Real god stories in hindi
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, यह एक सच्ची कहानी है जीवन नाम का एक व्यक्ति किसी गांव में रहता था जीवन अपने लिए हमेशा बहुत खाना रखता था क्योकि उसे बहुत भूख लगती थी जीवन बहुत खाना खाता था इसलिए उसे हमेशा भूख ही लगी रहती थी अगर जीवन से कोई आदमी कहे की अभी तुम्हे भूख हैतो जीवन के मुँह से कभी न नहीं निकलती थी वो कहता था की ले आओ खाना खा लेते है पर जीवन खा कर इतना मोटा हो गया था की उससे कुछ भी काम नहीं होता था एक दिन जीवन के घर में इस बात को लेकर लड़ाई हो गयी की तुम हमेशा खाते ही रहते हो और कुछ भी काम नहीं करते हो.
Dharmik kahaniya : एक सच्ची धर्मिक कहानी
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, जीवन को इस बार उसके माता पिता ने अपने घर से निकाल दिया अब जीवन के पास कुछ भी नहीं था और वह सोच रहा था की क्या करू अब तो मेरा घर भी नहीं है तभी उसकी नज़र एक साधु बाबा पर पड़ी और जीवन उनके पास चला गया.जीवन ने साधू जी से कहा की आप मुझे कोई काम दे दीजिये जिससे मेरी भूख का कुछ किया जा सके साधू जी ने पूछा की क्या कर सकते हो तुम जीवन ने कहा की ऐसा काम जो सिर्फ बैठ कर हो सके Because चलना मेरे बस्का नहीं है तब साधू जी ने कहा की ठीक है तुम सब चेले के लिए तुम खाना बना सकते है (Dharmik kahaniya)
जीवन ने कहा ठीक है साधू जी ने कहा की भंडारे से कुछ समान ले लो और नदी के किनारे पर बर्तन को साफ़ करके खाना बना लो जीवन अपने साथ कुछ आटा और सब्जी बनाने के लिए समान को लेकर चला गया साधू जी के पास सिर्फ आठ चेले थे जिनका हर रोज खाना बनता था उसी के हिसाब से एक चेले ने समान दे दिया और समान को लेकर जीवन चला गया और जब खाना बनाने लगा तो जीवन के सामने श्री राम जी आ गए और जीवन से पूछा की क्या कर रहे हो जीवन ने कहा की खाना बना रहा हु जीवन श्री राम जी को पहचान भी नहीं पा रहे थे
श्री राम जी ने कहा की क्या तुम थोड़ा भोजन मुझे भी खिला सकते हो जीवन ने कहा की ठीक है जब भोजन बन चुका तो जीवन ने श्री राम जी को भोजन दिया और भोजन करके श्री राम जी बोलो की अगले दिन हम और हमारे भाई भी आएंगे उनके लिए भी भोजन तैयार कर लेना जीवन अब सबका भोजन बना कर ले गया और अगले दिन भोजन के लिए और ज्यादा समान की मांग करने लगा इस पर साधू जी ने सोचा की शायद इसे भूख जयादा लगती होगी और जीवन को जयादा समान दे दिया गया और समान लेकर जीवन नदी के किनारे पर चला गया
जब जीवन ने खाना बना लिया तो श्री राम जी के साथ लक्ष्मण भी आ गए और खाना ख्य इस बार श्री राम जी ने कहा की कल हम अपनी पत्नी के साथ आएंगे उनके लिए भी खाना बनाना है अब जीवन भी सोच में पड़ गया की अब क्या होगा अब तो और भी जयादा खाना बनेगा अगले दिन जीवन ने खाने के लिए और जयादा समान माँगा तो साधू को कुछ शक हुआ कही ये समान को बेच तो नहीं रहा है इसलिए साधू जी भी उसके पीछे चले गए तब साधू ने देखा की जीवन खाना बना रहा है और उसके साथ श्री राम जी और सीता जी भी है साधू धन्य हो गया उन्होंने ने भगवान् के दर्शन कर लिए थे
साधू जी उनके पास गए और श्री राम जी के चरण धो कर उनका स्वागत किया और तब जीवन को पता चला की यह तो भगवान् श्री राम जी है और जीवन ने उनको प्रणाम किया और अपने हाथो से खाना दिया दोनों का जीवन धन्य हो गया था साधू जी को भी जीवन की वजह से आज भगवान् के दर्शन हो गए थे
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, दोस्तों भगवान् हर जगह पर है हम ही उन्हें देख नहीं पाते है Because हमारे अंदर बुरी भावना छुपी रहती है और भगवान् उन्ही को देखते है जो हमेशा अपने मन में भगवान को याद करते है जब हमर ह्रद्य भी अच्छा हो जाएगा हमे भी भगवान् के दर्शन हो जाएंगे.
