10 Best majedar kahaniya
10 मजेदार हिंदी कहानिया, kahaniya, परख अपनी-अपनी कहानिया, बाबा की मछली हिंदी कहानी, ना कहने का साहस कहानिया, आकाश में कितने तारे है हिंदी कहानियां, कानों का कच्चा कहानिया, जल्दबाजी का काम मजेदार कहानी, चमत्कार पेड़ की मजेदार कहानी, चोर ने माफ़ी मांगी हिंदी कहानी, बीरबल और कागज़ के फूल की कहानियां, रानी और गरीब आदमी की कहानी, यह सभी कहानियां आपको पसंद आएगी.
10 मजेदार हिंदी कहानिया : 10 Best majedar kahaniya
परख अपनी-अपनी कहानिया
रास्ते से गुजरते एक जौहरी ने देखा कि एक कुमार गधे के गले में हीरा बांधकर चला जा रहा है कहानियां चकित होकर जोहरी ने पूछा कितने पैसे लेगा, इस पत्थर के कुमार ने कहा 1 रुपये मिल जाए तो बहुत है जो जोहरी कहानियां (kahaniya) कहा की कोई तुम्हे ठग लेगा, कहानियां (majedaar kahaniya)
कुमार ने कहा की नहीं मुझे कौन ठेगा किंतु जो जोहरी सोचा कुम्हार हीरा को पत्थर समझ रहा है अभी लौटे का तो दे जाएगा, (कहानियां) but रस्ते में एक बाबा मिले और कुम्हार ने हीरा बाबा को दे दिया और वापिस आने लगा तो जोहरी ने कहा की वो हेरा कहा गया और कुम्हार ने बताया की वो हेरा तो मेने एक बाबा को दे दिया जोहरी को सदमा बैठ गया.
समय-समय की हिंदी कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, जोहरी ने कहा अरे कुम्हार वो हीरा लाखो का था और तुमने कोदिये के दाम बेच दिया तुम तो मुर्ख ही निकले क्या हीरा गधे के गले में बांधते किंतु आप स्वयं को क्या कहेंगे जब आपको मालूम था कि हीरा लाखों का है फिर भी कौड़ियों के दाम चुकाने में लगे रहे, एक व्यक्ति कुम्हार और जोहरी की तरह है कुछ तो अनजाने में ही इस जीवन को हीरे की भांति गवा देते हैं और कुछ जानते-समझते हुए भी उसे बर्बाद कर देते हैं
बाबा की मछली हिंदी कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, बाबा हर रोज सुबह ही मछली को खाना देने चले जाते थे क्योकि वह जानते थे अगर में भूखा भी रहू तो भी मुझे उन्हें खाना देना है, बाबा की सेवा करने के लिए एक लड़का रहता था क्योकि बाबा अब बहुत बूढ़े हो गए है, वह अपना काम भी नहीं कर पाते है, इसलिए उन्हें कोई तकलीफ न हो तो पड़ोस में एक आदमी का लड़का रहता था वह हर रोज उनके पास आया करता था
एक दिन की बात है वह लड़का बाबा से कहता है की आपकी तबियत मुझे बहुत खराब लग रही है मुझे ऐसा लगता है की आज आप कही भी नहीं जा सकते है, लेकिन बूढ़े बाबा कहते है की मेरी मछली अभी भूखी होगी, मुझे जाना होगा, वह लड़का कहता है की आप नहीं जा सकते है आपकी तबियत बहुत खराब है अगर आप जाते है तो मुझे नहीं लगता है की आप आराम से जा सकते है लेकिन बाबा को जाना ही था वह तो सोचते है की अगर में नहीं जाऊँगा तो मेरी मछली इंतज़ार करती रहेगी बहुत देर बाद लड़का कहता है की में चला जाता हु क्योकि आप ठीक नहीं है,
में कमजोर नहीं हू कहानी
वह बाबा कहते है की तुम जा सकते हो मगर मेरा मन नहीं मान सकता है क्योकि मुझे लगेगा की में क्यों नहीं गया हु, लड़के की बात नहीं मानने के बाद वह बाबा चले जाते है जबकि लड़का जानता था की यह ठीक नहीं है वह बूढ़े बाबा नदी के पास जाते है, वह मछली को खाना देते है उसके बाद बाबा का पैर फिसल जाता है वह नदी में गिर जाते है क्योकि वह बीमार थे इसलिए वह खुद को संभाल नहीं पा रहे थे, वह नदी में जाता है तो उन्हें सब कुछ नज़र आता है वह सभी मछली को देखते है,
