ही महंत ने बिसात ठोकर मरकर जमीन पर गिरा दी. महंत ने कहा तुम्हे जितना सिखाया गया था तुम उस से कंही ज्यादा जानते हो. तुमने अपना पूरा ध्यान जीतने पर लगाया और अपने सपनों के लिए लड़ सकते हो.
फिर तुम्हारे भीतर करूंणा जाग उठी और तुमने भले कार्य के लिए त्याग करने का निश्चय कर लिया. महंत के जारी रखते हुए कहा तुम्हारा इस मठ में स्वागत है क्योंकि तुम जानते हो कि कैसे अनुशाशन और करुणा में सामजस्य स्थापित किया जा सकता है इसलिए तुम कर सकते हो. तो दोस्तों ये बात सही है की यदी आप लोग अपने मन मैं किसी काम को करने की सोच लो , तो वो बहुत ही आसान हो जाता है. इसलिए हमे सदा ही कामो को करने की परवर्ती रखनी चाहिए.
stories for kids in hindi with moral :- राजा और साधु की सीख हिंदी मोरल कहानी
राजा को शिकार खेलना बहुत पसंद आता था. इसलिए राजा हमेशा शिकार को खेल समझ रहे थे.
वह बहुत से पशु पक्षी को शिकार बना रहे थे. क्योकि उन्हें यह खेल बहुत पसंद था.
एक दिन वह साधु बाबा अपनी पूजा कर रहे थे
उन्हें नहीं पता था की राजा शिकार कर रहे है.
राजा ने यह भी ध्यान नहीं दिया था.
वह साधु जी पूजा कर रहे है.
वह राजा शिकार करते है. पक्षी को तीर लग जाता है. वह पक्षी साधु के पास आकर गिरता है. वह घायल हो गया था. वह उड़ नहीं सकता था. साधु उसे देखते है. उसके बाद राजा भी आ जाता है. राजा को देखकर साधु कहते है. तुम शिकार कर रहे हो. राजा कहता है की मेरे लिए शिकार करना खेल जैसा है. इसलिए मुझे शिकार करना बहुत पसंद है. यह सुनकर साधु जी कहते है. आप राजा है.
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लेकिन आप यह पशु और पक्षी के लिए समस्या पैदा करते जा रहे है. उन्हें आपने अपने खेल के लिए मारते है. उसके बाद वह साधु कहते है की आप राजा है आपने शिकार किया है यह पक्षी घायल हो गया है अब आप इसे ठीक कर सकते है. यह सुनकर राजा कहते है की में ठीक नहीं कर सकता हु. उसके बाद साधु कहते है. आप किसी को जीवन दान नहीं दे रहे है लेकिन फिर भी आप उन्हें मारते है. यह आप क्यों करते है.
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उसके बाद वह साधु जी उस पक्षी को ठीक कर देते है. आज राजा को समझ आ गया था. वह अभी तक सब कुछ गलत कर रहे थे. वह अपने खेल के लिए सभी का शिकार करते थे. जिससे उन्हें अच्छा लगता था. लेकिन आज साधु जी की बातों से उन्हें समझ आता है. वह किसी का जीवन समस्या में डाल रहे थे. इसलिए जीवन में कभी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे समस्या पैदा होती है. अगर आपको यह दोनों कहानी, Story in hindi with moral, stories for kids in hindi पसंद आयी है. शेयर करे.
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