दो साधू की धर्मिक कहानी :- Dharmik kahaniya
दो साधू अलग अलग झोपडी में रहते थे, एक साधू का भगवान पर बहुत विश्वाश था, जबकि दूसरा साधू अपनी किस्मत को हमेशा ही बुरा मानता था, क्योकि उसे लगता था, की भगवान उन्हें हमेशा मुसीबत में रखते है पहला साधू इस बात को मानता था, की जीवन में परेशानी आती है, हमे उनसे सीखना चाहिए, एक दिन की बात है, पहला साधु कहता है की आज तुम किस गांव में जाने वाले हो दूसरा साधु कहता है की आज में उतर में जाता हु,
हमारी जिंदगी तो बस मुसीबत में ही कटनी वाली है, हमे कोई फायदा नहीं होने वाला है, पहला साधु कहता है की तुम्हे यह बात नहीं सोचनी चाहिए, हमे भगवान पर विश्वाश रखना चाहिए, उसके बाद दोनों भिक्षा मांगने चले जाते है, उस दिन मौसम बहुत खराब लग रहा था, ऐसा लगता था, की तूफ़ान आने वाला है, कुछ समय बाद ही तूफ़ान भी आ जाता है, उसके साथ बहुत तेज बारिश आती है, आकाश में बिजली चमक जाती है, ऐसा लगता है मौसम बहुत खराब होने वाला है, दोनों साधू भिक्षा के लिए गांव में गए थे, पहले साधू को बहुत अच्छा घर मिल जाता है,
उस घर के लोग उस साधु को भोजन कराते है उन्हें बहुत कुछ खाने को मिलता है बाहर का मौसम खराब होने की वजह से वह साधु वही पर रुक जाते है वह सभी लोग उनकी सेवा करते है, यह सब कुछ भगवान की वजह से हो रहा था, वही दूसरी और दूसरा साधू उस बारिश में भीगता हुआ जा रहा था आज उसका दिन अच्छा नहीं था, वह बहुत बड़ी समस्या में पड़ गया था वह साधु कहता है की भगवान भी मेरी समस्या को कम नहीं करते है बल्कि बढ़ा रहे है, शाम तक मौसम ठीक हो जाता है, वह दोनों साधू अपनी झोपडी की और आते है,
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, दुसरा साधु कहता है की तुम बहुत खुश लग रहे हो जबकि आज का दिन बहुत खराब था, पहला साधु कहता है की मुझे अपने भगवान पर विश्वाश है वह सब कुछ अच्छा करते है, दूसरा साधु कहता है इसमें कुछ भी अच्छा नहीं है आज में बारिश से भीग गया था मेरे सामने परेशानी आ गयी थी, में बहुत मुश्किल से यहां पर आया हु, जबकि पहला साधु बहुत आराम से था, उसके सामने आयी परेशानी भी कम हो गयी थी, यह धर्मिक कहानी हमे कहती है, सब कुछ अच्छा सोचना चाहिए तभी आपके साथ भी अच्छा ही होगा,
Dharmik kahaniya | real god stories in hindi : दूसरी धर्मिक कहानी
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, यह धार्मिक कहानी किसान की है वह बहुत परेशानी से अपना जीवन बिता रहा था उसके पास बहुत सारी समस्याएं आ रही थी but भगवान पर बहुत विश्वास करता था उसे यही लगता था कि भगवान पर विश्वास करने से उसके सारे रास्ते ठीक हो जाएंगे इसलिए वह निरंतर यही प्रयास करता था कि भगवान पर उसका विश्वास बना रहे,
But धीरे-धीरे परेशानी बढ़ती गई और किसान अंदर से कमजोर होता चला गया किसान के पास धन की बहुत कमी हो गयी है उसके पास खाने की बहुत समस्या आ गई थी but वह हार नहीं मान रहा था एक दिन खेत में काम कर रहा था तभी उसे एक सोने से भरा हुआ मटका प्राप्त हुआ उसमें बहुत सारा सोना था, किसान समझ गया कि यह सब कुछ भगवान ने दिया है भगवान हमें परेशानी में बिल्कुल भी नहीं देख सकते हैं
वह इंतजार करते हैं कि हम उनके लिए कितना धर्य रखते हैं किसान को पता चल गया था कि भगवान भी उसकी चिंता करते हैं इसलिए उन्होंने उसे सोने से भरा मटका दिया वह उसे घर ले जाता है वह भगवान का शुक्रिया करता है और कहता है कि आप अगर हमारे साथ में नहीं होते हैं तो कुछ शायद हम कुछ भी नहीं कर सकते किसान की किस्मत की बदल गई थी
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, उसे विश्वाश नहीं हो रहा था की उसका जीवन बदल सकता है किसान की तरह हमें भगवान पर विश्वास करना चाहिए और अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए और भगवान पर विश्वास करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि भगवान सभी को राह दिखाते हैं अगर आप को यह Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे.