उन्हें बहुत अच्छा लगता है उन्हें एक बड़ी मछली के दर्शन होते है वह उनसे कहती है की तुमने सभी मछली को खाना दिया है उन्हें भूख लगती थी वह हमेशा यही कहती है की हमे खाना देने वाला एक आदमी ऊपर इंतज़ार कर रहा है मुझे लगता है की तुम बहुत अच्छे इंसान हो इसलिए जो भी समस्या तुम्हे हुई है वह दूर हो जाएगी उसके बाद वह बाबा नदी के ऊपर आते है, वह देखते है की वह तो बिलकुल ठीक हो गए है, अब उन्हें कोई भी चिंता नहीं है, अब उन्हें समझ आता है की जो भी उन्होंने सेवा की है, उसका फल उन्हें जरूर मिलता है
एक मजाक की लघु कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, यह कहानी हमे यही बात कहती है की जीवन में सभी की मदद करे भूखे को खाना दे और यह भूल जाए की आपने क्या किया है तो आपको सफलता जरूर मिलती है, आपकी परेशानी भी दूर होती है, आपको पता भी नहीं चलता है की आप समस्या से दूर हो गए है, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे
ना कहने का साहस कहानिया
kahaniya, इस समय किसी राक्षस में एक आदमी को पकड़ लिया उसने उसे खाया नहीं डराया और कहा मेरी मर्जी के कामों में लगातार करता रहेगा ढील की तो खा जाऊंगा , आदमी काम करता रहा जब थक कर चूर हो गया और उसकी हिम्मत तो जवाब देने लगे तो उसने सोचा रोज रोज मरने से तो अच्छा है एक बार मैं मना कर दूं उसने राक्षस से कहा जो मर्जी हो कर ले मैं इस तरह तिल-तिलकर नहीं मर सकता
चार मित्रो की कहानी
मेरे अंदर जितने हिम्मत है मैं उतना ही काम करुंगा तो मैं तेरे डर के मारे रोज अपनी हिम्मत के बिना काम नहीं कर सकता राक्षस ने सोचा काम का आदमी है थोड़ा थोड़ा काम बहुत दिन तक करता रहे तो क्या बुरा है एक ही दिन खा जाने पर तो उसे हाथ से हाथ धोना ही पड़ेगा जो उसके द्वारा मिलता रहता है
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, राक्षस ने समझोता कर लिया और उसे खाया नहीं थोड़ा काम करते रहने की बात मान ली समझ लीजिए हमने ना कहने की हिम्मत होनी चाहिए गलत काम कर समर्थन नहीं करना चाहिए उस में सहयोग नहीं देना चाहिए जिसमें इतना साहस ना हो उसे सच्चे अर्थों में मनुष्य नहीं कहा जा सकता Because आज कोई किसी के लिए नहीं , हमें अपने अधिकारों के लिए ही खड़ा होना पड़ेगा स्वयं ही लड़ना पड़ेगा तभी हम दूसरों को पीछे करके आगे बढ़ पाएंगे
कानों का कच्चा कहानिया
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, एक राजा था जिसकी कोई भी तारीफ करता था कहानियां (kahaniya) राजा खुश हो कर कुछ भी कर देता था एक दिन एक चरवाहा आया और राजा की तारीफ की और राजा ने उसे अपने यह पर नोकरी दे दी, उसके मन में एक शंका बनी रहेगी यह तो राजा कानों का कच्चा है
जल्दबाजी के स्वभाव में कुछ भी कर सकता हैकिसी को भी नौकरी से हटा सकता है और बिना कुछ सोचे समझे उसे यहां से निकाल सकता है इसलिए अपना चलने का सामान उसे तैयार रखना चाहिए ना जाने कब राजा उसे निकाल दे चरवाहे ने अपने रहने के लिए कोठरी थी उसमें वह रात को ठहरता और दिन में ताला लगा देता.
