Last work stories in hindi | Hindi stories
Last work stories in hindi, आखिरी काम की कहानी, एक शहर मैं बहुत ही बड़ा कॉरपेंटर रहता था. उनका नाम था दिनेश यादव. वो बूढ़ा कॉरपेंटर अपने काम के लिए काफी जाना जाता था , उसके बनाये लकड़ी के घर दूर दूर तक प्रसिद्द थे . पर अब बूढा हो जाने के कारण उसने सोचा कि बाकी की ज़िन्दगी आराम से गुजारी जाए और वह अगले दिन सुबह सुबह अपने मालिक के पास पहुंचा और बोला ,
आखिरी काम की कहानी : Last work stories in hindi
ठेकेदार साहब , मैंने बरसों आपकी सेवा की है पर अब मैं बाकी का समय आराम से पूजा पाठ में बिताना चाहता हूँ , कृपया मुझे काम छोड़ने की अनुमति दें . ठेकेदार कॉरपेंटर को बहुत मानता था , इसलिए उसे ये सुनकर थोडा दुःख हुआ पर वो कॉरपेंटर को निराश नहीं करना चाहता था , उसने कहा , आप यहाँ के सबसे अनुभवी व्यक्ति हैं , आपकी कमी यहाँ कोई नहीं पूरी कर पायेगा but मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि जाने से पहले एक आखिरी काम करते जाइये . कॉरपेंटर ने पूछा .
मैं चाहता हूँ कि आप जाते जाते हमारे लिए एक और लकड़ी का घर तैयार कर दीजिये . , ठेकेदार घर बनाने के लिए ज़रूरी पैसे देते हुए बोला . कॉरपेंटर इस काम के लिए तैयार हो गया . उसने अगले दिन से ही घर बनाना शुरू कर दिया , पर ये जान कर कि ये उसका आखिरी काम है और इसके बाद उसे और कुछ नहीं करना होगा वो थोड़ा ढीला पड़ गया .पहले जहाँ वह बड़ी सावधानी से लकड़ियाँ चुनता और काटता था अब बस काम चालाऊ तरीके से ये सब करने लगा . कुछ एक हफ्तों में घर तैयार हो गया और वो ठेकेदार के पास पहुंचा , ठेकेदार साहब , मैंने घर तैयार कर लिया है , अब तो मैं काम छोड़ कर जा सकता हूँ . ठेकेदार बोला हाँ , आप बिलकुल जा सकते हैं लेकिन अब आपको अपने पुराने छोटे से घर में जाने की ज़रुरत नहीं है.
क्योंकि इस बार जो घर आपने बनाया है वो आपकी बरसों की मेहनत का इनाम है; जाइये अपने परिवार के साथ उसमे खुशहाली से रहिये. कॉरपेंटर यह सुनकर स्तब्ध रह गया , वह मन ही मन सोचने लगा , कहाँ मैंने दूसरों के लिए एक से बढ़ कर एक घर बनाये और अपने घर को ही इतने घटिया तरीके से बना बैठा. क़ाश मैंने ये घर भी बाकी घरों की तरह ही बनाया होता . कॉरपेंटर इस बार अपने बूढ़े होने की कारण से बहुत ही बड़ी गलती कर बैठा था.
आखिरी काम की दूसरी कहानी : Hindi stories
में नहीं जानता हु की आप क्या कहना चाहते है but जो भी आप चाहते है वह में जरूर कर सकता हु मालिक कहता है की अब मुझे लगता है की तुम्हे घर चले जाना चाहिए क्योकि अब तुम बहुत बूढ़े हो गए हो बहुत साल से तुम मेरे पास काम कर रहे हो मुझे याद है की जब तुम मेरे पास पहली बार काम मांगने आये थे वह दिन था और आज है, तुम कभी भी अपनी मेहनत से दूर नहीं भागे हो मगर मुझे लगता है की अब तुम आराम कर सकते हो
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वह मालिक की बात समझ गया था की अब आप चाहते है की में काम न करू, में समझ सकता हु की आज मेरे हाथ बहुत कम चलते है क्योकि अब में बहुत बूढ़ा हो गया हु but बात यह नहीं था बात थी की अब मुझे आराम की जरूरत है मलकी कहता है की मुझे पता है की अब मुझे इतनी मेहनत करने वाला नहीं मिलेगा but में समझ सकता हु की मेरा काम उतना अच्छा नहीं चल पायेगा जितना अब तक चलता रहा है मालिक की बात सुनकर वह सेवक कहता है की मुझे तो विश्वाश नहीं होता है की आप यह सोचते है
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मुझे तो यही लगता था की आप महान है but मुझे अब पता चल गया है की आप मेरी कितनी कद्र करते है आज मेरी सभी इच्छा पूरी हो गयी है मेरी मेहनत सफल हो गयी है मेने आज तक जो भी काम किया है उसमे मुझे आज सबसे अच्छा लगा है आज मुझे लग रहा है आपको मेरे काम से ख़ुशी है मलकी कहता है की अब तुम्हे मेरा आंखरी काम करना होगा मुझे लगता है की अब तुम्हारा जीवन अच्छा चल पाए इसके लिए यह रकम में तुम्हे दे रहा हु मना मत करना,
Last work stories in hindi | Hindi stories
मुझे पता है की तुम बिना काम किये कोई भी धन नहीं लेते हो मगर यह मेरी और से एक अच्छी भेंट तुम्हे देता हु यह बहुत कम हो सकती है but मुझे लगता है की तुम्हे ख़ुशी होगी सेवक ने यही कहा था की जो भी आप दे रहे है वह मेरे लिए बहुत ज्यादा है क्योकि मेने कोई भी काम नहीं किया है मगर फिर भी आप मुझे धन दे रहे है उसके बाद सेवक चला जाता है मालिक जानता है की अब ऐसा सेवक मुझे नहीं मिलेगा अगर आपको यह आखिरी काम की कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
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