भगवान पर विश्वाश धार्मिक हिंदी कहानी, Dharmik kahaniya
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, तुम अभी तक सोये नहीं हो, अभी तो बहुत रात हो गयी है, वह लड़का कहता है की मुझे भगवान की याद आती है में उन्हें हर वक़्त याद करता हु but वह तो शायद हमे भूल गए है, तभी तो हमारे जीवन में एक वक़्त का खाना भी बहुत मुश्किल से मिल रहा है माता कहती है की जब तक हमारे दुःख चलते रहेंगे, तब तक हमे सुख नहीं मिल सकता है, जब इनका दुःख का अंत होगा तो हमे उम्मीद है की सब ठीक हो जायेगा, (Dharmik kahaniya)
जीवन में सफलता आसान नहीं कहानी
बेटा अपनी माता से कहता है की आप हर रोज मुझे यही कहती हो but मुझे नहीं लगता है की जल्द ही सब कुछ ठीक होगा Because हमे बहुत समय हो गया है मगर अभी तक वही हालात है जो मुझे नज़र आ रहे है इनमे कोई भी बदलाव नहीं होगा, कुछ समय बाद वह बेटा सो जाता है सुबह हो जाती है एक उम्मीद की नयी किरण नज़र आती है सुबह की रौशनी को देखकर ऐसा लगता है की सब कुछ ठीक होगा but कुछ समय बाद फिर से वही बात याद आती है की कुछ भी होने वाला नहीं है,
में अब बूढ़ा हो गया हू नयी कहानी
कुछ समय बाद एक बाबा उनके घर की और आते है उन्हें भूख लगी थी वह खाने के लिए कुछ मांगते है, बेटा अंदर से आता है वह बाबा से कहता है की हमारे पास खाने को कुछ भी नहीं है आप हमारे घर आये है यहां पर आपको कुछ भी नहीं मिलने वाला है, Because शायद भगवान भी इस घर को भूल गया है, यह सुनकर बाबा कहते है की मुझे ऐसा लगता है की तुम बहुत परेशान हो वह लड़का कहता है की आप समझ गए है but शायद भगवान नहीं समझ रहे है,
में अब बूढ़ा हो गया हू नयी कहानी
कुछ देर बाद माता पानी और गुड़ लेकर आती है वह कहती है की हमारे पास इससे अधिक कुछ नहीं है आपको भूख लगी है जो हमारे पास है वह में लेकर आयी हु, बाबा उसे ग्रहण करते है उसके बाद बाबा उन्हें एक पोटली देते है वह कहते है की जो भी तुम चाहते हो इस पोटली से ले सकते हो, वह बाबा कहकर चले जाते है लड़का कहता है की यह कैसी पोटली है इसमें तो कुछ भी नहीं है, माता कहती है की वह बाबा हमे क्यों दे गए है, इसमें तो कुछ भी नहीं है,
Dharmik kahaniya, real god stories in hindi, कुछ समय बाद माता दाल और चावल का नाम लेती है वह पोटली उन्हें दाल और चावल देती है यह देखकर लड़का कहता है की यह तो मुझे जादुई लगती है Because यह हमे खाना दे रही है लगता है भगवान ने हमारी बात सुन ली थी, इस तरह उनका जीवन बदल गया था, जीवन में भगवान पर विश्वाश होना बहुत जरुरी है, यह हमारी समस्या को बहुत कम कर सकता है, अगर आपको यह धर्मिक कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे,
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