अधूरी कल्पना की कहानी
but राजा ने सोचा की कही ये चोरी तो नहीं कर रहा है चार बार दिन में जब यहां काम करता है तो यहां से पैसे चुरा कर अपनी कोठरी में रख लेता है और उसी में जमा करता है इससे उसके पास बहुत सारा धन हो जाएगा और एक दिन वह बिना राजा को बताइए यहां से चला जाएगा राजा यही सोच रहा था. राजा को कुछ शक हुआ और उसने अपने सिपाहियों से जल्दी उस की कोठरी की तलाशी लेने के लिए कहा सिपाही कोठरी की तलाशी लेनी शुरू कर दी
कोठरी में केवल कपड़े के जूते ही मिले वह घर से लेकर आया था पूछने पर चरवाहे में ने कहा कि मैं यह अपने घर से फटी पुराने जमा कर रखी है कि ना जाने राजा कब मुझे यहां से निकाल दे और मैं अपने घर की तरफ चला जाऊंगा कोठरी की तलाशी राजा कान का कच्चा है ऐसे मुझे कानों के कच्चा स्वभाव के व्यक्ति कब मुझे यह से निकल दे सो में अब यह से जा रहा हु इसलिए जो भी में समान यह पर लाया था वही लेकर यह से जा रहा हु.
गली नंबर तीन की कहानी
जब सारी बातें सामने आई तो राजा को पछतावा हुआ उसने उसे रोकना चाहा परंतु वह नहीं रुका सरकारी पोशाक उतार दी और अपने पुराने कपड़ों में ही चला गया राजा को समझ आ गया कि किसी की कही सुनी बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए कभी कभी तो हम कानों से सुनते और आंखों से देखते हैं वह भी गलत होता है अतः कुछ करने से पहले पहले उसे 10 बार सोचना चाहिए कभी उस पर निर्णय लेना चाहिए.
आपने पहली कहानी पढ़ी परख अपनी-अपनी इसमें इंसान को सभी चीजों की परख होनी चाहिए उसे पता होना चाहिए, की वह क्या कर सकता है उसे सही गलत का ज्ञान होना चाहिए दूसरी कहानी में हमे यह सिखने को मिलता है की जब तक हम स्वयं कोई काम नहीं करते है
जिम्मेदारी की सही समझ नयी कहानी
तब तक हमे ज्ञान नहीं होता है जब तक हम कहने का प्रयास नहीं करते है तब तक कुछ भी नहीं होता है और तीसरी कहानी जब तक हमे बात का सच पता नहीं चलता है, तब तक हमे यकीन नहीं करना चाहिए, तीन मजेदार कहानिया, kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, अगर आपको यह सभी कहानिया पसंद आयी है तो आप इन्हे शेयर कर सकते है आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है
जल्दबाजी का काम मजेदार कहानी
kahaniya, वह अभी कुछ देर के लिए बैठा था तभी उसका नौकर पानी लेकर आया था मालिक ने कहा कि जल्दी ही दो चाय बनाकर लाओ हमारे दोस्त भी आये है यह बता सुनकर वह नौकर किचन में चल जाता है दोनों बाते करने लगते है but अभी तक चाय नहीं आयी थी मालिक ने कहा की जल्दी चाय लेकर आओ तुम कहा रह जाते हो, जब भी कोई काम बताया जाता है यह उसे जल्दी पूरा नहीं करता है
आवाज को सुनकर नौकर डर जाता है और जल्दी ही चाय लेकर आता है वह चाय मलकी के ऊपर गिरा देता है और उनका दोस्त हसने लगता है वह कहता है की तुमने तो इसे बहुत ज्यादा ही डरा दिया है यह चाहे भी बहुत तेजी से लेकर आया था और रुक नहीं पाया था जिसके कारण ऐसा हो गया था मालिक गुस्सा करने लगते है मगर उनका दोस्त यही बात कहता है की तुम्हे गुस्सा नहीं करना चाहिए,
उसने आखिर पूछ लिया कहानी
Because अभी चाय नहीं बनी थी और तुमने उसे आवाज लगा दी थी जो काम अपने समय पर होता है वह तभी होगा हम दोनों उसमे कुछ नहीं कर सकते है वह अपने दोस्त की बात समझ जाता है कुछ बाते जीवन में ऐसी होती है जिनका हमे पता नहीं होता है मगर हमे सोचना चाहिए शायद हम उन्हें समझ सकते है, hindi kahani, majedaar kahani, अगर आपको यह सभी कहानिया पसंद आयी है तो आप इन्हे शेयर कर सकते है आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है.
चमत्कार पेड़ की मजेदार कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, हमने अपने आँगन में यह पेड़ बहुत समय से देखा है but मुझे लगता है की यह पेड़ चमत्कारी लगता है because इस पेड़ से हमे बहुत रौशनी नज़र आती है, मुझे समझ नहीं आता है की इस पेड़ से रौशनी क्यों आती है यह हमे पता करना चाहिए, वह पेड़ पर चढ़ जाता है और देखता है की यह पेड़ क्या करता है but उसे कुछ भी समझ नहीं आता है, यह पेड़ लगता तो साधारण ही है, but देखने में यह कुछ और ही लगता है,
पेड़ उसे नीचे गिरा देता है, because वह पेड़ कहता है की तुम मुझे परेशान कर रहे हो but वह आदमी कहता है की तुम चमत्कारी पेड़ हो but मुझे कुछ नहीं दे रहे हो, वह पेड़ कहता है की में चमत्कारी पेड़ नहीं हु में तुम्हे बहुत कुछ देता हु मगर तुम भूल गए हो जब तुम्हे भूख लगती है तो तुम मेरे फल खाते हो, जब तुम्हे सोना होता है तो तुम मेरे नीचे छाँव लेते हो, फिर भी तुम मुझसे कुछ और मांग रहे हो, यह अच्छी बात नहीं है जितना तुम्हे मिला है वह कम है,
गर्मी में मुसीबत की हिंदी कहानियां
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, वह आदमी कहता है की तुम मुझे धन दो, वह मेरे लिए बहुत होगा, but पेड़ ऐसा नहीं कर सकता है वह कोई चमत्कारी पेड़ नहीं है but उस पेड़ से रौशनी निकलती है तभी वह उसे चमत्कारों पेड़ कहता है अब वह आदमी समझ गया था की उससे बहुत बड़ी गलती हुई है हम जीवन में बहुत अधिक की इच्छा रखते है जोकि ठीक नहीं है, अगर आपको यह kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
आकाश में कितने तारे है हिंदी कहानियां
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, अकबर ने सोचा की आज मुझे बीरबल से अनोखा सवाल पूछना चाहिए जिसके बाद बीरबल सोच में पड़ सकते है, कुछ समय सोचने के बाद अकबर को याद आया की एक सवाल मन में आ रहा है वह बीरबल से मिलते है उसके बाद बीरबल से कहते है की अगर अपने मेरे सवाल एक जवाब नहीं दिया तो आपको सजा मिल सकती है, यह सुनकर बीरबल कहते है की आप कोई भी सवाल पूछ सकते है,
अकबर कहते है की तुमने सोच लिया है अगर जवाब सही नहीं हुआ तो आपको सजा मिल सकती हैं, बीरबल कहते है की आप सवाल पूछ सकते है, अकबर बीरबल को नीम के पेड़ के पास ले जाते है, उसके बाद कहते है यह नीम का पेड़ देख रहे है इस पर कितनी पत्तिया है, अगर आप जवाब नहीं दे पाए तो आपको पता है की आपको सजा मिल सकती है, बीरबल कहते है की में आपके सवाल का जवाब दे सकता हु, मगर उससे पहले आपको मुझे एक सवाल का जवाब देना होगा,
अच्छाई सभी में होती है कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, अकबर कहते है की तुम पूछ सकते हो, बीरबल कहते है की अगर आप मुझे यह बता सकते है की आकाश में कितने तारे है, तो में आपके सवाल का जवाब दे सकता हु यह सुनकर अकबर हँसते है वह कहते है की मुझे जवाब मिल गया है, उसके बाद अकबर और बीरबल महल की और जाते है अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है, तो शेयर करे
चोर ने माफ़ी मांगी हिंदी कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, तुमने इस अनजान आदमी को अपने घर में क्यों रख लिया है, जबकि यह बात ठीक नहीं है, वह आदमी कहता है की मुझे यह परेशान लग रहा था यह इस गांव में किसी को भी नहीं जानता है इसलिए मेने इसकी मदद की है, मुझे ऐसा लगता है की यह आदमी बहुत अच्छा है, Because मेरा मन कहता है, की सब ठीक है, तभी वह फिर से कहता है की तुम्हे ऐसा लगता है अगर इसने तुम्हे भी परेशानी दी तो मुसीबत आ सकती है, Because कोई भी इसे नहीं जानता था,
वह आदमी कहता है की कोई बात नहीं है सब ठीक होगा, रात हो चुकी थी सभी लोग सो गए थे, वह आदमी देखता है की इन्होने मुझे अपने यहां पर रहने के लिए जगह दी है, but मुझे यह नहीं जानते है की में एक चोर हु में यहां से सारा सामान लेकर चला जाता हु, वह घर से सामान लेना शुरू करता है उसने बहुत सारा सामान ले लिया था, तभी उसका पड़ोसी देखता है की यह आदमी बारे जा रहा है
बड़े लोगो की कहानी
जबकि मुझे इस पर पहले से ही शक था, यह चोरी कर रहा है, मुझे लगता है की यहां से भागने की तैयारी में है, वह उसे पकड़ लेता है उस आदमी को आवाज लगाता है, वह जाग जाता है वह आता और देखता है की वह आदमी बाहर खड़ा है उसका पड़ोसी भी साथ में है, क्या बात हो सकती है वह जाता है उसका पड़ोसी कहता है की यह भाग रहा था, मेने इसे पकड़ा है इसके पास सामान भी है
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, तभी वह आदमी कहता है की मेने ही इसे मना किया था की कल चले जाना but यह तो आज ही जा रहा है मुझे नहीं पता था की यह चला जायेगा यह अपना सामान लिए हुए है, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं यह सुनकर वह चोर माफ़ी मांगता है, Because वह समझ जाता है की वह गलत कर रहा है जीवन में ऐसा कोई काम न करे जोकि परेशानी में डाल सकता है,
गरीब आदमी की हिंदी कहानी
आदमी बहुत मेहनत करता था, उसे लगता है की जीवन में मेहनत से सब कुछ मिल सकता है इसलिए वह मेहनत करने से पीछे नहीं हटता था, वह मेहनत से अपना धन कमाना चाहता है भले ही वह बहुत कम होगा मगर उससे उसे बहुत ख़ुशी होगी, वह जीवन में अधिक धन का लालच नहीं रखता था, उसे जो मिल रहा था वही बहुत था, उससे वह अपना जीवन अच्छे से चला सकता था, कम से कम उसे खाने को मिल रहा था, एक दिन वह अपने घर वापिस आ रहा था
वह देखता है की एक आदमी जमीन पर गिरा हुआ है वह मदद मांग रहा था मगर कोई भी उसके पास नहीं था, वह उसके पास जाता है, उसे उठा लेता है वह कहता है मेरी तबियत खराब हो गयी है, मुझे घर तक छोड़ सकते है, वह आदमी उसकी मदद करता है, वह कहता है, आप चिंता न करे, में आपको घर छोड़ देता है, वह आदमी उसे घर लेकर जाता है, वह आदमी उसके घर को देखता है तो उसे पता चल जाता है यह तो बहुत अमीर है, वह आदमी कहता है की आपका घर आ गया है, अब आपको आराम करना चाहिए,
अनमोल जिंदगी की हिंदी कहानी
वह उस गरीब आदमी से कहता है, मुझे लगता था, की दुनिया में आप जैसे लोग बहुत कम है आप मुझे यहां पर लाये है, जबकि कोई भी इतना नहीं करता है, जितना आप करते है, वह गरीब आदमी कहता है मुझे तो लगता है की सभी की मदद करनी चाहिए, क्योकि ऐसा करने से ही हम जीवन में अच्छे बन सकते है, वह अमीर आदमी कहता है की में तुम्हे कुछ देना चाहता हु, वह गरीब आदमी कहता है की आप परेशान न हो, मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए,
अमीर आदमी कहता है, मुझे पता है, आप क्या सोच रहे होंगे जबकि में आपको धन नहीं काम देना चाहता हु जिससे आपकी सभी इच्छा पूरी हो सकती है, यह सुनकर वह गरीब आदमी कहता है, मुझे अधिक धन की जरूरत नहीं है, यह सुनकर वह अमीर आदमी आज समझ गया था की कोई तो है, जो धन का लालच नहीं करता है, उसके बाद वह गरीब आदमी अपने घर चला जाता है, क्योकि जीवन में सब कुछ धन नहीं होता है, अगर आपको यह कहानी भी पसंद आयी है, तो शेयर जरूर करे
बीरबल और कागज़ के फूल की कहानियां
kahaniya, बीरबल ने देखा कि एक जगह पर एक आदमी कागज के फूल बनाकर बेच रहा था, बीरबल उस आदमी को देख रहा था सोच रहा था कि बहुत ही अच्छे फूल बनाए हैं, बीरबल को सभी फूल बहुत पसंद आ रहे थे इसलिए बीरबल उस आदमी के पास जाते हैं और उन फूलों को लेने के लिए उस आदमी से कहते हैं,
बीरबल को देखता हूं खुश हो जाता है और सोचता है कि आप मेरे फुल लेना चाहते हैं जबकि है इतने अच्छे नहीं है तभी बीरबल जी कहते हैं कि जो इंसान अपने हाथों से यह काम करता है उसके फूल अच्छे क्यों नहीं हो सकते यह सुनकर वह आदमी खुश हो जाता होगी बीरबल को फूल दे देता है जब बीरबल उसे धन देने की कोशिश करते हैं तो आदमी कहता है कि आप से मुझे कोई धन नहीं चाहिए आपने मुझे अच्छी तरह से समझा यही मेरे लिए बहुत है
मेहनत ही जीवन का धन है कहानी
बीरबल को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि यह आदमी इतना अच्छा है और
बहुत ही गरीब लग रहा है वह मुझसे धन भी नहीं दे रहा है
मुझे इसकी मदद करनी चाहिए वह आदमी से पूछते हैं कि तुम्हें क्या परेशानी है
शायद मैं इससे तुम्हारी समस्या को दूर कर सकता हूं वे आदमी कहता है कि
मेरा काम तो फूल बनाकर बेचना है और इससे मुझे जो भी धन मिलता है
उससे मैं अपना गुजारा कर लेता हूं यह मेरे लिए बहुत ही कम धन मिलता है
but फिर भी मैं इसमें काम चला लेता हूं
बीरबल ने जब यह सुना अच्छा नहीं लग रहा था
Because वह बहुत ही गरीब था वह बहुत मुश्किल से अपना जीवन चला रहा था
बीरबल आदमी से कहते हैं कि तुम ही मेरे साथ दरबार में चलना होगा और
अकबर को भी यह फूल दिखाने होंगे बीरबल जी जानते थे कि वे क्या कर रहे हैं और
उसमें उस आदमी का भला हो सकता है इसलिए उस आदमी को दरबार में लेकर जाते हैं
अकबर पूछते हैं कि तुम किस आदमी के लाए हो और यह क्या कर रहा है
तभी बीरबल जी कहते हैं कि यह बहुत ही अच्छे फूल बनाता है
जो कि देखने में बहुत सुंदर है और उसकी कलाकारी मुझे बहुत पसंद आई है
सुनहरी पहाड़ी की नयी कहानी
यह सुनकर अकबर कहते हैं कि अगर यह बहुत अच्छे फूल बनाकर हमें दिखा सकता है
तो हम इसे इनाम देंगे उसके बाद अकबर कहते हैं कि
इसने तो बहुत अच्छे फूल बनाए हैं और यह इनाम का हकदार है
इसलिए इनाम मिलना चाहिए और अकबर बहुत सारा धन देते हैं
जिससे उसकी परेशानी दूर हो जाती हो रही है सब कुछ बीरबल की वजह से हुआ
तब आदमी समझ गया था कि बीरबल जी उससे महल क्यों लेकर आए
जिससे उस आदमी की मदद हो जाए और वह अपनी परेशानी से दूर हो जाए
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, हमें भी जीवन में सभी की परेशानी को दूर करने के लिए उपाय करने चाहिए भले ही हमारे पास साधन कम हो but हम उनकी मदद तो कर ही सकते हैं अगर आपको यह कहानी पसंद आई तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं
भक्ति की शक्ति हिंदी कहानियां
एक आदमी बहुत भक्ति करता था. उसे यह लगता था की अगर हम भगवान की पूजा पर ध्यान लगाते है, इसे मानव जीवन बहुत अच्छा बन सकता है. मानव को सरल जीवन ही बिताना चाहिए. वह आदमी हमेशा भगवान का ध्यान करता था. उसे किसी भी तरह का लालच नहीं था. एक दिन वह सोचता है. की अगर भगवान मुझे दर्शन देते है. तो मेरा जीवन सफल हो सकता है. वह आदमी एक मंदिर में पूजा करने जाता था.
उस मंदिर में एक पुजारी था. वह भी भगवान की पूजा करता था.
मगर मन में लालच बना रहता था. वह हमेशा सोचा करता था.
अगर उसे आज बहुत अधिक चढ़ावा मिल जाये तो बहुत अच्छा होगा.
आज उसे भर पेट भोजन मिल जाए तो यह भी बहुत अच्छा होगा.
यही सोच वह पुजारी रखता था. वह आदमी पूजा करने आता है.
वह अपनी पूजा करके सभी को प्रसाद बाटा करता था. पुजारी उसके पास आता है.
सेठ को ईमानदारी की तलाश कहानी
वह कहता है की तुम बहुत पूजा करते हो. क्या जीवन में तकलीफ नहीं आती है.
क्योकि मुझे लगता है की तुम्हारा जीवन अच्छा चल रहा है
वह आदमी पुजारी से कहता है की मेरा जीवन तो भक्ति में ही लगा रहता है
यह जीवन भक्ति के लिए बना है इसलिए समस्या की और ध्यान नहीं गया था.
वह पुजारी कहता है की समस्या सभी के जीवन में है
मेरा जीवन देखो कभी कभी मुझे बहुत कम भोजन मिलता है
में हमेशा यही सोचा करता हु की मुझे उतना भोजन मिलना चाहिए जिससे मेरा पेट भर सके.
यह बात सुनकर वह आदमी कहता है की हम सभी मानव हमेशा अपने बारे में सोचते है
अगर हम दुसरो के बारे में विचार करे उनकी समस्या को कम करने की कोशिश करे
तो हमारा जीवन अपने आप ही अच्छा होने लगेगा लेकिन हम लोग ऐसा नहीं करते है
जब तक हमे भोजन नहीं मिलता है तब तक हम दुसरो के बारे में सोच नहीं सकते है.
सही मार्ग कौनसा है हिंदी कहानी
आज पुजारी को लग रहा था की यह आदमी भगवान की भक्ति को ही सब कुछ मानता है, इसे दुसरो की चिंता पहले होती है यही इसका जीवन है. हमे भी अपनी तकलीफ से पहले दुसरो की तकलीफ के बारे में सोचना चाहिए, तभी हमारी समस्या भी कम हो सकती है, भगवान की भक्ति में बहुत शक्ति है. जिसका हमे पता भी नहीं होता है. अगर आपको यह सभी कहानी पसंद आयी है, शेयर करे
रानी और गरीब आदमी की कहानी
आज रानी अपने महल से बाहर निकल गई थी, वह महल में काम करके बहुत ज्यादा थक चुकी थी,
जिसकी वजह से वह घूमने के लिए बाजार की ओर गई थी, रानी को कोई भी नहीं पहचान रहा था,
क्योंकि रानी ने अपनी वेशभूषा बदली हुई थी तभी रानी ने देखा कि
एक आदमी को बहुत ही परेशान किया जाता है,
वह आज बहुत ही गरीब लग रहा था और उसे पीटा जा रहा था,
यह देखकर रानी को बहुत दुख हुआ but रानी अभी किसी से इस बारे में पूछ नहीं सकती थी
वह चुपचाप से खड़े हुए देख रही थी क्योंकि रानी को यह नहीं पता था इसने क्या किया है,
but आदमी ने जरूर कुछ ऐसा किया है कि जिसकी वजह से इसकी पिटाई हो रही है but
हमें पूरी जांच करनी होगी और इस बारे में पता लगाना होगा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है
क्योंकि मुझे लगता है कि वह बहुत ही गरीब है रानी पास में खड़े हुए
एक आदमी से पूछती है कि इसे क्यों पीटा जा रहा है तभी वह आदमी कहता है कि
इस आदमी ने एक दुकान से चोरी की थी
सब कुछ मिला नहीं था हिंदी कहानी
जिसकी वजह से वह दुकान वाला परेशान हो गया उसकी पिटाई कर रहा है
रानी को सब कुछ समझ में आ गया था but सोच रही थी कि है यह गरीब है
शायद इसी वजह से उसने चोरी किया कोई काम होता है और धन की कोई कमी ना होती तो
शायद यह नहीं करता कुछ समय बाद सभी लोग वहां से चले जाते हैं और
वह गरीब आदमी बैठा हुआ रहता है क्योंकि जब उसकी पिटाई हुई तो उसे दुख हो रहा था और
जिसकी वजह से चल भी नहीं पा रहा था रानी उसके पास गई और कहने लगी कि
मैं आपकी मदद कर सकती हूं
वह रानी को देखता है और कहता है कि आप कौन है जो मेरी मदद करना चाहते हैं
जबकि सभी लोगों ने मुझसे हमेशा दूरिया बनाई है आज मुझे बहुत भूख लग रही थी
जिसकी वजह से मैंने चोरी किया और दुकान वाला मुझे पीट रहा था
क्योंकि मुझे चोरी करते हुए देख लिया था मेरे पास कोई भी साधन नहीं है
जिसकी वजह से मैं अपने जीवन को आगे बढ़ा सकता हूं
मैंने बहुत जगह पर काम मांगने की भी कोशिश की थी
but किसी ने मुझे कोई काम नहीं दिया जिसकी वजह से मैं परेशान हो गया और
मेरे पास और कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था
क्षमादान की नयी कहानी
मेरे घर पर सभी लोग भूखे हैं उन्हें भी खाने की बहुत अधिक समस्या हो गई है
जिसकी वजह से उनकी सहायता कोई भी नहीं कर पा रहा है इसमें रानी को बहुत दुख हुआ था
उसके साथ उसके घर पर जाती है और सभी तरह से उसे जानने की कोशिश करती हैं
रानी को सब कुछ पता चल गया है कि यह बहुत गरीब है उसके पास कोई काम नहीं है
तभी रानी ने कहा कि तुम्हें मेरे साथ चलना होगा रानी उसमें महल में ले आती है
यह देखकर वह आदमी सोच में पड़ जाता है कि रानी मुझे महल लेकर क्यों आई है
बाद में पता चलता है कि वह रानी है जबकि वे उन्हें नहीं पहचान पा रहा था
यह देखकर रानी से क्षमा मांगता है और कहता है कि
मैंने आपको नहीं पहचाना रानी ने कहा कि इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है मैंने
अपनी वेशभूषा बदल दी जिसकी वजह से कोई मुझे नहीं पहचान पा रहा था
आज के बाद तुम मेरे महल में ही काम करोगे और
तुम्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी
आदमी खुश हो जाता है सोचता है कि जिस राज्य में रानी का राज होगा और रानी दयालु होगी
जीवन में बदलाव नयी कहानी
kahaniya, hindi kahani, majedaar kahaniya, उस राज्य में कभी भी कोई परेशानी नहीं हो सकती रानी कहती है कि ऐसी बात नहीं है हमें बहुत सी बातों का पता नहीं चल पाता जिसकी वजह से सभी लोग परेशान रहते हैं और आज बाजार की तरफ आ गई तो मुझे पता चल गया कि यहां पर बहुत अधिक समस्या हो रही है मैं तुम्हारी समस्या को दूर करने के लिए कोशिश कर सकती हूं हमें यह कहानी बताती है कि जीवन में सभी की परेशानियां दूर करने के लिए हमेशा तैयार रहो
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